कोवैक्सीन भ्रष्टाचार: कोर्ट ने ब्राज़ील के राष्ट्रपति के ख़िलाफ़ जांच की मंज़ूरी दी

ब्राज़ील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के ख़िलाफ़ भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके ‘कोवैक्सीन’ संबंधी एक सौदे में भ्रष्टाचार के आरोपों पर कथित रूप से कार्रवाई नहीं करने का आरोप है. ब्राज़ील के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शनिवार को देशभर में बोल्सोनारो के ख़िलाफ़ महाभियोग चलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन हुए हैं.

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जायर बोल्सोनारो. (फोटो: रॉयटर्स)

ब्राज़ील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के ख़िलाफ़ भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके ‘कोवैक्सीन’ संबंधी एक सौदे में भ्रष्टाचार के आरोपों पर कथित रूप से कार्रवाई नहीं करने का आरोप है. ब्राज़ील के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शनिवार को देशभर में बोल्सोनारो के ख़िलाफ़ महाभियोग चलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन हुए हैं.

जायर बोल्सोनारो. (फोटो: रॉयटर्स)

रियो डी जेनेरियो: ब्राजील में भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके संबंधी एक सौदे में भ्रष्टाचार (कोवैक्सीनगेट) के आरोपों पर कथित रूप से कार्रवाई नहीं करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश ने राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के खिलाफ आधिकारिक जांच की मंजूरी दी है, जिसके एक दिन बाद शनिवार को देशभर में बोल्सोनारो के खिलाफ प्रदर्शन हुए.

देश के 40 से अधिक शहरों में सैकड़ों-हजारों प्रदर्शनकारियों ने बोल्सोनारो के खिलाफ महाभियोग चलाने या कोविड-19 टीकों तक पहुंच मुहैया कराए जाने की मांग की.

पारा की राजधानी बेलेम में एक प्रदर्शनकारी ने पोस्टर थाम रखा था, जिस पर लिखा था, ‘यदि हम कोविड-19 के कारण हर मौत के लिए एक मिनट का मौन रखें, तो हम जून 2022 तक मौन ही रहेंगे.’

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, ब्राजील में संक्रमण से पांच लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

सुप्रीम कोर्ट की न्यायाधीश रोसा वेबर ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 से निपटने के सरकार के तरीके की जांच कर रही सीनेट की एक समिति के समक्ष हाल में जो गवाही दी गई है, उसी के आधार पर जांच शुरू करने की अनुमति दी जाती है.

अभियोजक इस बात की जांच करेंगे कि क्या बोल्सोनारो ने एक सरकारी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई में व्यक्तिगत हितों के कारण देरी की है या ऐसा करने से परहेज किया है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के आयात विभाग के प्रमुख लुइस रिकार्डो मिरांडा ने कहा कि उन पर भारतीय दवा कंपनी भारत बायोटेक से दो करोड़ टीकों के आयात को मंजूरी देने के लिए हस्ताक्षर करने का अनुचित दबाव बनाया गया.

रिपोर्ट के अनुसार, ब्राजील के कानून के तहत निर्वाचित अधिकारियों के लिए यह एक अक्षम्य अपराध है.

उन्होंने कहा कि बिल में सिंगापुर स्थित एक कंपनी को चार करोड़ 50 लाख डॉलर का अग्रिम भुगतान करने समेत कई अनियमितताएं थीं.

बता दें कि ब्राजील के संघीय अभियोजक भारत बायोटेक के टीके की दो करोड़ खुराक के लिए 1.6 अरब रियास (32 करोड़ डॉलर) के अनुबंध की जांच पहले ही शुरू कर चुके हैं.

मिरांडा ने सांसद एवं अपने भाई लुइस मिरांडा के साथ 25 जून को सीनेट समिति के सामने गवाही दी थी. इससे पहले लुइस बोल्सोनारो के समर्थक थे.

मिरांडा भाइयों ने कहा कि उन्होंने बोल्सोनारो को अपनी चिंताओं से अवगत कराया था और उन्होंने आश्वासन दिया था कि वह संघीय पुलिस से अनियमितताओं की शिकायत करेंगे, लेकिन संघीय पुलिस के एक सूत्र ने समाचार एजेंसी ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि ऐसा नहीं किया गया.

बता दें कि एक विपक्षी सीनेटर रैंडोल्फ रोड्रिग्स ने बीते 28 जून को ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के खिलाफ कोवैक्सीन सौदे में उनकी भूमिका के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक औपचारिक आपराधिक शिकायत दर्ज कराई थी.

विपक्षी रेडे सस्टेनबिलिडेड पार्टी का प्रतिनिधित्व करने वाले रोड्रिग्स सीनेट समिति के एक वरिष्ठ सदस्य हैं जो सरकार द्वारा कोरोना वायरस महामारी से निपटने की जांच कर रहे हैं.

वहीं, अनियमितताओं के आरोप लगने के बाद भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके कोवैक्सीन की दो करोड़ खुराक के खरीदने के समझौते को ब्राजील की सरकार ने रद्द कर दिया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)