मध्य प्रदेश: फोन पर बात करने पर दो आदिवासी चचेरी बहनों की परिजनों ने की पिटाई, सात गिरफ़्तार

मध्य प्रदेश धार ज़िले में हुई घटना से संबंधित एक वीडियो में एक महिला सहित कई लोग दोनों युवतियों को लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटते नज़र आ रहे हैं और चोटी पकड़कर घसीट रहे हैं. बीते 28 जून को राज्य के अलीराजपुर​ ज़िले के एक गांव में 20 वर्षीय एक शादीशुदा महिला के नाराज़ होकर ससुराल में बिना बताए अपने मामा के घर जाने पर उसके मायकेवालों ने एक पेड़ पर बांध दिया था और उसकी बेरहमी से पिटाई की थी.

मध्य प्रदेश के धार में आदिवासी लड़की की पिटाई करते परिजन. (स्क्रीनग्रैब: ट्विटर/@tehseenp)

मध्य प्रदेश धार ज़िले में हुई घटना से संबंधित एक वीडियो में एक महिला सहित कई लोग दोनों युवतियों को लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटते नज़र आ रहे हैं और चोटी पकड़कर घसीट रहे हैं. बीते 28 जून को राज्य के अलीराजपुर​ ज़िले के एक गांव में 20 वर्षीय एक शादीशुदा महिला के नाराज़ होकर ससुराल में बिना बताए अपने मामा के घर जाने पर उसके मायकेवालों ने एक पेड़ पर बांध दिया था और उसकी बेरहमी से पिटाई की थी.

मध्य प्रदेश के धार में आदिवासी लड़की की पिटाई करते परिजन. (स्क्रीनग्रैब: ट्विटर/@tehseenp)

धार: मध्य प्रदेश के धार जिले के एक गांव में चचेरे भाइयों से फोन पर बातचीत करने के लिए दो आदिवासी चचेरी बहनों की उनके ही रिश्तेदारों ने कथित रूप से लाठी-डंडों से जमकर पिटाई कर दी. पुलिस ने इसकी जानकारी दी .

पुलिस ने बताया कि यह घटना धार जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर टांडा पुलिस थाना इलाके स्थित ग्राम पिपलवा में 22 जून को हुई और सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले में सात लोगों को रविवार को गिरफ्तार किया गया है.

वायरल हुए इस वीडियो में एक महिला सहित कई लोग इन दोनों युवतियों को लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटते नजर आ रहे हैं और इसके अलावा वे इन दोनों की चोटी पकड़कर घसीट भी रहे हैं.

धार की पुलिस उपाधीक्षक यशस्वी शिंदे ने बताया, ‘25 जून को थाना टांडा क्षेत्र के अंतर्गत दो युवतियों के साथ मारपीट की घटना पुलिस के संज्ञान में आई थी, जिसमें 26 जून को आईपीसी की विभिन्न धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई थी. लेकिन जमानती धाराओं में मामला दर्ज था, लिहाजा आरोपियों को जमानत मिल गई थी.’

उन्होंने कहा, ‘लेकिन कल (शनिवार) वीडियो दोबारा देख कर आज (रविवार) मामले में कुछ और धाराएं जोड़ी गईं और सभी सातों आरोपियों को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.’

वहीं, टांडा पुलिस थाना प्रभारी विजय वासकले ने बताया कि यह घटना 22 जून को हुई थी, दोनों युवतियों की उम्र 19 एवं 20 साल की हैं. उन्होंने कहा कि 25 जून को इसका वीडियो आने के बाद हमें पता चला कि इनके परिवार के सदस्यों ने ही इनकी पिटाई की है.

वासकले ने बताया कि पुलिस को पता चला कि उनके परिवार के सदस्य इन लड़कों के साथ फोन पर बातचीत करने से इन दोनों युवतियों से नाराज थे.

उन्होंने कहा कि बाद में इन दोनों युवतियों को टांडा पुलिस थाना लाया गया और उनकी शिकायत पर मामला दर्ज किया गया.

वासकले ने बताया कि इन युवतियों ने पुलिस को बताया कि उनके ममेरे भाई एवं परिवार के अन्य सदस्यों ने उन्हें गांव में एक स्कूल के पास रोका और उनके द्वारा अपने चचेरे भाइयों से फोन पर बातचीत करने पर आपत्ति की और बाद में उनकी लाठी-डंडों से पिटाई कर दी.

मालूम हो कि इससे पहले ऐसा ही एक अन्य मामला राज्य के अलीराजपुर​ जिले में सामने आया था. जिले के एक गांव में 28 जून को 20 वर्षीय एक शादीशुदा महिला के नाराज होकर ससुराल में बिना बताए अपने मामा के घर जाने पर उसके मायकेवालों ने एक पेड़ पर बांध दिया था और उसकी बेरहमी से पिटाई की थी.

इसका वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ था और उसके बाद इस मामले में चार लोगों को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने इन घटनाओं को लेकर राज्य की शिवराज सिंह चौहान सरकार पर निशाना साधा है.

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘मध्य प्रदेश में रोज-रोज बेटियों से बर्बरता के समाचार सामने आ रहे हैं. शिवराज जी, जरा सोचिए, दुनिया के दूसरे कोने में बैठा व्यक्ति जब यह अमानवीय वीडियो देखता होगा तो उसकी निगाह में मध्य प्रदेश की क्या छवि बनती होगी? बेटियों को बचाइए, प्रदेश का माथा मत झुकाइए.’

अलीराजपुर में हुई घटना को लेकर उन्होंने बीते तीन जुलाई का कहा था, ‘अलीराजपुर में एक युवती को पेड़ से लटकाकर बुरी तरह पीटने का वीडियो सामने आया है. क्या आप मध्य प्रदेश में महिला अत्याचारों का विश्व रिकॉर्ड बनाना चाहते हैं?’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)