तमिलनाडु: एआईएडीएमके नेता को जान से मारने की धमकी के आरोप में शशिकला के ख़िलाफ़ केस दर्ज

एआईएडीएमके नेता और तमिलनाडु के पूर्व कानून मंत्री सीवी षणमुगम ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि अपदस्थ नेता शशिकला को पार्टी में कभी भी वापस नहीं आने देने संबंधी बयान के बाद शशिकला ने अपने गुंडों को उन्हें मौत की धमकी देने के लिए उकसाया है.

वीके शशिकला (फोटो: पीटीआई)

एआईएडीएमके नेता और तमिलनाडु के पूर्व कानून मंत्री सीवी षणमुगम ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि अपदस्थ नेता शशिकला को पार्टी में कभी भी वापस नहीं आने देने संबंधी बयान के बाद शशिकला ने अपने गुंडों को उन्हें मौत की धमकी देने के लिए उकसाया है.

वीके शशिकला (फोटो: पीटीआई)
वीके शशिकला (फोटो: पीटीआई)

चेन्नई: तमिलनाडु पुलिस ने तमिलनाडु के पूर्व कानून मंत्री सीवी षणमुगम की शिकायत पर अपदस्थ अन्नाद्रमुक (एआईएडीएमके) नेता वीके शशिकला के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

उन्होंने आरोप लगाया है कि जब से उन्होंने शशिकला के खिलाफ बयान दिया है, उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अन्नाद्रमुक विल्लुपुरम उत्तर जिला सचिव षनमुगम ने 9 जून को रोशनाई पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी. षणमुगम कहा कि 7 जून को उन्होंने शशिकला के खिलाफ बयान दिया था, यह कहते हुए कि उन्हें (शशिकला) कभी भी पार्टी में वापस नहीं आने दिया जाएगा.

शनमुगम ने आरोप लगाया कि इस पर शशिकला ने कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन उन्होंने अपने गुंडों को मौत की धमकी देने के लिए उकसाया.

उन्होंने दावा किया कि उनके मोबाइल फोन पर 500 से अधिक कॉल आए और अन्य सोशल मीडिया चैनलों के माध्यम से धमकियां मिलीं.

शिकायत के आधार पर पुलिस ने शशिकला और 500 अन्य को आपराधिक धमकी और अन्य अपराधों के लिए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 506 (1), 507, 109 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया.

यह घटनाक्रम शशिकला और पार्टी के कुछ सदस्यों के बीच कथित बातचीत का ऑडियो टेप जारी होने के कुछ दिनों बाद आया है. कुछ लीक क्लिप में, शशिकला को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जाता है कि वह पार्टी को ठीक करने के लिए राजनीति में लौट आएंगी, जो वर्तमान नेतृत्व के कारण भंवर में है.

शशिकला खेमे ने कहा है कि टेप वास्तविक हैं और दावा किया कि बातचीत कुछ और नहीं बल्कि उन लोगों के लिए उनका आह्वान था जिन्हें नियुक्ति दी गई थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण उनकी नियुक्ति नहीं हो पाई. अन्नाद्रमुक नेताओं ने टेप को केवल राजनीतिक नाटक करार दिया है.

इस महीने की शुरुआत में अन्नाद्रमुक ने पार्टी के एक प्रवक्ता सहित पार्टी के 16 पदाधिकारियों को उनके कथित संचार और विरोधी खेमे के साथ मिलीभगत के लिए निष्कासित कर दिया था.

पार्टी प्रवक्ता वी. पुगाझेंडी सहित 16 के निष्कासन की घोषणा के बयान के बाद अन्नाद्रमुक नेताओं ने कई खंडन किए कि शशिकला पार्टी कार्यकर्ताओं से बात कर रही थीं.

‘चिनम्मा’ के नाम से जानी जाने वाली शशिकला ने मार्च में तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव से एक महीने पहले सक्रिय राजनीति छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा की थी.