फ़िरोज़ाबाद ज़िला पंचायत अध्यक्ष हर्षिता सिंह ने बताया कि अगले सप्ताह तक हम ज़िला मजिस्ट्रेट को प्रस्ताव के बारे में सूचित करते हुए एक पत्र लिखेंगे और फिर वह आगे की कार्रवाई करेंगे और सरकार को लिखेंगे. अंतत: सरकार नाम परिवर्तन के बारे में अंतिम निर्णय लेगी.
फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले का नाम बदलकर चंद्रनगर किए जाने संबंधी प्रस्ताव जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में पारित कर दिया गया है.
पिछले शनिवार को जिला पंचायत बोर्ड की प्रथम बैठक में फिरोजाबाद सदर ब्लॉक से ब्लॉक प्रमुख भाजपा नेता लक्ष्मी नारायण यादव ने फिरोजाबाद का नाम बदलकर चंद्रनगर किए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजने का अनुरोध लिखित तौर पर किया था.
यादव ने सोमवार को बताया कि सांसद चंद्रसेन जादौन ने भी जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में फिरोजाबाद का नाम चंद्रनगर किए जाने की मांग का समर्थन किया. इसके बाद यह प्रस्ताव पारित कर दिया गया. अब इसे अंतिम निर्णय के लिए शासन को भेजा जाएगा. यादव ने कहा कि फिरोजाबाद का पूर्व में नाम चंद्रवाड़ था और बाद में इसे बदलकर फिरोजाबाद कर दिया गया था, इसलिए इसका नाम चंद्रनगर होना चाहिए.
इससे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के शपथ ग्रहण समारोह में भी प्रदेश के कैबिनेट मंत्री एवं जनपद के प्रभारी राजेंद्र सिंह उर्फ मोती सिंह ने शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित करने के दौरान फिरोजाबाद की जगह चंद्रनगर कहकर संबोधित किया था. वहीं, कई अन्य संगठनों ने फिरोजाबाद का नाम चंद्रनगर के स्थान पर सुहाग नगर किए जाने की मांग उठाई है.
दरअसल फिरोजाबाद चूड़ियों के लिए प्रसिद्ध है, जो हिंदू धर्म में सुहाग की निशानी माना जाता था. इसलिए इस चूड़ियों का शहर या सुहागनगर भी कहा जाता है.
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में जिला पंचायत अध्यक्ष हर्षिता सिंह ने कहा, ‘बीते शनिवार को एक सत्र में जब अधिकांश सदस्य मौजूद थे तब मौखिक रूप से प्रस्ताव पेश किया गया था. यह प्रस्ताव ब्लॉक प्रमुख लक्ष्मी नारायण द्वारा लाया गया था और सदन ने इसे पारित कर दिया, क्योंकि किसी ने कोई विरोध नहीं दिखाया.’
उन्होंने कहा, ‘अगले सप्ताह तक हम जिला मजिस्ट्रेट को प्रस्ताव के बारे में सूचित करते हुए एक पत्र लिखेंगे और फिर वह आगे की कार्रवाई करेंगे और सरकार को लिखेंगे. अंततः सरकार नाम परिवर्तन के बारे में अंतिम निर्णय लेगी.’
नाम बदलने के कारण के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, ‘हम नाम नहीं बदल रहे हैं. हम बस पुराने नाम पर वापस जा रहे हैं. जो मुगलों के भारत आने से पहले चंद्रनगर था. फिरोज शाह, जो बादशाह अकबर के प्रतिनिधि थे, ने इस जगह का नाम फिरोजाबाद रखा. 1560 के दशक से पहले इस जगह का नाम राजा चंद्र सेन के नाम पर रखा गया था, जिन्होंने मुगलों से पहले शासन किया था.’
ब्लॉक प्रमुख यादव ने कहा, ‘पूरा जिला यह बदलाव चाहता है. मैंने इस प्रस्ताव को नए सत्र में व्यवसाय के पहले आदेश के रूप में पढ़ा. इसे ध्वनि मत से पारित कर दिया गया.’
फिरोजाबाद जिले की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, ‘शहर का प्राचीन नाम ‘चांदवार नगर’ था. 1566 में अकबर के शासन काल में ‘फिरोजाबाद’ नाम मनसब डार फिरोज शाह ने दिया था.’
फिरोजाबाद जिले की सीमा उत्तर में एटा जिले और पूर्व में मैनपुरी और इटावा को छूती है. यमुना नदी इसकी दक्षिणी सीमा बनाती है. जिले का क्षेत्रफल यूपी के कुल क्षेत्रफल का लगभग 0.8 प्रतिशत है और जनसंख्या उत्तर प्रदेश की कुल जनसंख्या का 1.1 प्रतिशत है. यहां की लगभग 73.6 प्रतिशत जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्र में निवास करती है.
फिरोजाबाद एक प्राचीन शहर है और इसे ग्लास सिटी ऑफ इंडिया (Glass City of India) के रूप में जाना होगा. शहर का यह अनूठा नाम इसकी खूबसूरत चूड़ियों, शिल्प और कांच से बनीं अन्य उत्तम वस्तुओं से पड़ा, जो पूरे भारत में लोकप्रिय हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)