दिल्ली के अलावा तेलंगाना सरकार ने राज्य में कोविड-19 टीके की कमी के कारण 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को दूसरी खुराक देना स्थगित कर दिया है और अभी तक 18-44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू नहीं कर पाया है.
नई दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को कहा कि यदि केंद्र मई में दिल्ली के लिए कोविड-19 टीके की और खुराक देने में विफल रहता है तो दिल्ली सरकार को 18-44 साल के आयु वर्ग के टीकाकरण केंद्रों को बंद करना पड़ेगा.
उन्होंने ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘केंद्र ने हमें पत्र लिखकर बताया कि हमें 45 से ऊपर वालों के लिए 3.83 लाख खुराक मिलेंगी तथा यह कि हमें मई में 18-44 साल के उम्र वर्ग के लोगों के लिए टीके नहीं मिलेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘फिलहाल हमारे पास 45 साल एवं उसके ऊपर के लोगों के लिए टीकों का चार दिनों का भंडार है, जबकि 18-44 साल के उम्र वर्ग के लिए बस तीन दिनों के लिए टीकों का भंडार है. यदि केंद्र इस महीने कोविड-19 टीके की और खुराक नहीं देता है तो हमें 18-44 साल के उम्र वर्ग के टीकाकरण केंद्रों को बंद करना पड़ेगा.’
मंत्री ने कहा कि उन्होंने केंद्र से दिल्ली में 18 से 44 साल के उम्र वर्ग के लोगों के लिए टीके की 3.82 लाख खुराकें देने की मांग की.
उन्होंने कहा, ‘टीकों की आपूर्ति में दिक्कत हैं क्योंकि केंद्र ने करोड़ों खुराक अन्य देशों को निर्यात कर दी. हम टीके खरीदने के लिए तैयार हैं लेकिन कम से कम उसे (टीका) उपलब्ध तो कराया जाए.’
केंद्र सरकार को भेजे पत्र में सिसोदिया ने राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों तथा सरकारों एवं निजी क्षेत्र के बीच टीकों के वितरण में पारदर्शिता की भी मांग की.
उन्होंने कहा, ‘हम उत्पादन की समस्या समझते हैं. लेकिन केंद्र को राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को विभिन्न उम्र वर्ग के लिए आपूर्ति किए गए टीकों पर आंकड़ा सार्वजनिक करना चाहिए.’
आप नेता ने कहा कि इसी तरह विनिर्माताओं को भी यह बताना चाहिए कि उनके द्वारा उत्पादित कितनी खुराकें सरकार और कितनी खुराकें निजी क्षेत्र के संस्थानों को दी गईं.
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘कृपया हमें अगले दो महीने के लिए टीके की उपलब्धता के बारे में बताइए, ताकि हम जून एवं जुलाई के लिए टीकाकरण कार्यक्रम तैयार कर पाएं.’
इस बीच दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने कहा कि केंद्र की मुफ्त आपूर्ति के तहत राष्ट्रीय राजधानी को 21 मई को कोविशील्ड की 50,000, 25 मई को 50,000, 26 मई को 100,000 और 29 मई को 83,970 खुराक मिलेंगी.
उन्होंने बताया कि दिल्ली को 22 मई को कोवैक्सीन की 50,000 और 26 मई को 48,890 खुराक मिलेंगी.
उन्होंने बताया कि दिल्ली की आप सरकार ने संबंधित विनिर्माताओं से कोविशील्ड और कोवैक्सीन की कोई सीधी खरीद नहीं की है।
हालांकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन की 67-67 लाख खुराक खरीदने का आदेश संबंधित विनिर्माताओं को दिया गया है.
तेलंगाना ने अपर्याप्त स्टॉक के कारण कोविड टीके की दूसरी खुराक रोकी
तेलंगाना सरकार ने राज्य में कोविड-19 टीके की कमी के कारण 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को दूसरी खुराक देना स्थगित कर दिया है, यह एक और संकेत है कि देश वैक्सीन की खुराक की अत्यधिक कमी का सामना कर रहा है.
सरकार की ओर से रविवार को जारी सर्कुलर में कहा गया है, ‘कोवैक्सीन का अपर्याप्त स्टॉक और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से ताजा स्टॉक न मिलने की स्थिति को देखते हुए 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए दूसरी खुराक अभियान स्थगित कर दिया गया है.’
टीके की भारी कमी के कारण तेलंगाना सरकार अभी तक 18-44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू नहीं कर पाया है.
बीते 29 अप्रैल को राज्य सरकार ने कहा था कि टीके की कमी के कारण 1 मई को 18-44 आयु वर्ग के लोगों के लिए कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू करना संभव नहीं है.
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्ट के मुताबिक, सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण निदेशक के कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, 8 मई तक 8.3 लाख लोगों (राज्य की आबादी का केवल दो प्रतिशत) को कोवैक्सीन और कोविशील्ड की दोनों खुराक दी गई.
केंद्र ने हाल ही में सीरम इंस्टीट्यूट के कोविशील्ड की पहली और दूसरी खुराक के बीच के अंतर को बढ़ाकर 12-16 सप्ताह कर दिया है. पहले यह आठ-छह सप्ताह का था. भारत बायोटेक के कोवैक्सिन के लिए निर्धारित समय अवधि चार से छह सप्ताह है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)