बिहार: पप्पू यादव का दावा, भाजपा सांसद की निधि से खरीदी कई एंबुलेंस बिना इस्तेमाल खड़ी हैं

बिहार में पूर्व सांसद पप्पू यादव ने एक स्थान पर सारण से लोकसभा सांसद राजीव प्रताप रूडी के कोष से खरीदी गई दो दर्जन से ज्यादा एंबुलेंस बिना इस्तेमाल के रखे होने का दावा किया है. रूडी के एक समर्थक ने यादव पर परिसर में जबरन घुसने और एंबुलेंस में तोड़फोड़ करने के आरोप में मामला दर्ज करवाया है.

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बिहार में भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी की निधि से खरीदी गई एंबुलेंस बिना इस्तेमाल किए खड़ी पाई गई. (फोटो: @pappuyadavjapl)

बिहार में पूर्व सांसद पप्पू यादव ने एक स्थान पर सारण से लोकसभा सांसद राजीव प्रताप रूडी के कोष से खरीदी गई दो दर्जन से ज्यादा एंबुलेंस बिना इस्तेमाल के रखे होने का दावा किया है. रूडी के एक समर्थक ने यादव पर परिसर में जबरन घुसने और एंबुलेंस में तोड़फोड़ करने के आरोप में मामला दर्ज करवाया है.

बिहार में भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी की निधि से खरीदी गई एंबुलेंस बिना इस्तेमाल किए खड़ी पाई गई. (फोटो: @pappuyadavjapl)
बिहार में भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी की निधि से खरीदी गई एंबुलेंस बिना इस्तेमाल किए खड़ी पाई गई. (फोटो: @pappuyadavjapl)

छपरा: बिहार में मधेपुरा के पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी (जाप) के अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने एक स्थान पर जाकर दो दर्जन से ज्यादा एंबुलेंस बिना इस्तेमाल के रखे होने का मामला उजागर किया.

सभी एंबुलेंस की खरीदारी सारण से लोकसभा सांसद राजीव प्रताप रूडी के कोष से की गई थी. एंबुलेंस पर रूडी का नाम लिखा था और संसद सदस्य स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपीलैड) के कोष से इसकी खरीदारी हुई थी.

अपने समर्थकों के साथ पप्पू यादव शुक्रवार को अचानक उस जगह पहुंच गए जहां कई सारी एंबुलेंस खड़ी थी और सुरक्षा कर्मियों से बहस होने के बाद वह परिसर के भीतर चले. परिसर में कई एंबुलेंस को तिरपाल से ढककर रखा गया था.

कोविड-19 महामारी जब अपने चरम पर है, ऐसे में मरीजों को पहुंचाने में एंबुलेंस का इस्तेमाल नहीं करने के लिए पप्पू यादव ने भाजपा सांसद रूडी की तीखी आलोचना की.

जन अधिकार पार्टी के प्रमुख ने कहा, ‘लोगों को एक किलोमीटर तक कोविड मरीज को ले जाने के लिए भी 12,000 रुपये तक देने पड़ रहे हैं. एंबुलेंस की घोर किल्लत है और सारण के सांसद ने 100 एंबुलेंस को बिना इस्तेमाल के खड़ा कर रखा है.’

पप्पू यादव ने कहा, ‘उन्होंने (रूडी) अपने कुछ लोगों को एंबुलेंस बांट दी. इस मामले की जांच होनी चाहिए. एमपीलैड कोष जनता का धन है.’

वहीं, रूडी के एक समर्थक ने यादव पर परिसर में जबरन घुसने और एंबुलेंस में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दी है.

पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि शनिवार को अमनौर थाने में यादव के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई.

एंबुलेंस बिना इस्तेमाल के रखे होने का मामला सामने आने के बाद रूडी और यादव के बीच जबानी जंग हुई है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री और सारण के मौजूदा सांसद रूडी ने अपना बचाव करते हुए कहा कि कोविड महामारी के कारण ड्राइवर नहीं मिलने से एंबुलेंस रखी हुई थी.

रूडी ने यादव पर मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया और उन्हें ड्राइवरों की व्यवस्था करने की चुनौती दी.

इस पर एक ट्वीट करते हुए यादव ने दावा किया, रूडी जी केंद्र में कौशल विकास मंत्री थे तो 17 अक्टूबर 2016 को छपरा में केंद्रीय मंत्री गडकरी जी और भाजपा नेता सुशील मोदी से पीएम कौशल विकास योजना के तहत चालक प्रशिक्षण संस्था का उदघाटन करवाया था. 5 साल में 70 ड्राइवर भी नहीं वहां ट्रेंड हुए जो एम्बुलेंस चला सकें. पर हम आज देंगे ड्राइवर!

इसके बाद, यादव ने कुछ ड्राइवरों के साथ पटना में संवाददाता सम्मेलन किया. यादव ने कहा कि उन्होंने ड्राइवरों की व्यवस्था कर दी है और वे एंबुलेंस चलाने के लिए तैयार हैं.

यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ऐसी गतिविधियां रोकने और काम करने के लिए राजी ड्राइवरों की सेवाएं लेने की अपील की.

इसके बाद यादव ने एक वीडियो जारी कर दावा किया कि राजीव प्रताप रूडी के द्वारा सांसद निधि से खरीदे गए एंबुलेंस से बालू ढोया जा रहा है और इसके लिए उनके पास ड्राइवर भी मौजूद हैं.

उन्होंने ट्वीट कर लिखा, एम्बुलेंस का राजीव प्रताप रूडी जी बालू ढोने में बहुत बेहतरीन उपयोग कर रहे थे. इसके लिए उनके पास ड्राइवर भी उपलब्ध था. लेकिन बीमारों की मदद के लिए एम्बुलेंस चलाने के लिए ड्राइवर नहीं था.

बता दें कि मधेपुरा से कई बार सांसद रहे यादव कोविड-19 महामारी के दौरान लगातार मरीजों की मदद में लगे हैं. उन्होंने जरूरतमंद मरीजों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर और बिस्तर दिलाने में भी मदद की है.

पप्पू यादव 2019 के आम चुनाव में जद(यू) नेता दिनेश चंद्र यादव से हार गए थे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)