फसल ऋण योजना के तहत लघु और सीमांत किसानों का एक लाख रुपये तक का क़र्ज़ माफ़ किया जाना है.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने क़र्ज़ माफ़ी के नाम पर किसानों का 9 पैसे से लेकर 84 पैसे तक का क़र्ज़ माफ कर दिया है.
हिंदुस्तान अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर ज़िले में ऐसे किसानों की संख्या बहुतायत है जिनका नौ पैसे से लेकर 377 रुपये तक का क़र्ज़ सरकार ने माफ़ किया गया है. हिंदुस्तान अख़बार ने ये आंकड़े बिजनौर के ज़िला कृषि अधिकारी के हवाले से जारी किए हैं.
किसान ऋण मोचन योजना या किसान फसल ऋण मोचन योजना के तहत उत्तर प्रदेश के लघु और सीमांत किसानों का क़र्ज़ माफ़ किया जाना था. इसके तहत लघु और सीमांत किसानों का एक लाख रुपये तक का ऋण माफ़ किया जाने की योजना है.
अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार पहले चरण में 22 हज़ार 156 किसानों की सूची शासन को भेजी गई थी. अब दूसरे चरण के लिए एक लाख 70 हज़ार किसानों के सत्यापन का कार्य ज़िले में चल रहा है.
हिंदुस्तान अख़बार से बातचीत में जिला कृषि अधिकारी डॉ. अवधेश मिश्र कहते हैं, ‘ऋण मोचना योजना के प्रथम चरण में 22,156 किसानों का क़र्ज़ माफ़ हुआ है. लघु और सीमांत किसानों का एक लाख रुपये तक का क़र्ज़ माफ़ होना था. कुछ किसान ऐसे भी है जिनका 9 पैसे, 84 पैसे, 2 रुपये और तीन रुपये का क़र्ज माफ़ किया गया है. दूसरे चरण के लिए एक लाख 70 हज़ार किसानों का सत्यापन का काम चल रहा है. सत्यापन के बाद किसानों की सूची शासन को भेजी जाएगी.’
बीते 17 अगस्त को लखनऊ में एक भव्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को ऋण माफी का सर्टिफिकेट बांटकर इस योजना का शुभारंभ किया था. कार्यक्रम में गृह मंत्री राजनाथ सिंह बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे.
कार्यक्रम में 7500 किसानों को ऋण माफी का सर्टिफिकेट बांटा गया था. योजना के तहत उत्तर प्रदेश सरकार ने 36 हज़ार करोड़ रुपये का क़र्ज़ माफ किया जाना है.