गुजरात के बनासकांठा ज़िले के डीसा शहर का मामला. ज़िला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि उनके पास मंगलवार तक ही स्टॉक था और नए स्टॉक का आदेश दिया गया था जो दिन में पहुंचा. इसी बीच ऑक्सीजन की कमी से दो मरीज़ों ने दम तोड़ दिया.
अहमदाबाद: गुजरात के बनासकांठा जिले में डीसा शहर के एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की आकस्मिक कमी हो जाने पर दो कोविड-19 मरीजों की मौत हो गई. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
डॉक्टरों के अनुसार राजकोट में एक ऐसी ही त्रासदी तब टल गई जब अस्पताल में जीवन रक्षक गैस खत्म होने से कुछ समय पहले ही चिकित्सकीय ऑक्सीजन वाला टैंकर पहुंच गया.
बनासकांठा के जिला स्वास्थ्य अधिकारी जिग्नेश हरियाणी ने इस बात की पुष्टि की कि डीसा में निर्धारित निजी अस्पताल हेट आईसीयू में दो व्यक्तियों की मृत्यु हो गई.
उन्होंने कहा, ‘मांग के संदर्भ में हमारे पास मंगलवार तक ही स्टॉक था और नए स्टॉक का आदेश दिया गया था, जो दिन के दौरान पहुंचा. इसी बीच ऑक्सीजन की कमी से दो मरीजों ने दम तोड़ दिया.’
हरियाणी ने बताया कि अधिकारी अहमदाबाद और भावनगर से चिकित्सकीय ऑक्सीजन लाने के लिए पूरी तरह लगे हैं.
इस बीच अस्पताल के बाहर एक मृतक के रिश्तेदार भरत पटेल ने संवाददाताओं से कहा, ‘मेरे पिताजी यहां भर्ती थे. दिन में जब मैंने अपने पिता के ऑक्सीजन स्तर के बारे में पता किया तो डॉक्टरों ने मुझे बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हो गयी है. मेरे पिता के अलावा तीन अन्य भी मंगलवार रात से ऑक्सीजन की कमी से मरे हैं.’
बता दें कि 21 अप्रैल की रात उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के एक निजी एसजेडी हॉस्पिटल में कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी के कारण कोरोना वायरस से संक्रमित पांच मरीजों की मौत हो गई. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने ऑक्सीजन की कमी से मौत होने की बात से इनकार किया है.
इसके अलावा महाराष्ट्र के नासिक में कोविड-19 रोगियों के एक सरकारी अस्पताल में बुधवार को भंडारण संयंत्र से ऑक्सीजन के रिसाव के बाद इस गैस की आपूर्ति बाधित होने से कम से कम 22 कोविड-19 मरीजों की मौत हो गई थी.
बीते 18 अप्रैल को मध्य प्रदेश के शहडोल मेडिकल कॉलेज के आईसीयू वॉर्ड में कथित तौर पर ऑक्सीजन सप्लाई की कमी की वजह से 12 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)