तमिलनाडु में एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रमुक ने 10 साल बाद सत्ता में वापसी की है. द्रमुक को राज्य की 234 विधानसभा सीटों में से जहां 133 सीटों पर जीत मिली तो सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक सिर्फ़ 76 सीटें जीतने में सफल हो सकी. अन्नाद्रमुक की सहयोगी भाजपा को सिर्फ चार सीटों से संतोष करना पड़ा.
चेन्नई: तमिलनाडु में बीते 10 साल से सत्ता से बाहर रही द्रमुक ने सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक से सत्ता छीन ली है. पहली बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बनने जा रहे द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन ने रविवार को राज्य के लोगों को उनकी पार्टी को जीत दिलाने को लेकर धन्यवाद दिया और उन्हें आश्वासन दिया कि वह उनके लिए ईमानदारी से काम करेंगे.
स्टालिन ने उनकी पार्टी को छठी बार तमिलनाडु पर शासन करने का जनादेश देने को लेकर राज्य के सभी लोगों के प्रति ‘हार्दिक धन्यवाद’ प्रकट किया.
निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, द्रमुक (डीएमके) तमिलनाडु की कुल 234 विधानसभा सीटों में से 133 सीटों पर जीत हासिल कर ली है.
द्रमुक के सहयोगी दल कांग्रेस ने 18, भाकपा और माकपा ने दो-दो तथा विदुथलई चिरूथैगल काचि ने चार सीटों पर जीत दर्ज की है.
वहीं सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक (एआईएडीएमके) 66 सीटे जीतने में सफल रही, जबकि उसके सहयोगी दल भाजपा को सिर्फ चार सीटों पर संतोष करना पड़ा.
अतीत में द्रमुक 2006-11, 1996-2001, 1989-91, 1971-76 और 1967-71 के दौरान राज्य पर शासन कर चुकी है.
स्टालिन ने एक बयान में कहा कि लोगों ने यह एहसास करके अपना भारी जनसमर्थन दिया है कि यदि द्रमुक सत्ता में आई तो उनका कल्याण सुरक्षित रहेगा.
तमिलनाडु में साल 2016 के विधानसभा चुनाव में ऑल इंडिया अन्ना दविड़ मुनेत्र कषगम (एआईएडीएमके) दिवंगत जे. जयललिता के नेतृत्व में 1984 के बाद पहली ऐसी सत्तारूढ़ पार्टी बनी थी, जिसने चुनावों में लगातार दूसरी बार जीत हासिल की थी.
साल 2016 में एआईएडीएमके ने 136 सीटों पर जीत हासिल की थी. दविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) ने 89 सीटों और कांग्रेस ने सिर्फ आठ सीटों पर जीत दर्ज की थी.
इस बार तमिलनाडु में अभिनेता से नेता बने कमल हासन के मक्कल निधी मैयम (एमएनएम) सहित चार गठबंधन मैदान में था, लेकिन मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक और मुख्य विपक्षी द्रमुक के बीच था.
सिनेमा से राजनीति में पदार्पण करने वाले कमल हासन को कोयंबटूर दक्षिण सीट से हार का सामना करना पड़ा. यहां भाजपा की राष्ट्रीय महिला इकाई की नेता वनति श्रीनिवासन ने उन्हें 1,300 से अधिक मतों से हराया.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)