भाजपा शासित मध्य प्रदेश, गुजरात समेत कई राज्यों ने एक मई से टीकाकरण में जताई असमर्थता

केंद्र की मोदी सरकार ने कोविड-19 टीकाकरण के तीसरे चरण में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाने की शुरुआत करने की तारीख़ एक मई तय कर दी है. हालांकि राज्यों का कहना है कि उनके पास टीका का पर्याप्त स्टॉक नहीं है, इसलिए एक मई से टीकाकरण की शुरुआत कर पाना उनके लिए मुश्किल है.

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(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

केंद्र की मोदी सरकार ने कोविड-19 टीकाकरण के तीसरे चरण में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाने की शुरुआत करने की तारीख़ एक मई तय कर दी है. हालांकि राज्यों का कहना है कि उनके पास टीका का पर्याप्त स्टॉक नहीं है, इसलिए एक मई से टीकाकरण की शुरुआत कर पाना उनके लिए मुश्किल है.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)
(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्ली/भोपाल/मुंबई/बेंगलुरु: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कोविड-19 वायरस की रोकथाम के लिए तीसरे चरण के टीकाकरण के तहत बीते 19 अप्रैल को घोषणा की थी कि एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोग टीका लगवा सकेंगे. इससे पहले तक टीका लगवाने की आयुसीमा 45 वर्ष थी.

हालांकि एक मई आने से पहले ही बीते दो दिनों में भाजपा शासित मध्य प्रदेश, गुजरात और कर्नाटक के अलावा दिल्ली, पंजाब और महाराष्ट्र आदि राज्यों ने 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण शुरू कर पाने में असमर्थता जताई है.

बीते 28 अप्रैल को 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए कोविन प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया था.

देश में कोविड 19 टीकाकरण अभियान के पहले चरण की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी.

इसके अलावा सरकार ने कोविशील्ड का निर्माण करने वाली सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया और कोवैक्सीन का निर्माण करने वाली भारत बायोटेक को इस बात की छूट दे दी थी कि वे राज्यों, निजी अस्पतालों और कॉरपोरेट्स से अपने स्टॉक का 50 प्रतिशत टीका सीधे बेच सकती थीं.

केंद्र सरकार ने ‘कोविशील्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ के लिए 150 रुपये पर समझौता किया था, लेकिन जैसे ही सरकार ने वैक्सीन उत्पादकों को राज्यों और खुले बाज़ार के लिए कीमत तय करने की छूट दी, वैसे ही सीरम इंस्टीट्यूट ने कोविशील्ड की कीमत राज्यों के लिए 400 और निजी अस्पतालों के लिए 600 रुपये कर दी थी, वहीं भारत बायोटेक ने राज्यों के लिए कोवैक्सीन की कीमत 600 रुपये, जबकि निजी अस्पतालों के लिए 1200 रुपये प्रति खुराक कीमत तय कर दी.

इसके बाद विभिन्न राज्यों ने इन कंपनियों पर संकट काल में मुनाफ़ाखोरी का आरोप लगाया था. विवाद के बाद इन कंपनियों ने टीकों के दामों में कमी की है.

इसके बाद बीते 28 अप्रैल को सीरम इंस्टिट्यूट ने कोविशील्ड की कीमत राज्यों के लिए 400 रुपये से घटाकर 300 रुपये प्रति खुराक कर दी. इसी तरह भारत बायोटक ने बीते 29 अप्रैल को भारत बॉयोटेक ने कोविड-19 के टीके कोवैक्सीन का मूल्य राज्यों के लिए 600 रुपये प्रति डोज से घटाकर 400 रुपये करने की घोषणा की है.

इसी माह रूस में निर्मित कोविड-19 की वैक्सीन ‘स्पुतनिक वी’ के सीमित आपातकालीन उपयोग के लिए भारत में मंजूरी मिल गई थी. ‘स्पुतनिक वी’ भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ इस्तेमाल होने वाली तीसरी वैक्सीन है. भारत में इसका निर्माण डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज की ओर से होगा, लेकिन उन्होंने सरकार को आधिकारिक रूप से यह नहीं बताया है कि वे इसकी आपूर्ति कब करेंगे.

