भारत में कोरोना वायरस के मामलों में तेज़ वृद्धि के मद्देनज़र ब्रिटेन ने भी भारत को उन देशों की ‘लाल सूची’ में डाल दिया, जिसके तहत ब्रिटिश और आइरिश नागरिकों के अलावा वहां आने वाले अन्य लोगों पर पाबंदी लगा दी गई है. प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी भारत की अपनी प्रस्तावित यात्रा रद्द कर दी है. हांगकांग, पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड भी भारत यात्रा पर प्रतिबंध लगा चुके हैं.
वॉशिंगटन: अमेरिका ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वे भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण अत्यधिक फैलने के कारण वहां की यात्रा करने से बचें.
रोग रोकथाम एवं नियंत्रण केंद्र (सीडीसी) ने बीते सोमवार को यात्रा परामर्श जारी किया. अमेरिका, विज्ञान आधारित यात्रा स्वास्थ्य नोटिस जारी करके अपने नागरिकों को विश्वभर में स्वास्थ्य संबंधी खतरों की जानकारी देता है और उन्हें स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए सलाह देता है.
अमेरिका ने कोविड-19 संबंधी यात्रा परामर्श के लिए चार स्तरीय प्रणाली अपनाई है और ताजा यात्रा परामर्श में भारत को ‘स्तर-चार: कोविड-19 के सबसे उच्च स्तर’ में रखा गया है.
विभाग ने सोमवार को कहा, ‘कोविड-19 महामारी यात्रियों के लिए अप्रत्याशित खतरा बनी हुई है.’
सीडीसी से अमेरिकियों से भारत की यात्रा नहीं करने की अपील की है.
उसने एक बयान में कहा, ‘यात्रियों को भारत में हर प्रकार की यात्रा से बचना चाहिए. भारत में मौजूदा हालात के कारण टीकाकरण करा चुके यात्रियों के भी कोविड-19 के विभिन्न स्वरूपों से संक्रमित होने का खतरा है.’
सीडीसी ने कहा, ‘यदि आपके लिए भारत जाना आवश्यक है, तो यात्रा से पहले अपना टीकाकरण अवश्य कराएं. सभी यात्रियों को मास्क पहनना चाहिए, अन्य लोगों से छह फुट की दूरी रखनी चाहिए, भीड़ से बचना चाहिए और अपने हाथ धोने चाहिए.’
सीडीएस ने यह भी कहा, ‘अगर पूर्ण रूप से आपका टीकाकरण हो चुका है, तब आपको अमेरिका छोड़ने पर पहले टेस्ट कराने की तब तक जरूरत नहीं जब तक कि जहां आप जा रहे हैं, वहां ऐसी कोई जरूरत न हो. इसके अलावा अमेरिका वापस आने के बाद आपको सेल्फ क्वांरटीन होने की जरूरत भी नहीं है.’
इससे पहले ब्रिटेन ने भारत को सोमवार को उन देशों की ‘लाल सूची’ में डाल दिया, जिसके तहत ब्रिटिश और आइरिश नागरिकों के अलावा वहां आने वाले अन्य लोगों पर पाबंदी लगा दी गई है. साथ ही विदेश से लौटे ब्रिटिश लोगों के लिए होटल में 10 दिन तक क्वारंटीन में रहना अनिवार्य कर दिया है.
इससे कुछ घंटे पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय डाउनिंग स्ट्रीट ने भारत में कोरोना वायरस के मामलों में तेज वृद्धि के मद्देनजर अगले सप्ताह होने वाली प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की यात्रा रद्द करने की घोषणा की थी.
इससे पहले बोरिस जॉनसन ने जनवरी में प्रस्तावित अपना भारत का दौरा रद्द कर दिया है. जॉनसन को 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था.
दरअसल उस वक्त ब्रिटेन में कोरोना वायरस का एक नया प्रकार के तेजी से फैल रहा था, जिसके मद्देनजर प्रधानमंत्री जॉनसन ने कहा था कि उनका ब्रिटेन में रहना ज्यादा महत्वपूर्ण है, ताकि वह वायरस के रोकथाम के प्रति अपना ध्यान केंद्रित कर सकें.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बीते 18 अप्रैल को वायरस के नए स्वरूप मिलने के बाद हांगकांग ने भी भारत से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है. न्यूजीलैंड भी संक्रमण के कारण भारत की यात्रा पर प्रतिबंध लगा चुका है.
भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 259,170 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 15,321,089 हो गई, जिनमें से 20 लाख से अधिक लोग उपचाराधीन हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते एक दिन में रिकॉर्ड 1,761 और लोगों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 180,530 हो गई.
पाकिस्तान ने भारत से यात्रा पर दो सप्ताह के लिए रोक लगाई
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने कोविड-19 मामलों में रिकॉर्ड वृद्धि के चलते भारत से यात्रियों के आने पर दो सप्ताह के लिए रोक लगाने का सोमवार को फैसला किया है.
पाकिस्तान के नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर (एनसीओसी) के प्रमुख असद उमर की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में भारत से यात्रा पर दो सप्ताह की रोक लगाने का फैसला किया गया.
इस संबंध में एक बयान में कहा गया, ‘एनसीओसी ने भारत को दो सप्ताह के लिए श्रेणी ‘सी’ देशों की सूची में रखने का फैसला किया. हवाई और जमीनी मार्ग से भारत से आने वाले यात्रियों पर रोक रहेगी.’
पिछले सप्ताह करीब 815 सिख तीर्थयात्री बैसाखी त्योहार के अवसर पर भारत से लाहौर पहुंचे थे. उन्हें 10 दिनों के लिए रहने की अनुमति है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)