वरिष्ठ पत्रकार विनीत नारायण और दो अन्य लोगों ने विहिप नेता और राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य चंपत राय पर बिजनौर की एक गौशाला की स्थानीय भू-माफिया द्वारा कब्ज़ाई गई ज़मीन वापस दिलाने में मदद न किए जाने को लेकर आरोप लगाए हैं. इसे लेकर राय के भाई ने शिकायत दर्ज करवाई है.
नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकार विनीत नारायण समेत उन तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिन्होंने बिजनौर की एक गौशाला की स्थानीय भू-माफिया द्वारा कब्जाई गई जमीन को वापस दिलाने में राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य चंपत राय द्वारा मदद न किए जाने को लेकर आरोप लगाए हैं. कहा जा रहा है कि यह भू-माफिया राय के दूर के रिश्तेदार हैं.
पुलिस ने पत्रकार और दो अन्य के खिलाफ 18 अलग-अलग आरोपों में एफआईआर दर्ज की है. चंपत राय श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के नेता हैं, जिन पर अयोध्या में विवादास्पद भूमि सौदे को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, अब दर्ज हुई एफआईआर राय के भाई संजय बंसल की शिकायत के आधार पर हुई है.
संजय बंसल का कहना है कि बिजनौर पुलिस पहले ही चंपत राय और उनके भाइयों को क्लीन चिट दे चुकी है लेकिन ये लोग अभी भी फेसबुक पर कथित अनियमितता के आरोप लगा रहे हैं.
एफआईआर में तीनों आरोपियों के खिलाफ 18 आरोप लगाए गए हैं, जिसमें जालसाजी, घुसपैठ, वैमनस्य को बढ़ावा देना और सूचना प्रोद्यौगिकी अधिनियम की धाराएं शामिल हैं.
पत्रकार विनीत नारायण ने तीन दिन पहले अपनी फेसबुक पोस्ट में चंपत राय पर बिजनौर जिले में उनके गृहनगर में अपने भाइयों द्वारा जमीन हड़पने में मदद करने का आरोप लगाया था. पोस्ट में नारायण ने राय पर आरोप लगाया था कि उनके भाइयों ने एनआरआई अलका लाहोटी के स्वामित्व वाली एक गौशाला में 20,000 वर्ग मीटर भूमि हड़पने में मदद की थी.
एफआईआर में लाहोटी और रजनीश नाम के एक शख्स भी नामजद हैं.
नारायण की पोस्ट के मुताबिक, अलका लाहोटी कुछ समय से अपनी जमीन से अतिक्रमणकारियों को हटाने की कोशिश कर रही थी और उन्होंने इसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मदद की अपील की थी. नारायण ने यूट्यूब शो ‘लाउड क्राइसिस’ में भी कथित जमीन धोखाधड़ी के बारे में बात की थी.
बंसल ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्होंने नारायण को मामले को सुलझाने की कोशिश करने के लिए फोन किया था, लेकिन रजनीश नाम के एक शख्स ने फोन उठाया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें मारने की धमकी भी दी.
वहीं, बिजनौर पुलिस के प्रमुख धर्मवीर सिंह ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें वह बंसल की शिकायत का समर्थन करते दिख रहे हैं.
सिंह ने कहा, ‘स्थानीय पुलिस जांच कर रही है. चंपत राय वीएचपी के वरिष्ठ नेता हैं और राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य हैं और आरोपी द्वारा उन पर लगाए गए आरोप आधारीन हैं और प्रथमदृष्टया उनके संबंधियों पर लगाए गए आरोप भी आधारहीन हैं. हम सभी तथ्यों का पता लगा रहे हैं.’
बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) सांसद संजय सिंह और समाजवादी पार्टी (सपा) नेता ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय पर अयोध्या में दो करोड़ रुपये की जमीन 18.5 करोड़ रुपये में खरीदने का आरोप लगाया गया था.
इसे धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) का मामला बताते हुए समाजवादी पार्टी के नेता पवन पांडेय और आप सांसद संजय सिंह ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (एसबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से मामले की जांच कराने की मांग की थी. हालांकि, राय ने इन आरोपों से इनकार किया है.
(समाचार एजेंसी पीटीआई से इनपुट के साथ)