मध्य प्रदेश में शुरू नहीं हो सकेगा 18 से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण: चौहान

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रदेश में एक मई से 18 से 44 वर्ष के आयु वाले व्यक्तियों का कोरोना टीकाकरण अभियान प्रारंभ किया जाना था, लेकिन टीका निर्माता कंपनियों से टीका प्राप्त नहीं होने के कारण यह अभियान एक मई से प्रारंभ नहीं किया जा सकेगा.

उन्होंने कहा कि प्रदेश में तीन मई को टीकों की खुराक मिलने की संभावना है और उसके बाद इस आयु वर्ग का टीकाकरण का कार्य किया जाएगा.

हालांकि, चौहान ने कहा कि 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों के टीकाकरण का कार्य निरंतर जारी रहेगा.

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘इसलिए 1 मई से वैक्सीनेशन का यह कार्यक्रम मध्यप्रदेश में प्रारंभ नहीं किया जा सकेगा. हम जानते हैं कि उत्पादन की भी एक सीमा है. जैसे-जैसे उत्पादन होगा और हमें वैक्सीन मिलेगी, वैसे-वैसे 18 साल से ऊपर के हमारे जो नौजवान हैं, उनको निशुल्क वैक्सीन लगाने का अभियान चलाएंगे.’

उन्होंने कहा, ‘आप सबसे आग्रह है कि धैर्य रखिए, पैनिक मत होइए. मध्य प्रदेश को वैक्सीन 3 मई तक मिलने की संभावना है. वैक्सीन मिलते ही प्रदेश के नौजवानों को निशुल्क वैक्सीन लगाने का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा.’

चौहान ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश में कोरोना टीकाकरण कार्य की समीक्षा करते हुए यह बात कही.

चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर टीकाकरण के लिए नए केंद्र स्थापित किए जाएं, अस्पतालों में टीकाकरण कार्य न किया जाए.

मध्य प्रदेश में 28 अप्रैल तक कोविड-19 टीके की 8,066,980 खुराक दी गईं, जिनमें से 7,019,763 पहली खुराक तथा 1,047,217 दूसरी खुराक दी गईं हैं.

टीकाकरण केंद्रों के बाहर कतार न लगाएं, अभी टीके नहीं मिले हैं: केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 18 से 44 वर्ष की आयु वाले लोगों से एक मई से कोविड-19 टीकाकरण केंद्रों के बाहर कतार न लगाने की शुक्रवार को अपील करते हुए कहा कि दिल्ली को अभी टीके नहीं मिले हैं.

उन्होंने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगले एक-दो दिनों में करीब तीन लाख कोविशील्ड टीके मिलेंगे और 18 साल से अधिक आयु वाले लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू होगा.

देशभर में 18 से 44 वर्ष की आयु वर्ग वाले लोगों के लिए कोविड-19 टीकाकरण अभियान एक मई से शुरू होगा. हालांकि दिल्ली और कुछ अन्य राज्यों ने कहा है कि टीकों की कमी के कारण वे टीकाकरण अभियान शुरू नहीं कर पाएंगे.

केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने तीन महीनों में कोविशील्ड और कोवैक्सीन में प्रत्येक की 67 लाख खुराकों का ऑर्डर दिया है.

उन्होंने कहा, ‘हमारा उद्देश्य है कि अगर कंपनियां टीकों की पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति कर दें तो अगले तीन महीनों में हर किसी को टीका लगा दिया जाए.’

उन्होंने दिल्लीवासियों को आश्वस्त किया कि हर किसी को टीका लगाया जाएगा.

महाराष्ट्र में 25-30 लाख टीके मिलने तक 18 से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण नहीं: टोपे

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य को कोरोना वायरस रोधी टीके की 25-30 लाख शीशियां जब तक नहीं मिल जाती तब तक 18-44 वर्ष की उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू नहीं किया जाएगा.

टोपे ने मुंबई में पत्रकारों से कहा कि टीकाकरण अभियान शुरू करने के लिए कम से कम पांच दिन का पर्याप्त स्टॉक होना चाहिए.

