भगोड़ा हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी पंजाब नेशनल बैंक के साथ 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में वांछित है. वह जनवरी 2018 से कैरिबियाई द्वीपीय देश एंटीगुआ एवं बारबुडा में रह रहा है. चोकसी को रविवार को आख़िरी बार उसकी कार में देखा गया था. कार तो पुलिस ने बरामद कर ली है, लेकिन चोकसी का कुछ पता नहीं चल पाया है.
नई दिल्ली: एंटीगुआ एवं बारबुडा में रह रहा भगोड़ा हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी लापता हो गया है और रविवार से ही पुलिस उसकी तलाश में जुटी है. कैरिबियाई द्वीपीय देश की ‘रॉयल पुलिस फोर्स’ ने एक बयान में यह जानकारी दी.
उल्लेखनीय है कि चोकसी भारत में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ कथित तौर पर 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में वांछित है. वह जनवरी 2018 से इस देश में रह रहा है.
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि चोकसी के खिलाफ लगे आरोपों की जांच कर रही सीबीआई ने इस खबरों ‘औपचारिक और अनौपचारिक’ मंचों के जरिये पुष्टि कर रही है. इंटरपोल ने भी एजेंसी के अनुरोध पर उसके खिलाफ ‘रेड कॉर्नर नोटिस’ जारी किया है.
एंटीगुआ पुलिस ने एक बयान में बताया कि चोकसी को रविवार को आखिरी बार उसकी कार में देखा गया था. कार तो पुलिस ने बरामद कर ली है, लेकिन चोकसी का कुछ पता नहीं चल पाया है.
चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने उनके मुवक्किल के लापता होने की खबरों की पुष्टि की है.
एंटीगुआ पुलिस ने भारतीय समयानुसार सोमवार रात चोकसी के लापता होने के संबंध में बयान जारी किया. पुलिस ने उसकी तलाश रविवार को शुरू की थी और उसकी तस्वीर के साथ एक बयान जारी किया है, ताकि लोगों से उसके संबंध में जानकारी हासिल की जा सके.
बयान में कहा गया है, ‘पुलिस जॉली हार्बर के निवासी 62 वर्षीय मेहुल चोकसी के लापता होने के मामले की जांच कर रही है. चोकसी के लापता होने की शिकायत जॉनसन पॉइंट पुलिस थाने में दर्ज कराई गई है. वह रविवार 23 मई 2021 से लापता है.’
स्थानीय मीडिया संस्थान ‘एंटीगुआ न्यूजरूम’ ने पुलिस आयुक्त एटली रॉडने के हवाले से मंगलवार को बताया कि पुलिस भारतीय कारोबारी मेहुल चोकसी का पता लगाने में जुटी है जिसके लापता होने की अटकलें हैं.
खबर के अनुसार, एंटीगुआ एवं बारबुडा की नागरिकता ले चुके चोकसी को रविवार को दक्षिण इलाके में गाड़ी चलाते देखा गया था. बाद में उसका वाहन बरामद हो गया, लेकिन चोकसी का कुछ पता नहीं चल पाया.
चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने खबरों की पुष्टि की है.
मालूम हो कि जनवरी, 2018 में अपने भांजे और पीएनबी घोटाले में आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी के साथ देश छोड़कर भागने वाले गीतांजलि जेम्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मेहुल चोकसी, उसकी पत्नी अमी मोदी और भाई निशाल मोदी ने एंटीगुआ की नागरिकता ले ली थी.
जून 2019 में एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी ने कहा था कि चोकसी की नागरिकता के आवेदन की जांच की गई थी; उसे नागरिकता मिल गई है] लेकिन उसे रद्द किया जाएगा एवं उसे वापस भारत भेजा जाएगा; (पर) इसका एक रास्ता है. ऐसा नहीं है कि हम वित्तीय अपराधों में लिप्त अपराधियों को पनाहगाह उपलब्ध करा रहे हैं.
चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी पर कुछ बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ कथित तौर पर 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है.
नीरव मोदी अभी लंदन की एक जेल में बंद है. दोनों के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच कर रहा है. सीबीआई ने पीएनबी घोटाले में नीरव मोदी और चोकसी दोनों के खिलाफ अलग-अलग आरोप पत्र दाखिल किए हैं.
अपने आरोप पत्र में सीबीआई ने आरोप लगाया है कि पीएनबी के 13,000 करोड़ रुपये के घोटाले में से चोकसी ने 7,080.86 करोड़ रुपये की और नीरव मोदी ने 6,000 करोड़ रुपये की हेराफेरी की है. पीएनबी फर्जीवाड़े की जांच सीबीआई एवं ईडी कर रही है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)