राज्य के स्वास्थ्य आंकड़ों के अनुसार राज्य में खुराकों में अंतराल की अनिवार्य अवधि पूरी होने बाद के 8.94 लाख लोग कोवैक्सीन और 20.97 लाख लोग कोविशील्ड की दूसरी डोज़ का इंतज़ार कर रहे हैं.
बीकानेरः राजस्थान में कोविशील्ड की दूसरी डोज लगने के लिए 12 से 16 हफ्ते और कोवैक्सीन के लिए चार से छह हफ्ते के अनिवार्य अंतराल की अवधि पूरी करने के बावजूद वैक्सीन संकट की वजह से राज्य में लगभग 30 लाख लोगों को अभी तक दूसरी डोज नहीं लग पाई है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के स्वास्थ्य आंकड़ों के अनुसार राज्य के कुल 8.94 लाख लोग कोवैक्सीन की दूसरी खुराक और 20.97 लाख लोग कोविशील्ड की दूसरी डोज का इंतजार कर रहे हैं.
स्वासथ्य अधिकारियों के मुताबिक, इस महीने के अंत तक और 20 लाख लोग कोरोना की दूसरी डोज लगवाने की कतार में होंगे.
स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ महाजन का कहना है कि फिलहाल राज्य ने कोरोना की दूसरी डोज के लिए 70 फीसदी वैक्सीन अलग रखी है जबकि बाकी पहली डोज के लिए है.
राज्य टीकाकरण के प्रोजेक्ट निदेशक रघुराज सिंह का कहना है कि राजस्थान को जुलाई के लिए 65 लाख डोज आवंटित की गई थी, जिसमें से 42 लाख डोज मिल चुकी हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य में टीकाकरण का भंडारण खत्म हो चुका है.
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए राज्य के परिवार कल्याण निदेशक लक्ष्ण सिंह ओला ने कहा, ‘कोई स्पष्टता नहीं है कि हमें वैक्सीन की अगली खेप कब मिलने जा रही है.’
एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वैक्सीन की कमी के अलावा टीकाकरण केंद्रों पर अधिक भीड़ और पुलिसकर्मियों की गैरमौजूदगी की वजह से लोग दूसरी डोज से वंचित हैं.
उन्होंने कहा, अगर हम दूसरी डोज के लिए शिविर भी लगाते हैं तो पहली खुराक के लिए और लोग आ जाएंगे. इन केंद्रों पर अधिक भीड़-भाड़ और पुलिसकर्मियों की कमी से दूसरी डोज का इंतजार कर रहे लोगों की संख्या बढ़ रही है.
राज्य में 2.37 करोड़ लोगों को कोरोना की पहली डोज लग चुकी है जबकि 61.29 लाख लोगों को दोनों डोज लग चुकी है. राजस्थान तीन करोड़ डोज लगाने वाला चौथा राज्य बनने के करीब है.
पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र से एक महीने में कम से कम डेढ़ करोड़ वैक्सीन आवंटित करने को कहा था ताकि राज्य की जरूरत को पूरा किया जा सके.
इससे पहले राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर अधिक वैक्सीन उपलब्ध कराने की मांग की थी.