कोविड-19: एक दिन में संक्रमण के अब तक के सर्वाधिक 412,262 मामले दर्ज, रिकॉर्ड 3,980 लोगों की मौत

भारत में कोरोना वायरस महामारी के दस्तक के बाद मई महीने में यह दूसरी बार है, जब एक दिन में संक्रमण के चार लाख से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं. देश में संक्रमण का कुल आंकड़ा 21,077,410 हो गया है और मृतकों की संख्या बढ़कर 230,168 हो चुकी है. विश्व में संक्रमण के 15.52 करोड़ से ज़्यादा मामले हैं और 32.43 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.

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(फोटो: पीटीआई)

भारत में कोरोना वायरस महामारी के दस्तक के बाद मई महीने में यह दूसरी बार है, जब एक दिन में संक्रमण के चार लाख से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं. देश में संक्रमण का कुल आंकड़ा 21,077,410 हो गया है और मृतकों की संख्या बढ़कर 230,168 हो चुकी है. विश्व में संक्रमण के 15.52 करोड़ से ज़्यादा मामले हैं और 32.43 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.

(फोटो: पीटीआई)
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नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले हर दिन एक नया रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. एक बार फिर एक दिन या 24 घंटे में अब तक के सर्वाधिक मामले दर्ज किए गए हैं और एक दिन में सर्वाधिक मौत के मामले भी दर्ज किए गए हैं.

बृहस्पतिवार को संक्रमण के सर्वाधिक 412,262 नए मामले दर्ज किए गए तथा रिकॉर्ड 3,980 लोगों ने इस महामारी से जान गंवाई है. इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामले देश में 21,077,410 हो गए और मृतकों की संख्या 230,168 पर पहुंच गई.

महामारी के भारत में संक्रमण के बाद इस महीने ये दूसरी बार है, जब एक दिन में चार लाख से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं. इससे पहले एक मई को चार लाख से अधिक मामले सामने आए थे.

28 अप्रैल के बाद से यह लगातार नौवां दिन है, जब एक दिन में तीन हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है. साथ ही 21 अप्रैल के बाद से लगातार 16वां दिन है, जब एक दिन में मरने वालों की संख्या दो हजार का आंकड़ा पार गई.

आंकड़ों पर गौर करें तो देश में 23 अप्रैल के बाद से ये लगातार 14वां दिन है, जब देश में तीन लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. 15 अप्रैल से लगातार 22वें दिन संक्रमण के दो लाख से अधिक दैनिक मामले सामने आए हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या 3,566,398 है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 16.92 प्रतिशत है. कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर गिरकर 81.99 प्रतिशत हो गई है.

आंकड़ों के मुताबिक, इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 17,280,844 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.09 प्रतिशत है.

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक, पांच मई तक 296,775,209 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 1,923,131 नमूनों की जांच बुधवार को की गई.

बीते 24 घंटे में जिन 3,980 और लोगों ने जान गंवाई है, उनमें से 920 की मौत महाराष्ट्र में, 353 की उत्तर प्रदेश में, 346 की कर्नाटक में, 311 की दिल्ली में, 253 की छत्तीसगढ़ में, 181 की हरियाणा में, 180 की पंजाब में, 167 की तमिलनाडु में, 155 की राजस्थान में, 141 की झारखंड में, 133 की गुजरात में, 127 की उत्तराखंड में और 103 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई.

देश में अब तक 230,168 लोग इस महामारी से जान गंवा चुके हैं. इनमें से 72,662 लोगों की मौत महाराष्ट्र, 18,063 की दिल्ली, 16,884 की कर्नाटक, 14,779 की तमिलनाडु, 14,151 की उत्तर प्रदेश, 11,847 की पश्चिम बंगाल, 9,825 की पंजाब और 9,738 लोगों की मौत छत्तीसगढ़ में हुई.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक लोगों को पहले से अन्य बीमारियां भी थीं.

आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.

भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.

वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में इसे 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे.

इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई को आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया.

