उत्तराखंडः मंदिर के पुजारियों के साथ दुर्व्यवहार के आरोप में भाजपा सांसद के ख़िलाफ़ केस दर्ज

यह घटना 31 जुलाई की है. आरोप है कि उत्तर प्रदेश के आंवला से भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप उत्तराखंड के अल्मोड़ा स्थित जागेश्वर धाम मंदिर में गए थे, जहां मंदिर परिसर में तय समय से अधिक रुकने पर विवाद हुआ. इस दौरान सांसद ने मंदिर पुजारियों और अन्य सदस्यों के साथ अपशब्दों का इस्तेमाल भी किया.

भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप (फोटो साभारः ट्विटर)

यह घटना 31 जुलाई की है. आरोप है कि उत्तर प्रदेश के आंवला से भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप उत्तराखंड के अल्मोड़ा स्थित जागेश्वर धाम मंदिर में गए थे, जहां मंदिर परिसर में तय समय से अधिक रुकने पर विवाद हुआ. इस दौरान सांसद ने मंदिर पुजारियों और अन्य सदस्यों के साथ अपशब्दों का इस्तेमाल भी किया.

भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप (फोटो साभारः ट्विटर)

देहरादूनः उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में जागेश्वर धाम के पुजारियों और मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार के आरोप में उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद और तीन अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

राजस्व सब इंस्पेक्टर गोपाल सिंह बिष्ट के मुताबिक यह घटना 31 जुलाई की है. बिष्ट का कहना है कि मंदिर समिति की शिकायत के बाद यूपी के आंवला से भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप और तीन अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक,  सांसद कश्यप और तीन अन्य 31 जुलाई को दोपहर लगभग 3:30 बजे जागेश्वर धाम मंदिर गए थे. मंदिर के कपाट भक्तों के लिए शाम छह बजे बंद हो जाने के बावजूद भाजपा सांसद वहां शाम लगभग 6:30 बजे तक मौजूद रहे.

उन्होंने कहा, ‘दर्ज शिकायत के मुताबिक मंदिर स्टाफ ने सांसद से कई बार मंदिर से जाने का आग्रह किया. मंदिर पुजारियों और मंदिर समिति के सदस्यों का कहना है कि जब उन्होंने सांसद से परिसर से जाने को कहा तो सांसद ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और अपशब्दों का इस्तेमाल किया.’

बिष्ट का कहना है कि आईपीसी की धारा 504 (शांति भंग करने के इरादे से जान-बूझकर अपमान करना) और 188 (सरकारी कर्मचारी के आदेश की अवज्ञा करना) के तहत सांसद कश्यप और तीन अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. मामले में जांच शुरू कर दी गई है.

इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख गणेश गोदियाल ने भाजपा की केंद्रीय कमान से कश्यप के खिलाफ कार्रवाई करने और उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द करने की मांग की है.