उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की स्थिति के मद्देनज़र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से अगले 24 घंटे के दौरान 2,000 आईसीयू बेड और एक सप्ताह के भीतर अन्य 2,000 बेड का प्रबंध करने का निर्देश दिया.
लखनऊः कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने धार्मिक स्थानों पर एक समय में पांच या इससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है.
राज्य में कोरोना वायरस की लगातार बिगड़ रही स्थिति के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शनिवार को हुई समीक्षा बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह यह सुनिश्चित करें कि किसी भी धार्मिक स्थल पर एक बार में पाच से अधिक लोग प्रवेश नहीं करें.
राज्य सरकार की ओर से शनिवार को जारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में संक्रमण के मामलों में उछाल को देखते हुए लखनऊ के पुलिस आयुक्त को निर्देश दिया है कि धार्मिक स्थलों में पांच या इससे अधिक लोगों को एक साथ प्रवेश की अनुमति नहीं दे.
इसके साथ ही बाजारों में व्यापारियों से बातचीत करके उनका सहयोग लेते हुए सुरक्षित दूरी का पालन कराया जाए.
लखनऊ के लोक भवन में हुई बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से अगले 24 घंटे के दौरान 2,000 आईसीयू बेड और एक सप्ताह के भीतर अन्य 2,000 बेड का प्रबंध करने का निर्देश दिया.
उत्तर प्रदेश सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘इसका मतलब है कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए लखनऊ में अतिरिक्त 4,000 आईसीयू बेड का इंतजाम किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को अधिक से अधिक एंबुलेंस का प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं.’
इससे पहले शनिवार को गोरखपुर जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर 18 अप्रैल तक नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया था.
गोरखपुर जिला मजिस्ट्रेट विजयेंद्र पांडियान ने कहा कि नाइट कर्फ्यू रात नौ बजे से सुबह छह बजे तक जारी रहेगा.
दरअसल देश में 13 अप्रैल से नवरात्रि और इसी के आसपास रमजान का महीना शुरू होने जा रहा है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना के कुल छह लाख 77 हजार मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि अब तक कोरोना से कुल 9,085 लोगों की मौत हो चुकी है.