देश में कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के बीच आगामी त्योहारी मौसम को देखते हुए केंद्र ने कहा कि सामूहिक समारोहों को हतोत्साहित करना होगा. इसके साथ ही भारत आने वाले सात देशों के यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य कर दी गई है. वहीं, गणेश उत्सव के मद्देनज़र मुंबई पुलिस ने बिना मास्क घूमने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई शुरू कर दी है.
नई दिल्ली/मुंबई: केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि सामूहिक समारोहों को हतोत्साहित किया जाना चाहिए, लेकिन अगर इसमें भाग लेना जरूरी है तो पूर्ण टीकाकरण पूर्व अपेक्षित होना चाहिए. उसने लोगों से कोविड रोधी टीके लगवाने और विशेषकर त्योहारी मौसम के दौरान कोविड अनुकूल आचरण के पालन का अनुरोध किया.
एक संवाददाता सम्मेलन में सरकार ने चेताया कि साप्ताहिक संक्रमण दर में भले ही कुल मिलाकर गिरावट की प्रवृत्ति देखने को मिल रही है, लेकिन भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है.
केंद्र ने कहा कि देश में 39 जिलों में 31 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में साप्ताहिक कोविड संक्रमण दर 10 प्रतिशत से ज्यादा रही, जबकि 38 जिलों में यह दर पांच से 10 प्रतिशत के बीच रही.
सरकार ने बताया कि देश में 16 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोविड रोधी टीके की दोनों खुराक मिल चुकी हैं, जबकि 54 प्रतिशत लोगों को टीके की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है.
सरकार ने कहा, ‘सिक्किम, दादरा और नगर हवेली तथा हिमाचल प्रदेश में शत-प्रतिशत व्यस्क आबादी को कोविड-19 रोधी टीके की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है.’
देश में कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के बीच आगामी त्योहारी मौसम को देखते हुए केंद्र ने कहा कि सामूहिक समारोहों को हतोत्साहित करना होगा, यदि किसी सभा में शामिल होना जरूरी है तो पूर्ण टीकाकरण एक पूर्व शर्त होनी चाहिए.
सरकार ने कहा, ‘लोगों को घर पर त्योहार मनाने चाहिए, कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन और टीकाकरण करवाना चाहिए.’
केंद्र ने कहा कि देश में सार्स-सीओवी-2 (कोविड-19) के डेल्टा प्लस स्वरूप के करीब 300 मामले अब तक सामने आ चुके हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने पत्र में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अपनी संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण (डब्ल्यूजीएस) गतिविधियों को बढ़ाने के लिए भी कहा.
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हालांकि म्यूटेंट का खतरा मौजूद रहेगा. इसीलिए जांच, संक्रमण का पता लगाना, टीकाकरण, अस्पतालों में तैयारी और कोविड उपयुक्त व्यवहार के साधनों का दृढ़ता से उपयोग किया जाना चाहिए.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि कोलंबिया में कोरोना वायरस के एक नए स्वरूप का पता चला है, जिसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.
गणेश उत्सव से पहले मुंबई में मास्क नहीं पहनने वालों पर कार्रवाई
गणेश उत्सव शुरू होने में कुछ ही दिन शेष हैं, ऐसे में मुंबई पुलिस ने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है, जो कोरोना वायरस महामारी के बीच शहर की सड़कों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर बिना मास्क के घूमते पाए जा रहे हैं. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
महाराष्ट्र में धूमधाम से मनाया जाने वाला दस दिवसीय गणेश उत्सव 10 सितंबर से शुरू होगा.
अधिकारी ने कहा, ‘मुंबई पुलिस आगामी त्योहारी सीजन के दौरान शहरभर में सुरक्षा प्रदान करने के लिए कमर कस रही है. लोग त्योहार मनाने के लिए बिना मास्क सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं, जिसके चलते पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.’
इस संबंध में बीते एक सितंबर को संयुक्त सीपी (कानून व्यवस्था) विश्वास नांगरे पाटिल द्वारा आदेश जारी किए गए. उन्होंने कहा कि महानगर के सभी पुलिस थानों को उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है.
भारत आने वाले सात देशों के यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य
कोविड-19 के नए स्वरूपों के डर के मद्देनजर दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश और चीन सहित सात देशों से भारत आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच को अनिवार्य कर दिया गया है. केंद्र की ओर से बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई.
सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर कहा कि सार्स-कोव-2 वायरस में हो रहे नए-नए म्यूटेशन की रिपोर्ट के अलावा वैश्विक स्तर पर वैरिएंट ऑफ कंसर्न (वीओसी) और वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (वीओआई) की बढ़ती संख्या पर विचार करते हुए सात देशों को उन देशों की सूची में शामिल किया गया है, जहां से आने वाले यात्रियों को भारतीय हवाई अड्डों पर उतरने के समय एक और आरटी-पीसीआर जांच करवानी होगी.
इसके अलावा उन्हें भारत के लिए उड़ान भरने से पहले भी आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी. ये सात देश दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड और जिम्बाब्वे हैं.
गौरतलब है कि फरवरी में जारी किए गए दिशा-निर्देशों के मुताबिक केवल ब्रिटेन, यूरोप और पश्चिम एशिया से आने वाले यात्रियों को ही भारतीय हवाई अड्डों पर उतरने पर फिर से आरटी-पीसीआर जांच करानी पड़ती थी.
केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से इन दिशा-निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने को भी कहा है, ताकि दुनिया के अन्य देशों से भारत में कोरोना वायरस के नए-नए स्वरूपों को आने से रोका जा सके.