दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सप्ताहांत के कर्फ़्यू के दौरान आवश्यक सेवाएं और विवाह समारोह प्रभावित नहीं होंगे और विवाह कार्यक्रमों में शामिल होने वालों को पास जारी किए जाएंगे. सिनेमाघर में भी केवल 30 प्रतिशत दर्शक ही जा सकेंगे. रेस्तरांओं के भीतर बैठकर खाना खाने की अनुमति नहीं होगी.
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सप्ताहांत में कर्फ्यू लगाने समेत कई पाबंदियों की बृहस्पतिवार को घोषणा की. इस दौरान मॉल, जिम, स्पा और सभागार बंद रहेंगे.
शहर में बुधवार को एक दिन में सर्वाधिक 17,282 नए मामले सामने आने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रेस्तरांओं के भीतर बैठकर खाना खाने की अनुमति नहीं होगी और सिनेमाघर में भी केवल 30 प्रतिशत दर्शक ही जा सकेंगे.
केजरीवाल ने कहा कि सप्ताहांत के कर्फ्यू के दौरान आवश्यक सेवाएं और विवाह समारोह प्रभावित नहीं होंगे और विवाह कार्यक्रमों में शामिल होने वालों को पास जारी किए जाएंगे.
अंतिम संस्कार में शामिल होने वालों की अधिकतम संख्या 20 निर्धारित की गई है, जबकि शादियों में अधिकतम 50 लोग शामिल हो सकते हैं.
उन्होंने कहा कि अस्पताल, रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डा जाने वालों को भी पास जारी किए जाएंगे.
केजरीवाल ने कहा कि सप्ताहांत कर्फ्यू लागू करने का कारण यह है कि इन दिनों में लोग सैर-सपाटा और ऐसी अन्य गतिविधियों में शामिल होते हैं. बिना किसी खास परेशानी के इनके बगैर रहा जा सकता है.
उन्होने कहा, ‘(कोविड-19) चक्र को तोड़ने और लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए सप्ताहांत कर्फ्यू लगाया जा रहा है. हम अस्पताल, रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डों जैसी आवश्यक सेवाओं में शामिल लोगों और शादी करने वालों को असुविधा नहीं होने देंगे. हम उन्हें बिना देरी और आराम से आवाजाही करने देने के लिये पास जारी करेंगे.’
सरकार पहले ही 30 अप्रैल तक दिल्ली में रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक रात्रि कर्फ्यू लागू कर चुकी है.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अस्पतालों में बिस्तरों की कमी नहीं है और कोविड मरीजों के लिए अब भी 5,000 बेड उपलब्ध हैं. उन्होंने आश्वासन दिया कि बड़े पैमाने पर बिस्तर उपलब्ध कराने के लिए प्रयास जारी हैं.
केजरीवाल ने घोषणा की कि राष्ट्रीय राजधानी में रेस्तरांओं को खाना घर पहुंचाने की अनुमति नहीं होगी. साथ ही कहा कि एक क्षेत्र में प्रतिदिन केवल एक ही साप्ताहिक बाजार लगाने की अनुमति होगी तथा कार्यक्रम में शामिल होने की इजाजत पाने वालों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कदम भी उठाए जाएंगे.
केजरीवाल ने कहा कि सरकार कोविड संबंधी व्यवहार जैसे मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाना आदि को सख्ती से लागू करना सुनिश्चित करेगी क्योंकि कुछ लोग अब भी इसका पालन नहीं कर रहे हैं.
दिल्ली में कुल मामलों की संख्या 767,438 से अधिक हो चुकी है. इनमें 50,736 सक्रिय मामले हैं. बीते 24 घंटे के दौरान 104 लोगों की मौत के बाद राष्ट्रीय राजधानी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 11,540 हो गई है.
पिछले साल दिल्ली में 22 मार्च से 18 मई तक संपूर्ण लॉकडाउन था. 19 मई 2020 से चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन में ढील देने की शुरुआत हुई थी.
यह निर्णय उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों की बैठक के बाद लिया गया है. इससे पहले केजरीवाल ने कहा था कि वह लॉकडाउन लागू करने के पक्ष में नहीं है, लेकिन अगर अस्पतालों में बेड की कमी हो जाएगी तो इसे लागू करने के अलावा और कोई चारा नहीं बचेगा.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)