गुजरात के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने कहा कि गुजरात में कोरोना वायरस के रोज़ाना 9,000 से ज़्यादा मामले सामने आ रहे हैं. समय-समय पर नई सुविधाएं और बिस्तर बढ़ा रहे हैं, लेकिन ये मांग की तुलना में कम पड़ रहे हैं.
अहमदाबाद: गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने रविवार को स्वीकार किया कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य प्रशासन की क्षमता के मुकाबले ज्यादा बिस्तरों तथा अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं की जरूरत है.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री की भी जिम्मेदारी संभाल रहे पटेल ने कहा कि राज्य सरकार और अधिक रोगियों के लिहाज से नियमित रूप से बिस्तर तथा अन्य सुविधाएं मुहैया करा रही है, लेकिन मांग के लिहाज से ये कम पड़ रही हैं.
पटेल ने अहमदाबाद के सिविल अस्पताल परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘गुजरात में रोजाना 9,000 से ज्यादा कोरोना वायरस के मामले आ रहे हैं. हम समय-समय पर नई सुविधाएं और बिस्तर बढ़ा रहे हैं, लेकिन ये हमारी मांग की तुलना में कम पड़ रहे हैं, क्योंकि कोरोना वायरस रोगियों की संख्या अधिक है.’
उन्होंने कहा, ‘इस समय बिस्तरों और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं की जरूरत स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की क्षमता से अधिक है. मामले बढ़ने के मद्देनजर हम और अधिक बिस्तर बढ़ा रहे हैं.’
सिविल अस्पताल के बाहर कोरोना वायरस रोगियों को लेकर खड़ी एंबुलेंसों की कतार के बारे में पूछे जाने पर पटेल ने कहा कहा, ‘अस्पतालों में लंबी कतारें होती हैं क्योंकि अन्य अस्पताल मरीजों को भर्ती करने से इनकार करते हैं. ऐसे मरीज तब हमारे पास इलाज के लिए आते हैं. ऐसी कतारें सुखद दृश्य नहीं हैं, लेकिन यह हमारा दायित्व है कि हम प्रत्येक रोगी को बचाएं.’
पटेल ने कहा, ‘जब तक वे अस्पताल में भर्ती नहीं होते, तब तक वे एंबुलेंस में रहते हैं, हम ऑक्सीजन देकर उन्हें जीवित रखने की कोशिश करते हैं.’
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक गुजरात में रविवार को 10,340 कोरोना वायरस के नए मामले आए और 110 लोगों की मौत हुईं. यह संख्या अब तक एक दिन में आए मामलों में सर्वाधिक है.
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शनिवार को राज्य में कोविड-19 स्थिति को नाजुक बताते हुए कहा था कि अगले 15 दिनों में ऐसे रोगियों के इलाज के लिए 8,000-10,000 अधिक बेड जोड़े जाएंगे.
रविवार को पटेल ने घोषणा की कि अहमदाबाद में मेडिसिटी परिसर के अस्पतालों में कोविड-19 उपचार के लिए 270 बेड जोड़े गए हैं. इनमें से 40 आईसीयू बेड हैं. 160 बिस्तर यूएन मेहता अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स हॉस्टल के चार नए वार्डों में जोड़े गए हैं, जबकि 80 अन्य किडनी रोग और अनुसंधान केंद्र संस्थान में हैं.
पटेल ने कहा, ‘सभी व्यवस्थाएं पूर्ण है. रविवार दोपहर से इंतजार में खड़े एंबुलेंसों को इन 160 बिस्तरों (यूएन मेहता अस्पताल) में मरीजों को शिफ्ट करने का निर्देश दिया गया है.’
पटेल ने बताया कि सोमवार शाम से कैंसर अस्पताल में 30 बेड जोड़े जाएंगे, जबकि मंजुश्री मिल परिसर में कोविड-19 के लिए नामित किडनी अस्पताल में जल्द ही 100 बेड भी जोड़े जाएंगे.
बता दें कि गुजरात हाईकोर्ट ने बीते 15 अप्रैल को विजय रूपाणी सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि राज्य कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में ‘सुनामी’ का सामना कर रहा है, क्योंकि उसने पूर्व में अदालत और केंद्र द्वारा दिए गए सुझावों पर अमल नहीं किया. साथ ही उतनी सतर्कता नहीं बरती गई जितनी बरती जानी चाहिए थी.
(समाचार एंजेसी भाषा से इनपुट के साथ)