यूपी: पंचायत चुनाव हिंसा के आरोपी को भाजपा युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया

बीते जुलाई में प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान कम से कम 18 ज़िलों से हिंसा की सूचना मिली थी और इटावा में बरहपुरा ब्लॉक में पथराव और गोलीबारी हुई थी. इस दौरान भाजपा नेता विवेक चौधरी पर फायरिंग व इटावा के एसपी सिटी को थप्पड़ मारने का आरोप लगा था. उन्हें अब भाजयुमो का जिलाध्यक्ष बनाया गया है.

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विवेक उर्फ़ संजू चौधरी. (फोटो साभार: फेसबुक)

बीते जुलाई में प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान कम से कम 18 ज़िलों से हिंसा की सूचना मिली थी और इटावा में बरहपुरा ब्लॉक में पथराव और गोलीबारी हुई थी. इस दौरान भाजपा नेता विवेक चौधरी पर फायरिंग व इटावा के एसपी सिटी को थप्पड़ मारने का आरोप लगा था. उन्हें अब भाजयुमो का जिलाध्यक्ष बनाया गया है.

विवेक उर्फ़ संजू चौधरी. (फोटो साभार: फेसबुक)

लखनऊः उत्तर प्रदेश के इटावा में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान हिंसा के आरोपी को भाजपा की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) का जिला प्रमुख नियुक्त किया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इटावा के बरहपुरा ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए मतदान के दौरान पुलिस पर फायरिंग और इटावा एसपी को थप्पड़ मारने के आरोपी विवेक चौधरी उर्फ संजू चौधरी (35) को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है.

इस मामले में आरोपी के खिलाफ 10 जुलाई को मामला दर्ज कराया गया था.

भाजपा जिला के अध्यक्ष संजीव राजपूत ने रविवार को कहा कि विवेक चौधरी उर्फ संजू को पद पर नियुक्त किया गया है.

वहीं, चौधरी का कहना है कि उनके खिलाफ दर्ज मामला राजनीतिक साजिश का हिस्सा है.

उन्होंने कहा, ‘मैं निर्दोष हूं. मेरा हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है. ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दिन मैं एक महिला मतदाता के साथ मतदान केंद्र गया था. मुझे इस मामले में फंसाया गया है. अगर पुलिस के पास मेरा कोई वीडियो है, जिसमें आपराधिक गतिविधियों में मेरे शामिल होने की बात साबित होती है तो इस वीडियो को सार्वजनिक किया जाना चाहिए. उनके पास मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं हैं. अगर वो मुझे एक वीडियो दिखा दें, जहां मैं पत्थर उठाए भी दिख रहा हूं तो मैं हर कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हू. मुझे फंसाया गया है.’

पुलिस का कहना है कि मतदान के दिन जिले के बरहपुरा ब्लॉक से पथराव और फायरिंग की गई थी. इसके बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक पुलिसकर्मी फोन पर घटनाक्रमों का उल्लेख करते सुनाई दे रहे हैं.

इस वीडियो में वह कह रहे थे, ‘सर वे पत्थर लाए हैं. उन्होंने मुझे थप्पड़ भी मारा है. वे बम भी लाए हैं. भाजपा के लोग, विधायक और जिला प्रमुख हैं.’

वीडियो में इस अधिकारी की पहचान सहायक पुलिस अधीक्षक (सिटी) प्रशांत कुमार प्रसाद के तौर पर हुई थी.

इस हिंसा के संबंध में बरहपुरा पुलिस थाने में 11 जुलाई को भाजपा नेता और लगभग 125 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. एफआईआर में नामजद लोगों में भाजपा नेता विमल भदौरिया का भी नाम है.

बता दें कि 10 जुलाई को क्षेत्र पंचायत प्रमुख के चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के कम से कम 18 जिलों से हिंसा की सूचना मिली थी और इटावा में बरहपुरा ब्लॉक में पथराव और गोलीबारी हुई थी.

उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की कड़ी में बीते 10 जुलाई को संपन्न हुए क्षेत्र पंचायत प्रमुख के चुनाव के दौरान इटावा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (नगर) प्रशांत कुमार प्रसाद को भाजपा कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर थप्पड़ मार दिया था.

जिले के बरहपुरा में ब्लॉक पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान कथित तौर पर पुलिसकर्मियों पर हमला करने के लिए भाजपा के एक नेता समेत 126 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.