अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के क़ब्ज़े के बाद भारतीय वायुसेना के विमानों के ज़रिये 107 भारतीयों समेत कुल 168 लोगों को काबुल से दिल्ली लाया गया. अधिकारियों ने बताया कि 87 भारतीयों और दो नेपाली नागरिकों के एक अन्य समूह को दुशाम्बे से एअर इंडिया के एक विशेष विमान से लाया गया है.
नई दिल्ली: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद काबुल में खराब होती सुरक्षा स्थिति की पृष्ठभूमि में भारत अफगान राजधानी से अपने नागरिकों को बाहर निकालने के अपने प्रयासों के तहत तीन उड़ानों के जरिये अपने 329 नागरिकों और दो अफगान सांसद समेत करीब 400 लोगों को रविवार को देश वापस ले आया.
भारतीय वायुसेना के सी-19 सैन्य परिवहन विमान के जरिये 107 भारतीयों और 23 अफगान सिखों एवं हिंदुओं समेत कुल 168 लोगों को काबुल से दिल्ली के निकट हिंडन वायुसेना अड्डे पर लाया गया.
अधिकारियों ने बताया कि 87 भारतीयों और दो नेपाली नागरिकों के एक अन्य समूह को दुशाम्बे से एअर इंडिया के एक विशेष विमान से वापस लाया गया. इससे एक दिन पहले उन्हें भारतीय वायु सेना के एक विमान के जरिये ताजिकिस्तान की राजधानी दुशाम्बे ले जाया गया था.
इस बीच, अमेरिका और नाटो के विमान के जरिये पिछले कुछ दिन में काबुल से दोहा ले जाए गए 135 लोगों के एक समूह को एक विशेष विमान से दोहा से दिल्ली लाया गया. भारत ने अमेरिका, कतर, ताजिकिस्तान और कई अन्य मित्र देशों के साथ समन्वय स्थापित करके अफगानिस्तान से लोगों को बाहर निकालने का अभियान चलाया.
अफगानिस्तान से लोगों को बाहर निकालने के अभियान से अवगत अधिकारियों ने बताया कि काबुल से लाए गए 168 लोगों के समूह में अफगान सांसद अनारकली होनारयार और नरेंद्र सिंह खालसा एवं उनके परिवार भी शामिल हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने विमान के हिंडन में उतरने से कुछ घंटों पहले ट्वीट किया, ‘भारतीयों की निकासी जारी है. भारत के 107 नागरिकों समेत 168 यात्री भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से काबुल से दिल्ली लाए जा रहे हैं.’
Evacuation continues!
IAF special repatriation flight with 168 passengers onboard, including 107 Indian nationals, is on its way to Delhi from Kabul. pic.twitter.com/ysACxClVdX— Arindam Bagchi (@MEAIndia) August 22, 2021
ऐसा बताया जा रहा है कि काबुल से दोहा लाए गए भारतीय अफगानिस्तान स्थित कई विदेशी कंपनियों के कर्मी हैं.
बागची ने देर रात करीब एक बजकर 20 मिनट पर ट्वीट किया, ‘अफगानिस्तान से भारतीयों को वापस लाया जा रहा है. एआई1956 विमान ताजिकिस्तान से कुल 87 भारतीयों को नई दिल्ली ला रहा है. दो नेपाली नागरिकों को भी लाया जा रहा है. इसमें दुशाम्बे में स्थित भारत के दूतावास ने सहायता की. लोगों को निकालने के लिए और उड़ानों का प्रबंधन किया जाएगा.’
Bringing Indians home from Afghanistan!
AI 1956 carrying 87 Indians departs from Tajikistan for New Delhi. Two Nepalese nationals also evacuated.
Assisted and supported by our Embassy @IndEmbDushanbe.
More evacuation flights to follow. pic.twitter.com/YMCuJQ7595— Arindam Bagchi (@MEAIndia) August 21, 2021
तालिबान के पिछले रविवार को काबुल पर कब्जा जमाने के बाद भारत अफगान राजधानी से पहले ही भारतीय राजदूत और दूतावास के अन्य कर्मियों समेत 200 लोगों को वायुसेना के दो सी-19 परिवहन विमानों के जरिये वहां से निकाल चुका है.
सोमवार को 40 से ज्यादा भारतीयों को लेकर पहली उड़ान भारत पहुंची थी. भारतीय राजनयिकों, अधिकारियों एवं सुरक्षाकर्मियों और वहां फंसे कुछ भारतीयों समेत करीब 150 लोगों के साथ दूसरा सी-17 विमान मंगलवार को भारत पहुंचा था.
अमेरिकी सैनिकों की स्वदेश वापसी की पृष्ठभूमि में तालिबान ने अफगानिस्तान में इस महीने तेजी से अपने पांव पसारते हुए राजधानी काबुल समेत वहां के अधिकतर इलाकों पर कब्जा जमा लिया है.
इन लोगों की वापसी के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अब ध्यान अफगानिस्तान की राजधानी से सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने पर होगा.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार के लिए तात्कालिक प्राथमिकता अफगानिस्तान में फिलहाल रह रहे सभी भारतीय नागरिकों के बारे में सटीक सूचना प्राप्त करना है.
मंत्रालय ने भारतीयों के साथ ही उनके नियोक्ताओं से अनुरोध किया है कि वे विशेष अफगानिस्तान प्रकोष्ठ के साथ प्रासंगिक विवरण तत्काल साझा करें.
एक अनुमान के मुताबिक, अफगानिस्तान में करीब 400 भारतीय फंसे हो सकते हैं और भारत उन्हें वहां से निकालने का प्रयास कर रहा है और इसके लिए वह अमेरिका एवं अन्य मित्र राष्ट्रों के साथ समन्वय से काम कर रहा है.
अफगानिस्तान से भारत लौट रहे लोगों को पोलियो रोधी टीका लगाया जाएगा: मांडविया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने रविवार को कहा कि भारत ने अफगानिस्तान से लौट रहे लोगों को एहतियाती उपाय के तहत पोलियो रोधी टीका नि:शुल्क लगाने का फैसला किया है.
मंत्री ने ट्विटर पर एक तस्वीर भी साझा की है, जिसमें युद्धग्रस्त देश से लौटे लोगों को दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर टीका लगवाते हुए देखा जा सकता है.
We have decided to vaccinate Afghanistan returnees with free Polio Vaccine – OPV & fIPV, as a preventive measure against Wild Polio Virus
Congratulations to the Health Team for their efforts to ensure public health
Take a look at the vaccine drive at Delhi International Airport pic.twitter.com/jPVF1lVmRu
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) August 22, 2021
दुनिया में अफगानिस्तान और पाकिस्तान ही ऐसे दो देश हैं जहां पोलियो अब भी ‘एन्डेमिक’ (किसी विशेष स्थान या व्यक्ति वर्ग में नियमित रूप से पाया जाने वाला रोग) है.
मांडविया ने ट्वीट किया, ‘हमने अफगानिस्तान से लौट रहे लोगों को ‘वाइल्ड पोलियो वायरस’ के खिलाफ एहतियातन नि:शुल्क पोलियो रोधी टीका – ओपीवी एवं एफआईपीवी लगाने का फैसला किया है.’
उन्होंने कहा, ‘सार्वजनिक स्वास्थ्य को सुनिश्वचित करने के लिए स्वास्थ्य टीम को उनके प्रयास के लिए बधाई.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)