यूपी: अलीगढ़ में ज़हरीली शराब से 25 लोगों की मौत, भाजपा सांसद ने 35 के मरने का दावा किया

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ ज़िले में ज़हरीली शराब से मरने वालों के मामले लोधा ब्लॉक से बढ़कर अन्‍य ब्लॉकों तक फैल गए हैं. पुलिस ने इससे संबंधित मुक़दमों में वांछित 12 में से अब तक 11 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है. इसके अलावा शराब के अवैध कारोबार में लिप्त छह अन्य लोग भी गिरफ़्तार किए गए हैं. पुलिस सरगना अनिल चौधरी के क़रीबी ऋषि शर्मा की तलाश कर रही है, जिसके राजनीतिक लोगों से संबंध हैं.

अलीगढ़ जहरीली शराब कांड में मारे गए लोगों के परिजन. (फाइल फोटो: पीटीआई)

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ ज़िले में ज़हरीली शराब से मरने वालों के मामले लोधा ब्लॉक से बढ़कर अन्‍य ब्लॉकों तक फैल गए हैं. पुलिस ने इससे संबंधित मुक़दमों में वांछित 12 में से अब तक 11 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है. इसके अलावा शराब के अवैध कारोबार में लिप्त छह अन्य लोग भी गिरफ़्तार किए गए हैं. पुलिस सरगना अनिल चौधरी के क़रीबी ऋषि शर्मा की तलाश कर रही है, जिसके राजनीतिक लोगों से संबंध हैं.

अलीगढ़ में पीड़ित परिजन.(फोटो: पीटीआई)
अलीगढ़ में पीड़ित परिजन. (फोटो: पीटीआई)

अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में पिछले 28 मई को जहरीली शराब पीने से मरने वालों की तादाद बीते रविवार को बढ़कर 25 हो गई. पुलिस ने इससे संबंधित मुकदमे में वांछित 12 में से अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा शराब के अवैध कारोबार में लिप्त छह अन्य लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं.

पुलिस ने तीन अलग-अलग मामलों में 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

इस बीच अलीगढ़ से भारतीय जनता पार्टी के सांसद सतीश गौतम ने जहरीली शराब पीने से कम से कम 35 लोगों के मरने का दावा किया है. गौतम ने कहा कि उन्होंने उन विभिन्न गांवों से एकत्र की गई सूचना के आधार पर आंकड़े एकत्र किए है, जहां कई पीड़ितों का बिना पोस्टमॉर्टम के अंतिम संस्कार किया गया है.

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह स्पष्ट है कि त्रासदी की खबर आने के एक दिन बाद भी कई पीड़ितों ने जानलेवा शराब पी. इस बीच जिलाधिकारी सरकारी कर्मचारियों के दलों को अलग-अलग गांवों में भेज रहे हैं. ये दल लाउडस्पीकर के जरिये लोगों से एक सप्ताह पहले बेची गई शराब का सेवन नहीं करने का आग्रह कर रहे हैं.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया कि बीते 28 मई को जहरीली शराब से लोगों के मरने के मामले में रविवार को पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर छापा मारकर पांच और लोगों को गिरफ्तार किया है.

नैथानी ने बताया कि पुलिस ने देर शाम मामले के एक प्रमुख अभियुक्त विपिन यादव को भी गिरफ्तार कर लिया. उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था. इस मामले में कुल 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था, जिनमें से अब तक कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

उन्होंने बताया कि पुलिस अब शनिवार को इस मामले में गिरफ्तार किए गए सरगना अनिल चौधरी के करीबी साथी ऋषि शर्मा की तलाश कर रही है. ऋषि के राजनीतिक लोगों से संबंध हैं और वह हाल ही में अपनी ग्राम पंचायत का सदस्य चुना गया है.

उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए लोग अनिल चौधरी, उसका करीबी सहयोगी विपिन यादव, नरेंद्र, अजय सिंह, गंगा सहाय, कपिल शर्मा, उसकी पत्नी रेनू शर्मा, विवेक कुमार, सोनू शर्मा, नीरज शर्मा और अजय चौधरी हैं.

नैथानी ने बताया कि पुलिस ने पूरे जिले में अवैध रूप से शराब का कारोबार करने वाले लोगों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. पुलिस ने रविवार को ही क्वारसी थानाक्षेत्र में कई स्थानों पर छापे मारकर पांच और लोगों को भी पकड़ा है.

