महाराष्ट्र में कोविड-19 पाबंदियों के दौरान उद्योगपति अनिल अंबानी महाबलेश्वर के एक गोल्फ कोर्स में टहलते हुए नज़र आए थे. वह अपनी पत्नी टीना अंबानी एवं बच्चों के साथ वहां पहुंचे हुए थे. महाबलेश्वर प्रशासन ने कहा कि मामले को सत्यापित कर एक नोटिस जारी किया गया है, जिसके बाद गोल्फ कोर्स बंद कर दिया गया है.
सतारा: महाराष्ट्र के लोकप्रिय पहाड़ी पर्यटन स्थल महाबलेश्वर के नगर निकाय प्रशासन ने गोल्फ कोर्स में उद्योगपति अनिल अंबानी के टहलने का वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद संबंधित निजी क्लब से उसे (गोल्फ कोर्स को) बंद कर देने को कहा है.
सूत्रों ने बताया कि हाल ही में अंबानी इस गोल्फ कोर्स में टहलते हुए नजर आए थे, जबकि महाराष्ट्र में लॉकडाउन जैसी स्थिति के तहत ऐसी गतिविधि निषिद्ध है. वह अपनी पत्नी टीना अंबानी एवं बच्चों के साथ महाबलेश्वर पहुंचे हुए थे.
महाबलेश्वर नगर परिषद की प्रमुख अधिकारी पल्लवी पाटिल ने चेतावनी दी कि यदि प्रतिष्ठान वर्तमान पाबंदियों के दौरान लोगों को सुबह या शाम में टहलने के लिए आने से नहीं रोकता है तो आपदा प्रबंधन अधिनियम, आईपीसी और महामारी रोग अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी.
गोल्फ कोर्स को जारी अपने नोटिस में पाटिल ने कहा, ‘यह आपके ध्यान में लाया जाता है कि राज्य सरकार के आदेशों के अनुसार लॉकडाउन और कर्फ्यू लगाया गया है. गोल्फ कोर्स के मैदान में शाम के पैदल चलने वालों द्वारा अक्सर देखा जाता है, इसलिए आपको निर्देशित किया जाता है कि इसे जनता के लिए बंद कर दिया जाए. आदेश की अवहेलना पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 से 60 और महामारी रोग अधिनियम की धारा 188 और भारतीय दंड संहिता 1860 की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी.’
पाटिल ने कहा, ‘मैदान में परिवार के कुछ सदस्यों के साथ अनिल अंबानी के टहलने का वीडियो सोशल मीडिया पर आया. वीडियो का सत्यापन करने के बाद हमने ग्राउंड के मालिक ‘द क्लब’ को नोटिस जारी किया और उसे सुबह या शाम में लोगों को वहां टहलने के लिए आने देने से रोकने का निर्देश दिया.’
उन्होंने कहा कि हमने मामले को सत्यापित किया और एक नोटिस जारी किया कि यह कोविड-19 प्रतिबंधों का उल्लंघन है. अब ‘द क्लब’ ने गोल्फ कोर्स मैदान में ताला लगा दिया है और सभी गतिविधियों को रोक दी गई है.
ब्रिटिशयुगीन यह गोल्फ कोर्स सदाबहार वन के बीच स्थित है.
हालांकि एक अधिकारी ने बताया कि अंबानी हाल की लॉकडाउन जैसी पाबंदियों के प्रभाव में आने से पहले महाबलेश्वर आए थे और वह यहां एक बंगले में रह रहे थे.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, पुणे से 120 और मुंबई से 280 किलोमीटर दूर स्थित महाबलेश्वर एक विशाल पठार है, जो चारों तरफ से घाटियों और पहाड़ियों से घिरा हुआ है. यह कृष्णा नदी का स्रोत है, जो महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से होकर बहती है.
अपनी मनोरम सुंदरता के लिए जाना जाने वाले पर्यटन स्थल महाबलेश्वर शानदार पहाड़ियों और घाटियों के अलावा स्ट्रॉबेरी के लिए भी मशहूर है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)