पश्चिम बंगाल: भाजपा विधायक बिश्वजीत दास तृणमूल कांग्रेस में शामिल

बागदा विधायक बिश्वजीत दास विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले वाले तीसरे भाजपा विधायक हैं. तृणमूल के टिकट पर दो बार विधायक रहे दास 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे.

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बागदा से भाजपा विधायक बिश्वजीत दास तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए. (फोटो: ट्विटर/@AITCofficial)

बागदा विधायक बिश्वजीत दास विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले वाले तीसरे भाजपा विधायक हैं. तृणमूल के टिकट पर दो बार विधायक रहे दास 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे.

बागदा से भाजपा विधायक बिश्वजीत दास तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए. (फोटो: ट्विटर/@AITCofficial)

कोलकाता: बागदा से भाजपा विधायक बिश्वजीत दास मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए. वह मई में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद ऐसा करने वाले तीसरे भाजपा विधायक हैं.

तृणमूल के टिकट पर दो बार विधायक रहे दास 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे. वह 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर जीते थे.

उन्होंने यहां तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी की उपस्थिति में पार्टी में शामिल होने के बाद कहा, ‘मुझे भाजपा में कभी भी सुखद अनुभूति नहीं हुई. मैं बहुत पहले ही तृणमूल में लौटना चाहता था. भाजपा ने बंगाल के लिए कुछ नहीं किया.’

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पश्चिम बंगाल भाजपा को झटका देते हुए विधायक बिश्वजीत दास के साथ पार्षद मनोतोष नाथ भी मंगलवार को कोलकाता में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए.

दास ने कहा कि उन्होंने कुछ गलतफहमियों के बाद भाजपा छोड़ने का फैसला किया जो कभी नहीं होना चाहिए था.

उन्होंने कहा, ‘गलतफहमियों के कारण कुछ बदलाव किए गए जो नहीं किए जाने चाहिए थे. मैं अब अपने घर लौट आया हूं और मैं अपने राज्य और निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए काम करना जारी रखूंगा.’

बिश्वजीत दास से एक दिन पहले विष्णुपुर से भाजपा विधायक तन्मय घोष टीएमसी में शामिल हुए थे. उन्होंने आरोप लगाया गया था कि भाजपा प्रतिशोध की राजनीति में लिप्त है.

पत्रकारों से बात करते हुए घोष ने दावा किया था कि भाजपा पश्चिम बंगाल के लोगों के बीच अराजकता फैलाने का प्रयास कर रही है, जिसके कारण वह टीएमसी में शामिल हो गए.

घोष ने कहा था, ‘भाजपा बदलने की राजनीति करती है. वे केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके पश्चिम बंगाल के लोगों के अधिकार छीन रहे हैं. मैं सभी राजनेताओं से जन कल्याण के लिए ममता बनर्जी का समर्थन करने का आग्रह करता हूं.’

घोष का पार्टी में स्वागत करते हुए राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने कहा कि कई अन्य भाजपा नेता टीएमसी के संपर्क में हैं. उन्होंने कहा, ‘हम भाजपा से राजनीतिक रूप से लड़ेंगे. यह पश्चिम बंगाल के लोगों को भी छोटा करने की कोशिश कर रहा है.’

इससे पहले जून में भाजपा विधायक और पार्टी उपाध्यक्ष मुकुल रॉय तृणमूल में लौट आए थे. उन्होंने चार साल पहले ममता बनर्जी की अगुवाई वाली पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामा था.

बता दें कि बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा को 294 में से 77 सीटें मिली थी जबकि तृणमूल कांग्रेस ने 213 सीटों पर जीत दर्ज की थी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)