नैथानी ने बताया था कि छापे की कार्यवाही के दौरान भारी मात्रा में अवैध रूप से निर्मित शराब बरामद की गई है. उन्होंने बताया था कि छापेमारी की यह कार्यवाही पूरी रात जारी रहेगी.

उन्होंने बताया कि आबकारी विभाग और पुलिस द्वारा टप्पल थाना क्षेत्र के नूरपुर गांव में रविवार को संयुक्त रूप से की गई छापेमारी में मोनू श्रीचंद नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से अवैध रूप से निर्मित शराब के 243 पाउच बरामद किए गए.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मोनू अवैध रूप से शराब बनाने के कारोबार में शामिल है और वह दुकानों पर बेचने के लिए अपने घर में शराब भरे पाउच जमा कर रहा था. उन्होंने बताया कि पुलिस और प्रशासन की टीम ग्रामीण इलाकों में लगातार गश्त कर रही हैं और लोगों को एक हफ्ते पहले खरीदी गई शराब का इस्तेमाल करने से रोक रहे हैं.

इस बीच जिले के पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर बड़ी संख्या में रखे गए शव की तस्वीर लेने से मना किए जाने पर कुछ स्टाफ कर्मचारियों और मीडियाकर्मियों के बीच झड़प हो गई. सूचना मिलने पर सांसद सतीश गौतम मौके पर पहुंचे और उन्होंने नाराज मीडियाकर्मियों को समझा-बुझाकर शांत किया. उन्होंने कहा इस मामले में जरूरी कार्रवाई की जाएगी.

गौतम का दावा है कि जहरीली शराब पीने से कम से कम 35 लोगों की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के आधार पर वह यह दावा कर रहे हैं.

आधिकारिक आंकड़ों और अनौपचारिक आंकड़ों के बीच बड़ा अंतर होने के सवाल पर सांसद ने कहा, ‘हम आज (रविवार) अधिकारियों से मिलेंगे और हम इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे.’

जहरीली शराब से मरने वाले जो मामले पहले दिन सिर्फ लोधा ब्लॉक तक सीमित थे, अब जिले के अन्‍य ब्लॉकों तक फैल गए हैं.

उल्लेखनीय है कि 28 मई की सुबह जिले के लोढ़ा थाना क्षेत्र में पुलिस को करसिया गांव में एक ठेके से खरीदी गई देसी शराब पीने से दो ट्रक चालकों की मौत हो होने की सूचना मिली थी. उसके बाद आसपास के भी कुछ गांवों में कुल छह लोगों ने भी शराब पीने के बाद दम तोड़ दिया था. उसके बाद से शराब पीने से लोगों के मरने की खबरें लगातार आ रही हैं.

घटना की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश पहले ही दे दिए गए हैं. इसके अलावा लोधा थानाध्यक्ष अभय कुमार शर्मा को भी ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.

इसके पहले अपर मुख्‍य सचिव (आबकारी) संजय भूसरेड्डी ने 28 मई को बताया था कि अलीगढ़ के जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा, संबंधित क्षेत्र के आबकारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव और चंद्रप्रकाश यादव, प्रधान आबकारी सिपाही अशोक कुमार एवं आबकारी सिपाही रामराज राना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है.

मामले की जांच अपर जिलाधिकारी स्तर के अधिकारी द्वारा की जाएगी. जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने कहा है कि प्रशासन दोषियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) लगा सकता है. जिलाधिकारी ने मरने वालों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की है.

पुलिस ने शराब के पांच ठेकों को सील कर दिया है और जिले के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम शराब के ठेकों की जांच कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नकली शराब के भंडार से और लोगों की मौत नहीं हो.

इंडियन एक्सप्रेसके मुताबिक, रविवार को अलीगढ़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. बीपीएस कल्याणी ने कहा, ‘25 शवों का जहरीली शराब से मौत की पुष्टि हुई है. 20 से अधिक अन्य शवों के विसरा के नमूने संरक्षित किए गए हैं और उनके आगरा प्रयोगशाला से परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं.’

वहीं, अधिकारियों ने कहा कि एएमयू के जेएनएम मेडिकल कॉलेज और मलखान सिंह अस्पताल में कम से कम 20 लोगों का इलाज चल रहा है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)