राजस्थान: गो-तस्करी के संदेह में दो लोगों पर भीड़ का हमला, एक की मौत

मामला राजस्थान के चित्तौड़गढ़ ज़िले का है. इस संबंध में चित्तौड़गढ़ पुलिस ने सात-आठ लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने बताया कि आरोप था कि पीड़ित गायों की तस्करी कर रहे थे. हालांकि जानवर बैल थे. हमले में घायल दूसरे व्यक्ति ने बताया कि वे बैलों को खेती के काम के लिए मध्य प्रदेश स्थित अपने गांव ले जा रहे थे.

(प्रतीकात्मक फोटोः रॉयटर्स)

मामला राजस्थान के चित्तौड़गढ़ ज़िले का है. इस संबंध में चित्तौड़गढ़ पुलिस ने सात-आठ लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने बताया कि आरोप था कि पीड़ित गायों की तस्करी कर रहे थे. हालांकि जानवर बैल थे. हमले में घायल दूसरे व्यक्ति ने बताया कि वे बैलों को खेती के काम के लिए मध्य प्रदेश स्थित अपने गांव ले जा रहे थे.

(प्रतीकात्मक फोटोः रॉयटर्स)
(प्रतीकात्मक फोटोः रॉयटर्स)

जयपुर: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में रविवार देर रात कुछ लोगों ने गोवंश लेकर मध्य प्रदेश जा रहे दो युवकों पर हमला कर दिया, जिसमें एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा घायल है. पुलिस ने घटना के संबंध में कुछ लोगों को हिरासत में लिया है.

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अपराध रविप्रकाश मेहरड़ा ने यहां बताया कि 13-14 जून की मध्य रात्रि चित्तौड़गढ़ जिले के बिलखंडा चौराहे से दो व्यक्ति गोवंश लेकर मध्य प्रदेश जा रहे थे.

उन्होंने बताया कि उन दो व्यक्तियों पर भीड़ ने हमला तथा इनमें से एक बाबू भील (25 वर्ष) ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. दूसरे घायल की पहचान पिंटू भील के रूप में की गई है.

उन्होंने कहा कि इस संबंध में चित्तौड़गढ़ पुलिस ने सात-आठ लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ की जा रही है.

उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले में अभियुक्तों को चिह्नित कर जल्द से जल्द कार्रवाई करेगी और अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जाएगा. उदयपुर के पुलिस महानिरीक्षक व अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं.

चित्तौड़गढ़ पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या सहित अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, क्षेत्राधिकारी बेगुन राजेंद्र सिंह ने कहा कि पीड़ित एक वैन में तीन बैल ले जा रहे थे.

उन्होंने कहा, ‘स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि वे गायों की तस्करी कर रहे थे और उन पर हमला किया. हालांकि, जानवर बैल थे. घायल व्यक्ति ने बताया कि उसने और बाबू ने चित्तौड़गढ़ के बेगुन कस्बे से बैलों को खरीदा था और खेती के काम के लिए अपने गांव ले जा रहे थे.’

अधिकारी ने कहा कि पिंटू खरीद से संबंधित कोई दस्तावेज पेश नहीं कर सका. पशु व्यापारी को उसके दावे के सत्यापन के लिए बुलाया गया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)