भारत में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 3.21 करोड़ से अधिक हो गई है और इस वायरस के संक्रमण से 4,30,254 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, दुनियाभर में संक्रमण के 20.54 करोड़ से अधिक केस दर्ज हुए हैं और 43.30 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है.
नई दिल्ली: भारत में एक दिन में कोविड-19 के 40,120 नए मामले आने से कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,21,17,826 हो गई, वहीं संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 97.46 फीसदी हो गई जो अब तक की सर्वाधिक है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार को सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में संक्रमण से 585 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,30,254 हो गई.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 20,54,98,261 हो गए हैं और अब तक 43,35,943 लोगों की जान जा चुकी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, उपचाराधीन मरीजों की संख्या गिरकर 3,85,227 रह गई जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.20 फीसदी है. यह पिछले साल मार्च के बाद से सबसे कम है. मंत्रालय के अनुसार, कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 97.46 प्रतिशत है.
मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 2,760 मामलों की गिरावट आई है. बृहस्पतिवार को कोविड-19 के संक्रमण का पता लगाने के लिए 19,70,495 नमूनों की जांच की गई. इसी के साथ ही अब तक इस बीमारी का पता लगाने के लिए जांचे गए नमूनों की संख्या 48,94,70,779 हो गई है.
आंकड़ों के मुताबिक, संक्रमण की दैनिक दर 2.04 प्रतिशत दर्ज की गई, यह पिछले 19 दिनों से तीन प्रतिशत से कम बनी हुई है. साप्ताहिक संक्रमण दर 2.13 प्रतिशत दर्ज की गई.
इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,13,02,345 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है. मंगलवार सुबह तक देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत कोविड-19 रोधी टीके की 52.95 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में इसे 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून को संक्रमण के मामले तीन करोड़ के आंकड़े को पार चले गए हैं.
मई रहा अब तक का सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा.
मई में इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी.
सात मई को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई.
वायरस के मामले और मौतें
अगस्त महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान सामने आए संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो 12 अगस्त को 41,195, 11 अगस्त को 38,353, 10 अगस्त को 28,204, नौ अगस्त को 35,499, आठ अगस्त को 39,070, सात अगस्त 38,628, छह अगस्त को 44,643, पांच अगस्त को 42,982, चार अगस्त को 42,625, तीन अगस्त को 30,549, दो अगस्त को 40,134 और एक अगस्त को 41,831 नए मामले आए
इसी तरह 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो बीते 12 अगस्त को 490, 11 अगस्त को 497, 10 अगस्त को 373, नौ अगस्त को 447, आठ अगस्त को 491 सात अगस्त 617, छह अगस्त को 464, पांच अगस्त को 533, चार अगस्त को 562, तीन अगस्त को 422, दो अगस्त को 422 और एक अगस्त को 541 लोगों की मौत हुई थी.
जुलाई महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 48,786 मामले एक जुलाई को सामने आए और एक दिन में मौत के सर्वाधिक 3,998 मामले (महाराष्ट्र द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 21 जुलाई को दर्ज किए गए थे.
जून महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक मामले तीन जून को 1,34,154 आए थे और इस अवधि में मौत के सर्वाधिक 6,148 मामले (बिहार द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 10 जून को सामने आए थे.
अप्रैल महीने में बीते 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 3,86,452 नए मामले 30 तरीख को दर्ज किए गए थे, जबकि सबसे अधिक 3,645 लोगों की मौत 29 तारीख को हुई थी.
मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है.
फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16,738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.
जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.
पिछले साल छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह पिछले साल 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)