हरियाणा में ब्लैक फंगस से 50 लोगों की मौत, 650 मरीज़ों का चल रहा है इलाज: मुख्यमंत्री

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि सरकार ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन ख़रीद रही है, जबकि थोड़ा भंडार अभी थोड़ा है और सरकारी अस्पतालों में इसका इस्तेमाल हो रहा है. उन्होंने कहा कि अगले दो दिनों में हमें इंजेक्शन की 2,000 शीशियां और मिलेंगी,जबकि हमने 5,000 और शीशियां का ऑर्डर दिया है.

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हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर. (फोटो साभार: फेसबुक/@manoharlalkhattar)

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि सरकार ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन ख़रीद रही है, जबकि थोड़ा भंडार अभी थोड़ा  है और सरकारी अस्पतालों में इसका इस्तेमाल हो रहा है. उन्होंने कहा कि अगले दो दिनों में हमें इंजेक्शन की 2,000 शीशियां और मिलेंगी,जबकि हमने 5,000 और शीशियां का ऑर्डर दिया है.

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर. (फोटो साभार: फेसबुक/@manoharlalkhattar)
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर. (फोटो साभार: फेसबुक/@manoharlalkhattar)

चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कहा कि राज्य में ब्लैक फंगस के कारण अभी तक 50 लोगों की मौत हुई है, जबकि 650 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है.

खट्टर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हरियाणा में अभी तक ब्लैक फंगस के 750 से अधिक मामले आए हैं. 58 स्वस्थ हो गए, जबकि 50 लोगों ने जान गंवा दी तथा 650 मरीज इलाज करा रहे हैं.’

वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन खरीद रही है, जबकि थोड़ा भंडार अभी है और सरकारी अस्पतालों में इनका इस्तेमाल हो रहा है.

उन्होंने कहा, ‘हमें इंजेक्शन की 6,000 शीशियां मिली हैं. अगले दो दिनों में हमें 2,000 शीशियां और मिलेंगी,जबकि हमने 5,000 और शीशियां का ऑर्डर दिया है.’

अमर उजाला के मुताबिक, साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अब तक हमने 58 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई है. हम एक दिन में दो लाख लोगों को टीका लगा सकते हैं. कल ही हमने वैक्सीन के लिए वैश्विक निविदा जारी की है. टीकाकरण करवाने वाले बुजुर्गों के लिए हम परिवहन की व्यवस्था करेंगे.’

इससे पहले बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अधिकारियों को ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस से संक्रमित 20 से 75 फीसदी मरीजों के इलाज के लिए राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया था.

राज्य में पिछले दो हफ्तों में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या बढ़ी है.

इससे पहले विज ने कहा था कि राज्य सरकार ने ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा एम्फोटेरिसिन-बी के 12,000 इंजेक्शन देने का केंद्र सरकार से अनुरोध किया है.

रविवार को एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि गुड़गांव में ब्लैक फंगस के 216, इसके बाद हिसार में 179 और रोहतक में अब तक 145 मामले दर्ज किए गए हैं.

हरियाणा सरकार ने हाल ही में ब्लैक फंगस को एक अधिसूच्य रोग घोषित कर दिया, जिससे चिकित्सकों के लिए इस बीमारी के किसी भी मामले की जानकारी संबंधित जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को देना अनिवार्य है.

इधर, हरियाणा में कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार ने प्रदेश में कोरोना की वजह से लगे मौजूदा लॉकडाउन को सात जून तक बढ़ा दिया है. प्रदेश में दुकानें अब सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक खुलेंगी. हालांकि इस दौरान दुकानदारों को ऑड-ईवन फॉमूला का पालन करना होगा.

मालूम हो कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान इसके रोगियों में फंगस इंफेक्शन ‘म्यूकरमाइकोसिस’ के रूप में एक नई चुनौती सामने आई है. इसके इलाज के रूप में फिलहाल एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जा रहा है.

म्यूकोरमाइकोसिस का लक्षण सिरदर्द, बुखार, आंखों के नीचे दर्द, नाक में जकड़न और आंशिक रूप से दृष्टि बाधित होना है.

यह बीमारी खासकर ऐसे कोविड रोगियों में देखने को मिल रही है, जिन्हें स्टेरॉइड पद्धति से उपचार मिला है और जिनके खून में शुगर स्तर अनियंत्रित है.

विशेषज्ञों के अनुसार, यह बीमारी कोरोना वायरस से ठीक हुए मधुमेह के रोगियों में अधिक हो रही है. इस बीमारी में पीड़ित की आंखों की रोशनी जाने के साथ ही जबड़े तक को निकालने की नौबत आ रही है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)