डेरा समर्थकों का गुस्सा स्वाभाविक है: हरियाणा के मंत्री

रोहतक से भाजपा विधायक और सरकार में मंत्री मनीष ग्रोवर ने पंचकूला में आतंक का माहौल तैयार करने के लिए मीडिया को ज़िम्मेदार ठहराया.

मनीष ग्रोवर (फोटो: विकिपीडिया)

रोहतक से भाजपा विधायक और सरकार में मंत्री मनीष ग्रोवर ने पंचकूला में आतंक का माहौल तैयार करने के लिए मीडिया को ज़िम्मेदार ठहराया.

मनीष ग्रोवर (फोटो: विकिपीडिया)
मनीष ग्रोवर (फोटो: विकिपीडिया)

हरियाणा सरकार में सहकारिता मंत्री और रोहतक से भाजपा विधायक मनीष ग्रोवर ने पंचकूला और सिरसा में डेरा समर्थकों के उपद्रव और हिंसा को स्वाभाविक गुस्सा बताया है.

संडे एक्सप्रेस को दिए अपने बयान में ग्रोवर ने कहा, ‘जब किसी संत के 50 हज़ार से एक लाख समर्थक होते हैं और उनके प्रति उनका भक्ति भाव होता है. ऐसी स्थित में गुस्सा फूटना स्वाभाविक है. वो गुस्सा आया लेकिन एक-दो घंटे के बाद सरकार ने उस पर नियंत्रण कर लिया.’

मीडिया की आलोचना करते हुए ग्रोवर कहते हैं, ‘आतंक का माहौल पैदा करने के लिए मीडिया जिम्मेदार है. जब से पता चला था कि 25 अगस्त को बाबा कोर्ट में पेश होंगे तब से राज्य की मीडिया ने इसे बहस का मुद्दा बना दिया था कि क्या बाबाजी अदालत में पेश होंगे या नहीं. पूरे देश में मीडिया के ज़रिये एक माहौल बना दिया गया था. पिछले 10 दिनों से इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया जिस तरह से इस ख़बर को चला रहे थे, उनके अनुयायियों तक बात जा रही थी… बाबाजी पेश होंगे… बाबाजी पेश होंगे.’

ग्रोवर ने कहा, ‘जैसे-जैसे सुनवाई की तारीख़ नज़दीक आ रही थी उनके अनुयायी पंचकूला पहुंच रहे थे और बड़ी संख्या में जुट गए. इन अनुयायियों का उनके गुरु के साथ एक संबंध है… ये बाबा के प्रति प्रतिबद्ध हैं और बाबा में उनकी निष्ठा है.’

राज्य सरकार के कई सारे महकमों को संभालने वाले मनीष ग्रोवर पहली बार विधायक बने हैं. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और ग्रोवर दशकों तक आरएसएस के सदस्य रहे हैं.

ग्रोवर ने डेरा समर्थकों द्वारा हथियारों के इस्तेमाल को ख़ारिज किया है. उन्होंने कहा, ‘हमें ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है कि समर्थकों ने हथियारों का इस्तेमाल किया.’

सरकार और प्रशासन की विफलता को ख़ारिज करते हुए ग्रोवर कहते हैं, ‘बाबाजी 25 अगस्त को एक काफ़िले के साथ आए, लेकिन हमने केवल दो वाहनों को प्रवेश करने दिया. जब उन्हें दोषी करार दिया गया तो सरकार ने उन्हें तुरंत जेल भेज दिया था.’

वे आगे कहते हैं, ‘समर्थकों ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और मीडिया पर हमला किया उस पर सरकार ने तुरंत करवाई की है. डेरा समर्थक अब अपने घरों में और स्थिति सरकार के नियंत्रण में है.’

मनीष ग्रोवर इससे पहले सरकारी फंड से डेरा सच्चा सौदा को 11 लाख रुपये दे चुके हैं. मनीष ग्रोवर ने पिछले साल डेरा सच्चा सौदा के लिए राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए अपने विवेकाधीन कोष से 11 लाख रुपये देने की घोषणा थी. इसी तरह हरियाणा सरकार के खेल मंत्री अनिल विज भी डेरा सच्चा सौदा को 50 हज़ार रुपये का चंदा दे चुके हैं.