मशहूर शायर मुनव्वर राना पर महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबान से करने का आरोप है. इस संबंध में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में केस दर्ज होने के बाद मध्य प्रदेश के गुना शहर में एफ़आईआर दर्ज कराई गई है. राना ने कथित तौर पर कहा था कि वाल्मीकि रामायण लिखने के बाद भगवान बन गए. इससे पहले वह एक डकैत थे. इसी तरह तालिबान अभी आतंकवादी हैं, लेकिन लोग और चरित्र बदलते हैं.
गुना: उत्तर प्रदेश पुलिस के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने हिंदू धर्मग्रंथ रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबान से कर कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में उर्दू शायर मुनव्वर राना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.
भाजपा के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव सुनील मालवीय और वाल्मीकि समुदाय के अन्य सदस्यों की शिकायत के बाद सोमवार को मध्य प्रदेश के गुना शहर में राना के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
गौरतलब है कि एक चैनल से चर्चा के दौरान मुनव्वर राना ने तालिबान की तुलना कथित रूप से महर्षि वाल्मीकि से की थी.
मालवीय ने आरोप लगाया कि राना ने अपनी टिप्पणियों से महर्षि वाल्मीकि का अपमान किया तथा वाल्मीकि समुदाय और हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘उन्होंने (राना ने) महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबान से की और हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई. इसलिए हमने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की है.’
गुना के पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने सोमवार को कहा, ‘राना के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया है. मामले को संबंधित जिले (उत्तर प्रदेश के लखनऊ) को भेजा जाएगा.’
पुलिस ने कहा कि राना के खिलाफ आईपीसी की धारा 505 (2),(विभिन्न समुदायों के बीच शत्रुता, घृणा या वैमनस्य की भावनाएं पैदा करने के आशय से असत्य कथन, जनश्रुति, आदि, परिचालित करना) के तहत मामला दर्ज कर इसे उत्तर प्रदेश के लखनऊ के हजरतगंज पुलिस थाने को भेजा रहा है.
इससे पहले इसी आरोप उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली पुलिस ने मशहूर शायर मुनव्वर राना के खिलाफ बीते 20 अगस्त को एक मामला दर्ज किया था.
राना के खिलाफ धारा 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना), 295ए (किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जान-बूझकर किया गया दुर्भावनापूर्ण कृत्य), 505 (1) (बी) (सामान्य जन या जनता के किसी वर्ग के बीच भय पैदा करना) और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, राना ने एक चैनल से बात करते हुए कहा था, ‘वाल्मीकि रामायण लिखने के बाद भगवान बन गए, इससे पहले वह एक डकैत थे, व्यक्ति का चरित्र बदल सकता है. इसी तरह तालिबान अभी आतंकवादी हैं, लेकिन लोग और चरित्र बदलते हैं.’
राना ने कहा था, ‘जब आप वाल्मीकि के बारे में बात करते हैं, तो आपको उनके अतीत के बारे में भी बात करनी होगी. अपने धर्म में आप किसी को भी भगवान बना सकते हैं, लेकिन वह एक लेखक थे और उन्होंने रामायण लिखी. लेकिन हम यहां प्रतिस्पर्धा में नहीं हैं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)