मध्य प्रदेश के इंदौर शहर का मामला. बीते 21 अप्रैल को राज्य के रायसेन ज़िले में एक महिला ने संक्रमण के कारण अपनी मां की मौत से दुखी होकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी. इसी दिन देवास में छह दिन के अंदर वायरस से 75 वर्षीय एक महिला एवं उनके दो बेटों की मौत से दुखी होकर महिला की छोटी बहू ने जान दे दी थी.
इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में कोविड-19 से पति की मौत के सदमे में 34 वर्षीय प्रोफेसर ने कथित तौर पर फांसी लगाकर जान दे दी.
इंदौर के राजेंद्र नगर पुलिस थाने के सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) कुंदनमल रैगर ने बताया कि बिजलपुर क्षेत्र में रहने वाले 35 वर्षीय पवन पंवार की यहां के एक निजी अस्पताल में कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज के दौरान बीते 28 अप्रैल की सुबह मौत हो गई. वह 19 अप्रैल से अस्पताल में भर्ती थे.
उन्होंने बताया, ‘पंवार की पत्नी नेहा पंवार (34 वर्ष) को जब पति की मौत की जानकारी मिली, तो वह सदमे में अस्पताल से सीधे घर आईं और अपने गले पर दुपट्टा बांधकर पंखे से लटकते हुए फांसी लगा ली.’
एएसआई ने बताया कि नेहा शहर के एक निजी कॉलेज में प्रोफेसर थीं, जबकि महामारी के शिकार उनके पति का वन विभाग के डिप्टी रेंजर पद पर चयन हो चुका था. हालांकि, महामारी के प्रकोप के कारण वन विभाग में उनका प्रशिक्षण सत्र रद्द हो गया था और वह इस पद को विधिवत संभाल नहीं सके थे.
उन्होंने बताया कि महिला प्रोफेसर की कथित खुदकुशी के मामले की विस्तृत जांच की जा रही है.
मध्य प्रदेश में इससे पहले भी कोविड 19 संक्रमण से मौत के बाद सदमे में परिवार के अन्य सदस्य के जान देने के मामले सामने आ चुके हैं.
इससे पहले बीते 21 अप्रैल को राज्य के रायसेन जिले में एक महिला ने कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अपनी मां की मौत से दुखी होकर कथित रूप से चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. यह घटना रायसेन जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर औद्योगिक नगर मंडीदीप में हुई थी.
इसी तरह देवास में छह दिन के अंदर कोरोना वायरस से 75 वर्षीय एक महिला एवं उनके दो बेटों सहित एक परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई. इससे दुखी होकर इस महिला की छोटी बहू ने बीते 21 अप्रैल को कथित रूप से फांसी लगाकर जान दे दी थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)