पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के निर्वतमान विधायक गौरी शंकर दत्ता 2016 के विधानसभा चुनाव में नादिया ज़िले के तेहत्ता क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे. तृणमूल कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर बीते 10 मार्च को वह भाजपा में शामिल हो गए थे. बीते 17 अप्रैल को बीरभूम ज़िले के मुरारई सीट से टीएमसी के निर्वतमान विधायक अब्दुर रहमान की भी कोविड-19 से मौत हो गई थी.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के निर्वतमान विधायक गौरी शंकर दत्ता का कोलकाता के एक निजी अस्पताल में कोरोना वायरस के कारण निधन हो गया.
एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि 70 वर्षीय दत्ता 10 दिन पहले कोविड-19 से संक्रमित पाए गए थे और उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तृणमूल कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर बीते 10 मार्च को वह भाजपा में शामिल हो गए थे.
उन्होंने बताया कि विधायक की हालत बिगड़ने पर उन्हें कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
डॉक्टर ने कहा, ‘उनकी स्थिति बिगड़ती चली गई और उसमें कभी सुधार नहीं हुआ. उन्हें पहले से भी बीमारियां थीं. देर रात उनका निधन हो गया.’
दत्ता 2016 के विधानसभा चुनाव में नादिया जिले के तेहत्ता क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे.
मालूम हो कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर आने के बाद से पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक समेत चुनाव मैदान में उतरे तीन प्रत्याशियों की मौत इसके संक्रमण के कारण हो चुकी है.
बीते 25 अप्रैल को पश्चिम बंगाल में उत्तर 24 परगना जिले की खड़दह विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार काजल सिन्हा का कोलकाता के एक अस्पताल में कोविड-19 के कारण निधन हो गया.
बीते 17 अप्रैल को पांचवें चरण के चुनाव के दौरान बीरभूम जिले के मुरारई सीट से टीएमसी के निर्वतमान विधायक अब्दुर रहमान की कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई थी.
अब्दुर रहमान से पहले रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) की ओर से मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुरा सीट से चुनाव मैदान में उतरे प्रदीप कुमार नंदी की मौत भी बीते 16 अप्रैल को कोरोना संक्रमण की वजह से हो गई थी. उनसे पहले 15 अप्रैल को मुर्शिदाबाद जिले की शमशेरगंज सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रेजाउल हक की भी संक्रमण से मौत हो चुकी है.
निर्वाचन आयोग ने शमशेरगंज और जंगीपुरा विधानसभा सीट पर मतदान स्थगित कर दिया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)