अप्रैल अब तक सर्वाधिक घातक महीना

कोरोना वायरस संक्रमण के लिहाज से बात करें तो देश में अप्रैल का महीना अब तक सबसे घातक साबित हुआ है. इस महीने में संक्रमण के नए मामलों ने सिर्फ एक या दो दिन ही गिरावट दर्ज की, वरना लगभग हर दिन रिकॉर्ड मामले दर्ज किए गए.

बीते 24 घंटे के दौरान नए मामलों की सर्वाधिक संख्या बीते 30 अप्रैल को 386,452 दर्ज की गई और इस अवधि में जान गंवाने वालों की सर्वाधिक 3,645 संख्या 29 अप्रैल को रही है.

इस महीने में 22 अप्रैल से 30 अप्रैल तक एक दिन में संक्रमण के तीन लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए. 15 अप्रैल से लेकर 21 अप्रैल के बीच हर दिन दो लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए और पांच अप्रैल से 14 अप्रैल तक (सिर्फ छह अप्रैल को 96,982 मामले आए थे) एक लाख से अधिक मामले दर्ज किए.

अप्रैल में एक दिन में मरने वालों की संख्या की बात करें तो 28 से 30 अप्रैल तक हर दिन 3,000 से अधिक लोगों की जान गई. 21 से 27 अप्रैल के बीच हर दिन 2,000 से अधिक लोगों की मौत हुई और 12 से 20 अप्रैल तक हर दिन 1,000 से अधिक लोगों ने दम तोड़ा था.

वायरस के मामले और मौतें

24 घंटे में सामने आए संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो पांच मई को 382,315, चार मई को 357,229, तीन मई को 368,147, दो मई को 392,488 और एक मई को 401,993 मामले सामने आए हैं.

एक दिन या 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो पांच मई को 3,780, चार मई को 3,449, तीन मई को 3,417, दो मई को अब तक के सर्वाधिक 3,689 लोगों की मौत हुई थी. एक मई को यह आंकड़ा 3,523 था.

मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है.

फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16,738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.

जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.

पिछले साल छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.

इसी तरह पिछले साल 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.

दुनियाभर में मामले 15.52 करोड़ से ज़्यादा, 32.43 लाख से अधिक लोगों की मौत

अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 155,250,838 हो गए हैं और अब तक 3,243,744 लोगों की जान जा चुकी है.

दुनियाभर में महामारी से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां संक्रमण के अब तक 32,558,066 मामले सामने आए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 579,280 हो चुकी है.

संक्रमण से दूसरा प्रभावित देश भारत है. भारत के बाद तीसरे संक्रमण प्रभावित देश ब्राजील में संक्रमण के अब तक 14,930,183 मामले मिले हैं और 414,399 लोग दम तोड़ चुके हैं.

ब्राजील के बाद चौथे सर्वाधिक प्रभावित देश फ्रांस में संक्रमण के 5,767,541 मामले आए हैं और 105,792 लोगों ने जान गंवा दी है. फ्रांस के बाद पांचवें सर्वाधिक प्रभावित देश तुर्की में संक्रमण के 4,955,594 मामले आए हैं, जबकि 41,883 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.

तुर्की के बाद छठे सर्वाधिक प्रभावित देश रूस में संक्रमण 4,799,872 के नए मामले दर्ज हुए हैं और 110,366 लोग जान गंवा चुके हैं.

रूस बाद सातवें सर्वाधिक प्रभावित देश ब्रिटेन में संक्रमण के 4,441,644 मामले सामने आए हैं और 127,830 मौतें हुई हैं. ब्रिटेन के बाद आठवें सर्वाधिक प्रभावित देश इटली में संक्रमण 4,070,400 मामले दर्ज हुए हैं जबकि 122,005 मौतें हुई हैं.

इटली के बाद नौवें प्रभावित देश स्पेन में संक्रमण के 3,551,262 मामले सामने आए हैं और 78,566 मौतें हुई हैं. स्पेन के बाद 10वें सर्वाधिक प्रभावित देश जर्मनी में संक्रमण के 3,484,755 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 84,142 लोगों की यह महामारी जान ले चुकी है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)