उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे. भाजपा के 89 वर्षीय इस नेता को ‘बाबूजी’ के नाम से जाना जाता था. वर्ष 1992 में अयोध्या स्थित बाबरी मस्जिद विध्वंस कल्याण सिंह के मुख्यमंत्री रहने के दौरान ही हुआ था. वह राम मंदिर आंदोलन में शामिल रहे और बाबरी विध्वंस मामले के आरोपियों में से भी एक थे. बाद में अदालत ने उन्हें आरोपों से बरी कर दिया था.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार शाम लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वह 89 वर्ष के थे.
संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) द्वारा शनिवार रात जारी बयान में कहा गया कि सिंह लंबे समय से बीमार थे और उनके अंगों ने धीरे-धीरे काम करना बंद कर दिया, जिससे शनिवार शाम उनका निधन हो गया.
गौरतलब है कि वयोवृद्ध नेता सिंह को पिछली चार जुलाई को संक्रमण और हल्की बेहोशी की वजह से एसजीपीजीआई के आईसीयू में भर्ती कराया गया था. इससे पहले उनका इलाज डॉक्टर राम मनोहर लोहिया इंस्टिट्यूट में चल रहा था.
बीते शुक्रवार को उनकी स्वास्थ्य अचानक बिगड़ जाने के बाद उन्हें डायलिसिस पर रखा गया था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की गई है. उनका अंतिम संस्कार 23 अगस्त को नरोरा में गंगा तट पर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि 23 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश भी घोषित किया गया है.
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने के अंत में एक संक्रमण के कारण हल्की बेहोशी में चले जाने के बाद उनकी स्थिति पर बारीकी से नजर रखने के लिए उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था.
कल्याण सिंह उस वक्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, जब छह दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद को क्षतिग्रस्त किया गया था. सिंह ने बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
भाजपा के 89 वर्षीय नेता इस नेता को ‘बाबूजी’ के नाम से जाना जाता था. वह अलीगढ़ जिले के अतरौली क्षेत्र के रहने वाले थे और भारतीय जनता पार्टी का एक प्रमुख लोध चेहरा थे, लेकिन इससे भी अधिक वह राम मंदिर आंदोलन का पर्याय रहे थे.
वह लाल कृष्ण आडवाणी जैसे नेताओं के साथ बाबरी विध्वंस मामले के आरोपियों में से भी एक थे, हालांकि बाद में उन्हें अदालत ने बरी कर दिया था.
रिपोर्ट के अनुसार, कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण चेहरा थे. विशेष रूप से राज्य के पश्चिमी क्षेत्र में उनका मजबूत प्रभाव था और जिस तरह से सरकार राम मंदिर निर्माण को आगे बढ़ा रही है, उसे देखते हुए माना जा रहा था कि आने वाले चुनावों में वह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
उनके निधन पर प्रधानमंत्री सहित अन्य लोगों ने अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट की है.
I am saddened beyond words. Kalyan Singh Ji…statesman, veteran administrator, grassroots level leader and great human. He leaves behind an indelible contribution towards the development of Uttar Pradesh. Spoke to his son Shri Rajveer Singh and expressed condolences. Om Shanti. pic.twitter.com/ANOU2AJIpS
— Narendra Modi (@narendramodi) August 21, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं दुखी हूं. कल्याण सिंह जी… राजनेता, अनुभवी प्रशासक, जमीनी स्तर के नेता और महान इंसान थे. उत्तर प्रदेश के विकास में उनका अमिट योगदान है. उनके पुत्र श्री राजवीर सिंह से बात कर संवेदना व्यक्त की. ओम शांति.’
उन्होंने आगे कहा, ‘भारत के सांस्कृतिक उत्थान में उनके योगदान के लिए आने वाली पीढ़ियां हमेशा कल्याण सिंह जी की आभारी रहेंगी. वह दृढ़ता से भारतीय मूल्यों में निहित थे और हमारी सदियों पुरानी परंपराओं पर गर्व करते थे.’
प्रधानमंत्री के अनुसार, ‘कल्याण सिंह जी ने समाज के वंचित तबके के करोड़ों लोगों को आवाज दी. उन्होंने किसानों, युवाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में तमाम प्रयास किए.’
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘जन-जन के हृदय में बसने वाले प्रखर राष्ट्रवादी आदरणीय कल्याण सिंह जी जैसा महान व्यक्तित्व ढूंढने पर विरले ही मिलता है. बाबूजी ने अपनी कर्मठता से विभिन्न संवैधानिक पदों पर रहते हुए किसान, गरीब और वंचित वर्ग को विकास की मुख्यधारा से जोड़कर देश की प्रगति में अपना अनुपम योगदान दिया.’
जन-जन के हृदय में बसने वाले प्रखर राष्ट्रवादी आदरणीय कल्याण सिंह जी जैसा महान व्यक्तित्व ढूंढने पर विरले ही मिलता है।
बाबूजी ने अपनी कर्मठता से विभिन्न संवैधानिक पदों पर रहते हुए किसान, गरीब और वंचित वर्ग को विकास की मुख्यधारा से जोड़कर देश की प्रगति में अपना अनुपम योगदान दिया।
— Amit Shah (@AmitShah) August 21, 2021
उन्होंने आगे कहा, ‘राष्ट्र, धर्म व जनता को समर्पित ऐसे विराट व आदर्शपूर्ण जीवन को मैं कोटि-कोटि नमन करता हूं. उनके निधन से देश व समस्त भाजपा परिवार शोकाकुल है. ये देश व आने वाली पीढ़ियां उनके वृहत योगदान के लिए सदैव ऋणी रहेंगी. ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दे. ओम शांति… शांति… शांति…’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीटकर कहा, ‘प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोक-संतप्त परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें. कल्याण सिंह जी को उनके युगांतरकारी निर्णयों, कर्तव्यनिष्ठा व शुचितापूर्ण जीवन के लिए समाज सदियों तक स्मरण करते हुए प्रेरित होता रहेगा.’
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोक-संतप्त परिजनों को दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें।
समाज, कल्याण सिंह जी को उनके युगांतरकारी निर्णयों, कर्तव्यनिष्ठा व शुचितापूर्ण जीवन के लिए सदियों तक स्मरण करते हुए प्रेरित होता रहेगा।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 21, 2021
उन्होंने कहा, ‘भारतीय राजनीति में शुचिता, पारदर्शिता व जन सेवा के पर्याय, अप्रतिम संगठनकर्ता एवं लोकप्रिय जननेता आदरणीय कल्याण सिंह जी का देहावसान संपूर्ण राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है. उन्हें कोटि-कोटि श्रद्धांजलि!’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)