लक्षद्वीप: प्रशासक प्रफुल्ल पटेल को ‘जैविक-हथियार’ बताने पर कार्यकर्ता के ख़िलाफ़ राजद्रोह का मामला दर्ज

लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल खोड़ा पटेल को लेकर एक टीवी बहस में स्थानीय कार्यकर्ता आयशा सुल्ताना ने कथित तौर पर कहा कि केंद्र पटेल को लक्षद्वीप पर 'जैविक-हथियार' के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. इस पर भाजपा की स्थानीय इकाई ने उनके ख़िलाफ़ मामला दर्ज करवाया है. सुल्ताना बीते दिनों पटेल द्वारा लाए कुछ प्रावधानों के विरोध में अग्रिम मोर्चे पर रही हैं.

//
आयशा सुल्ताना. (फोटो साभारः फेसबुक)

लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल खोड़ा पटेल को लेकर एक टीवी बहस में स्थानीय कार्यकर्ता आयशा सुल्ताना ने कथित तौर पर कहा कि केंद्र पटेल को लक्षद्वीप पर ‘जैविक-हथियार’ के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. इस पर भाजपा की स्थानीय इकाई ने उनके ख़िलाफ़ मामला दर्ज करवाया है. सुल्ताना बीते दिनों पटेल द्वारा लाए कुछ प्रावधानों के विरोध में अग्रिम मोर्चे पर रही हैं.

आयशा सुल्ताना (फोटो साभारः फेसबुक)
आयशा सुल्ताना. (फोटो साभारः फेसबुक)

तिरुवनंपुरमः केंद्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल को ‘जैविक-हथियार’ [Bio weapon] कहने के आरोप में पुलिस ने गुरुवार को स्थानीय निवासी और फिल्म कार्यकर्ता आयशा सुल्ताना के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, आयशा ने कहा था कि लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल खोड़ा एक जैविक-हथियार हैं, जिनका इस्तेमाल केंद्र सरकार द्वारा लक्षद्वीप के लोगों पर किया जा रहा है.

भाजपा की लक्षद्वीप इकाई के अध्यक्ष अब्दुल खादर हाजी की शिकायत के आधार पर कवरत्ती पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 124 ए (राजद्रोह) के तहत मामला दर्ज किया गया.

खादर ने अपनी शिकायत में लक्षद्वीप को लेकर एक मलयालम चैनल ‘मीडियावन टीवी’ पर हाल ही में हुई डिबेट का उल्लेख किया है, जिसमें आयशा ने कथित तौर पर कहा था कि केंद्र सरकार प्रफुल्ल पटेल को लक्षद्वीप पर ‘जैविक-हथियार’ के रूप में इस्तेमाल कर रही है.

इस बयान पर भाजपा की लक्षद्वीप इकाई ने विरोध जताया है. भाजपा कार्यकर्ताओं ने आयशा के खिलाफ केरल में भी शिकायत दर्ज कराई है.

खादर ने अपनी शिकायत में कहा है कि सुल्ताना ने मलयालम चैनल में बहस के दौरान लक्षद्वीप में कोविड-19 प्रसार के बारे में झूठी खबर फैलाई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि केंद्र ने लक्षद्वीप में कोरोना के प्रसार के लिए ‘जैविक हथियारों’ का इस्तेमाल किया है.

फिल्म निर्माता आयशा सुधारों और प्रस्तावित कानूनों के विरोध में अग्रिम मोर्चे पर रही हैं. आयशा ने प्रफुल्ल खोड़ा पर अपने विवादित बयान को न्यायोचित ठहराते हुए फेसुबक पोस्ट में कहा, ‘मैंने टीवी चैनल डिबेट में जैविक-हथियार शब्द का इस्तेमाल किया था. मैने महसूस किया कि पटेल और उनकी नीतियों ने ‘जैविक-हथियार’ के रूप में काम किया है. पटेल और उनके दल की वजह से ही लक्षद्वीप में कोविड-19 फैला है. मैंने पटेल की जैविक-हथियार के रूप में तुलना की है, न कि सरकार या देश के रूप में. आपको समझना चाहिए. मैं उन्हें और क्या कहूंगी.’