महाराष्ट्र कई बार टीकों की कमी की वजह से टीकाकरण अभियान रोका जा चुका है, जो 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए चल रहा है.

टोपे ने कहा कि राज्य की क्षमता रोजाना आठ लाख लोगों को टीका लगाने की है.

इस बीच पणजी में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य को जब कोविड रोधी की खुराकें मिल जाएंगी, तब वह 18-44 वर्ष के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू करेगा.

सावंत ने कहा कि गोवा सरकार ने कोविशील्ड टीका बनाने वाले सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया को पांच लाख खुराकों का ऑर्डर दिया हुआ है.

कर्नाटक में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण में हो सकती है देरी: स्वास्थ्य मंत्री

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने शुक्रवार को कहा एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए शुरू हो रहे टीकाकरण अभियान में देरी हो सकती है, क्योंकि टीका अब तक नहीं पहुंचा है.

मंत्री ने पत्रकारों से कहा, ‘हमने पुणे में सीरम इंस्टिट्यूट को टीके की एक करोड़ खुराक का ऑर्डर दिया है, लेकिन आधिकारिक समाचार यही है कि वे पूर्व निर्धारित समय के हिसाब से कल तक हमें टीका देने को तैयार नहीं हैं.’

उन्होंने टीकाकरण के लिए को-विन पोर्टल पर पंजीकरण कराने वाले लोगों से एक मई को टीकाकरण केंद्र जाने से बचने का अनुरोध किया.

मंत्री ने कहा कि सरकार सीरम इंस्टिट्यूट से टीकों की आपूर्ति के बारे में पुष्टि होने पर टीका लेने के पात्र लोगों को सूचित करेगी.

मंत्री ने कहा, ‘हम पहले ही टीका निर्माता कंपनी पुणे की सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया से कोविशील्ड टीकों की एक करोड़ खुराक खरीदने के लिए 400 करोड़ रुपये का भुगतान कर चुके हैं.’

मंत्री के अनुसार, सीरम इंस्टिट्यूट के पास एक महीने में छह करोड़ टीके की खुराक के उत्पादन की क्षमता है, जबकि हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक एक से डेढ़ करोड़ टीके की खुराक का उत्पादन कर सकती है.

पंजाब और गुजरात में एक मई से 18 वर्ष से ऊपर के लोगों के टीकाकरण को लेकर अनिश्चितता

चंडीगढ़/अहमदाबाद: पंजाब और गुजरात में एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण को लेकर अनिश्चितता है, क्योंकि दोनों राज्यों की सरकारों ने कहा है कि उनके पास कोरोना वायरस रोधी टीके की पर्याप्त खुराकें नहीं हैं.

पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘हमें टीके की पर्याप्त खुराकें नहीं मिल रही हैं. इसलिए हमें समस्या का सामना करना पड़ रहा है. टीकाकरण के लिए हमारे पास पर्याप्त संख्या में कर्मचारी और व्यवस्था है.’

यह पूछने पर कि क्या राज्य के स्वास्थ्य अधिकारी एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण करेंगे तो मंत्री ने कहा, ‘हमें लगता है कि हम एक मई से नहीं कर पाएंगे.’

राज्य सरकार ने 18 से 45 वर्ष तक के लोगों के टीकाकरण के लिए सीरम इंस्टिट्यूट को 30 लाख कोविशील्ड खुराक के ऑर्डर दिए हैं.

सिद्धू ने कहा, ‘बुधवार को हमें दो लाख खुराकें मिलीं और उससे पहले हमें डेढ़ लाख खुराकें मिली थीं, लेकिन हमारे पास यह सूचना नहीं है कि आज और कल हमें कितनी खुराक मिलेंगी. अगर हमें टीके की कम से कम दस लाख खुराकें मिलती हैं तो हम इस कार्यक्रम को शुरू कर सकते हैं.’

वहीं गुजरात सरकार ने कहा कि दवा कंपनियों से पर्याप्त संख्या में टीका मिलने पर ही वह तीसरे चरण का टीकाकरण अभियान शुरू करेगी. बहरहाल, राज्य में 18 वर्ष से 45 वर्ष तक के लोगों के टीकाकरण के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है.

राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बृहस्पतिवार को जारी बयान में कहा, ‘राज्य सरकार ने 25 अप्रैल को सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया से कोविशील्ड की एक करोड़ खुराक और भारत बायोटेक से कोवैक्सीन की 50 लाख खुराक का ऑर्डर दिया था.’

भाजपा शासित गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा, ‘टीकों की पर्याप्त आपूर्ति न हो पाने के कारण उनका राज्य 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण शुरू नहीं कर पाएगा.’

उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि टीकों की सप्लाई अगले 15 दिन में हमे मिल जाएगी इसके बाद हम (18 साल से अधिक उम्र के लोगों की) टीकाकरण प्रक्रिया शुरू कर देंगे.’

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने गुरुवार को कहा कि सरकार उन लोगों को प्राथमिकता देगी जो टीके की दूसरी डोज के योग्य होगी.

उन्होंने कहा, ‘इसके लिए टीकाकरण केंद्रों की ओर भागने की जरूरत नहीं है. कोविशील्ड की दूसरी खुराक छह से आठ हफ्ते में और कोवैक्सीन की दूसरी खुराक चार से छह हफ्ते ली जानी चाहिए. टीके की दूसरी खुराक लेने वालों को प्राथमिकता देने के बाद पहली खुराक के लिए ऑनलाइन बुकिंग की अनुमति दी जाएगी.’

राज्यों के पास अब भी कोविड-19 रोधी टीकों की एक करोड़ से ज्यादा खुराक उपलब्ध: केंद्र

राज्यों की ओर टीके कमी को लेकर उठाए गए सवालों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास कोविड-19 टीके की एक करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध हैं और उन्हें अगले तीन दिनों में 20 लाख खुराक और मिलेंगी.

भारत सरकार ने अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड-19 से प्रतिरक्षा हेतु टीके की करीब 16.16 करोड़ खुराक मुफ्त उपलब्ध कराई हैं.

मंत्रालय ने कहा कि इनमें से खराब होने वाली खुराक के साथ ही 151,077,933 खुराक की खपत हुई है.

उसने कहा, ‘राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के पास टीके की एक करोड़ से अधिक (10,608,207) खुराक उपलब्ध हैं. अगले तीन दिनों में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 20 लाख से अधिक (2,048,890) खुराक उपलब्ध कराई जाएगी.’

मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण का तीसरा चरण एक मई से शुरू होगा.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 18 साल से अधिक आयु के सभी नागरिकों के वास्ते कोविड-19 रोधी टीका लगवाने के लिए बुधवार को कोविन पोर्टल या आरोग्य सेतु ऐप के जरिए पंजीकरण शुरू हो गया.

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली को अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 3,840,710 खुराक मिल चुकी है और व्यर्थ हुई खुराकों को मिलाकर वहां कुल खपत 3,277,716 खुराक है. मंत्रालय के मुताबिक ऐसे में उनके पास अब भी 562,994 खुराक हैं.

इसी तरह राजस्थान को 13,612,360 खुराक उपलब्ध कराई गईं. जबकि व्यर्थ हुईं खुराकों समेत उसकी कुल खपत 13,242,014 खुराक की है. इसके मुताबिक राज्य के पास 370,346 खुराक उपलब्ध हैं.

आंकड़ों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल को अब तक 11,383,340 खुराक उपलब्ध कराई गई और टीके की ‍व्यर्थ हुई खुराक समेत उसकी कुल खपत 10,889,069 है. आंकड़ों में कहा गया कि राज्य के पास अब भी 494,271 खुराक उपलब्ध हैं.

मंत्रालय के मुताबिक छत्तीसगढ़ को 5,916,550 खुराक उपलब्ध कराई गई हैं और खराब हुई खुराक समेत उसका कुल उपभोग 5,609,386 खुराक का है. राज्य में फिलहाल 307,164 खुराक हैं और दो लाख खुराकों की आपूर्ति की जा रही है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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