लक्षद्वीप साहित्य प्रवर्तक संगम ने गुरुवार को आयशा के प्रति समर्थन जताया है. संगठन के प्रवक्ता के बशीर ने कहा, ‘उन्हें एंटी-नेशनल की तरह दर्शाना सही नहीं है. उन्होंने प्रशासक के अमानवीय रुख पर प्रतिक्रिया दी है. पटेल के हस्तक्षेप की वजह से लक्षद्वीप में कोविड-19 का प्रसार हुआ. लक्षद्वीप का सांस्कृतिक समुदाय उनके (आयशा) साथ खड़ा है.’

वहीं लक्षद्वीप प्रशासन का कहना है कि पटेल के प्रस्तावों का उद्देश्य मालदीव की तरह लक्षद्वीप को भी पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के साथ स्थानीय लोगों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करना है.

बता दें कि मुस्लिम बहुल आबादी वाला लक्षद्वीप हाल ही में लाए गए कुछ प्रस्तावों को लेकर विवादों में घिरा हुआ है. वहां के प्रशासक प्रफुल्ल खोड़ा पटेल को हटाने की मांग की जा रही है.

पिछले साल दिसंबर में लक्षद्वीप का प्रभार मिलने के बाद प्रफुल्ल खोड़ा पटेल लक्षद्वीप पशु संरक्षण विनियमन, लक्षद्वीप असामाजिक गतिविधियों की रोकथाम विनियमन, लक्षद्वीप विकास प्राधिकरण विनियमन और लक्षद्वीप पंचायत कर्मचारी नियमों में संशोधन के मसौदे ले आए हैं, जिसका तमाम विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं.

उन्होंने पटेल पर मुस्लिम बहुल द्वीप से शराब के सेवन से रोक हटाने, पशु संरक्षण का हवाला देते हुए बीफ (गोवंश) उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने और तट रक्षक अधिनियम के उल्लंघन के आधार पर तटीय इलाकों में मछुआरों के झोपड़ों को तोड़ने का आरोप लगाया है.

इन कानूनों में बेहद कम अपराध क्षेत्र वाले इस केंद्र शासित प्रदेश में एंटी-गुंडा एक्ट और दो से अधिक बच्चों वालों को पंचायत चुनाव लड़ने से रोकने का भी प्रावधान भी शामिल है.

इससे पहले लक्षद्वीप के साथ बेहद मजबूत सामाजिक और सांस्कृतिक संबंध रखने वाले केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के साथ वामदलों और कांग्रेस के सांसदों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस संबंध में पत्र भी लिखा था.

केरल विधानसभा ने लक्षद्वीप के लोगों के साथ एकजुटता जताते हुए 24 मई को एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया, जिसमें द्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल खोड़ा पटेल को वापस बुलाए जाने की मांग की गई और केंद्र से तत्काल हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया गया था, ताकि द्वीप के लोगों के जीवन और उनकी आजीविका की रक्षा हो सके.

इस हफ्ते की शुरुआत में लक्षद्वीप के निवासियों ने जनविरोधी कदम उठाने के मुद्दे पर प्रशासक प्रफुल्ल खोड़ा पटेल को वापस बुलाने और मसौदा कानून को रद्द करने की मांग को लेकर पानी के भीतर विरोध प्रदर्शन करने के साथ अपने घरों के बाहर 12 घंटे का अनशन भी किया.

प्रदर्शनकारियों ने ‘लक्षद्वीप फोरम बचाओ’ के बैनर तले अरब सागर के भीतर और अपने घरों के बाहर ‘एलडीएआर कानून वापस लो’ तथा ‘लक्षद्वीप के लिए न्याय’ लिखी हुईं तख्तियां प्रदर्शित की और सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा की.

pkv games bandarqq dominoqq pkv games parlay judi bola bandarqq pkv games slot77 poker qq dominoqq slot depo 5k slot depo 10k bonus new member judi bola euro ayahqq bandarqq poker qq pkv games poker qq dominoqq bandarqq bandarqq dominoqq pkv games poker qq slot77 sakong pkv games bandarqq gaple dominoqq slot77 slot depo 5k pkv games bandarqq dominoqq depo 25 bonus 25 bandarqq dominoqq pkv games slot depo 10k depo 50 bonus 50 pkv games bandarqq dominoqq slot77 pkv games bandarqq dominoqq slot bonus 100 slot depo 5k pkv games poker qq bandarqq dominoqq depo 50 bonus 50 pkv games bandarqq dominoqq