उत्तर प्रदेश: फ़िरोज़ाबाद में वायरल बुखार और डेंगू से 50 लोगों की मौत

फ़िरोज़ाबाद सदर से भाजपा विधायक मनीष असीजा का दावा है कि मरने वालों की संख्या 61 पहुंच गई हैं. वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि फ़िरोज़ाबाद जनपद में 10 क्षेत्रों की पहचान की गई है, जहां वायरल बुखार और डेंगू का प्रकोप है, जिनमें नौ ब्लॉक व एक नगर निगम क्षेत्र है. कुल 3,719 रोगियों का इलाज चल रहा है और बुखार से पीड़ित कुल मरीज़ों की तादाद 2,533 है.

फिरोजाबाद के गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों की स्थिति का जायजा लेते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फोटोः पीटीआई)

फ़िरोज़ाबाद सदर से भाजपा विधायक मनीष असीजा का दावा है कि मरने वालों की संख्या 61 पहुंच गई हैं. वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि फ़िरोज़ाबाद जनपद में 10 क्षेत्रों की पहचान की गई है, जहां वायरल बुखार और डेंगू का प्रकोप है, जिनमें नौ ब्लॉक व एक नगर निगम क्षेत्र है. कुल 3,719 रोगियों का इलाज चल रहा है और बुखार से पीड़ित कुल मरीज़ों की तादाद 2,533 है.

फिरोजाबाद के गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों की स्थिति का जायजा लेते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फोटोः पीटीआई)

फिरोजाबाद/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में बुखार एवं डेंगू से मरने वालों की संख्या बीते शुक्रवार को बढ़कर 50 हो गई. इस बीच स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की छह सदस्यीय एक टीम फिरोजाबाद पहुंच गई है.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी दिनेश कुमार द्वारा शुक्रवार सुबह जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि जिले में अब तक 50 लोगों की डेंगू और बुखार से मौत हो चुकी है.

उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार देर रात तक तीन और मरीजों की मौत होने से मृतक संख्या 47 से बढ़कर 50 हो गई है.

उन्होंने यह भी बताया जनपद में 10 क्षेत्रों की पहचान की गई है, जहां इन रोगों का प्रकोप है, जिनमें नौ ब्लॉक व एक नगर निगम क्षेत्र है.

उन्होंने बताया कि कुल 3,719 रोगियों का इलाज जारी है व बुखार से पीड़ित कुल मरीजों की तादाद 2,533 है.

शहर के मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ. संगीता अनेजा ने शुक्रवार देर शाम बताया कि मेडिकल कॉलेज के बाल चिकित्सा वार्ड के साथ-साथ अन्य वार्डों में डेंगू और वायरल बुखार से पीड़ित 130 मरीज अब तक भर्ती किए गए हैं, जबकि आज 68 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.

उनके मुताबिक, अब मेडिकल कॉलेज के विभिन्न वार्डों में 331 मरीजों का इलाज चल रहा है.

उन्होंने यह भी बताया कि डॉ. तुषार एन. नाले के नेतृत्व में दिल्ली से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की छह सदस्यीय चिकित्सकीय टीम फिरोजाबाद पहुंच चुकी है. यह टीम केंद्रीय रोग नियंत्रण विभाग की है और इसने स्थिति का जायजा लेना तथा अपनी जांच पड़ताल शुरू कर दी है.

डॉ. संगीता ने यह भी बताया कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 100 बिस्तरों की एक अन्य इकाई मेडिकल कॉलेज परिसर में कल (शनिवार) सुबह से शुरू हो जाएगी.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव (चिकित्सा शिक्षा) को निर्देश दिए हैं कि वह शुक्रवार से ही आगरा और फिरोजाबाद जनपद में शिविर लगाएं.

उन्होंने इसके अलावा कोविड मरीजों के लिए आरक्षित ऑक्सीजन की सुविधा वाले पृथक बिस्तरों को डेंगू सहित अन्य वायरल बीमारियों के इलाज के लिए उपलब्ध रखने के भी निर्देश दिए हैं.

अपर निदेशक स्वास्थ्य आगरा मंडल डॉक्टर एके सिंह ने बताया कि फिरोजाबाद से लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) 49 नमूने जांच के लिए भेजे गए थे, जिनमें से 43 नमूनों में डेंगू का वायरस पाया गया है, जबकि दो मामलों में ‘लेप्टोस्पायरोसिस’ पाई गई है.

उन्होंने बताया कि आगरा मंडल में मैनपुरी में लगभग चार मामले डेंगू के पाए गए, लेकिन किसी की भी मौत नहीं हुई, जबकि मथुरा में एक तारीख तक डेंगू के 54 मामले आए थे, जिनमें नौ लोगों की मौत हो गई.

सिंह ने बताया कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की टीम पत्रावली के साथ-साथ क्षेत्रों में लार्वा एकत्रित कर पुणे स्थित प्रयोगशाला को लगातार भेज रही है और इनकी रिपोर्ट की प्रतीक्षा है.

जनपद में वायरल बुखार और डेंगू से पीड़ित लोगों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी स्थिति को संभालने का लगातार प्रयास कर रहे हैं. जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी चर्चित गौड़ को नोडल अधिकारी नियुक्ति किया है.

जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने डेंगू एवं वायरल बुखार के बढ़ते प्रकोप के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप में बीते तीन सितंबर की देर शाम तीन चिकित्सकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था.

उन्होंने यह चेतावनी भी दी है कि यदि चिकित्सा कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.

अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने एक बयान में बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को निर्देश दिए कि बरसात के मौसम में जलजमाव और मौसम के प्रकोप से बढ़ रहीं बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं. प्रत्येक जनपद में हर मरीज की सेहत पर नजर रखी जाए और परिजनों को रोगी के स्वास्थ्य के बारे में नियमित अंतराल पर जानकारी दी जाए.

दूसरी तरफ सदर विधायक मनीष असीजा ने बुखार और डेंगू से अब तक 61 लोगों की मौत होने का दावा किया है. विधायक के अनुसार, वह क्षेत्र में लगातार घूमकर पीड़ित परिवारों से मिल रहे हैं और उनके परिवार में हुई मौतों की जानकारी जुटा रहे हैं.

इससे पहले बीते 29 सितंबर को असीजा ने बताया था कि उनके पास अब तक 41 बच्चों की डेंगू से मौत की सूचना आ चुकी है, जबकि कई लोग गंभीर स्थिति में हैं.

असीजा ने इसके लिए प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय नगर निकाय को जिम्मेदार ठहराया था. तब हालांकि स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने विधायक असीजा के इस दावे को गलत बताया था.

इसके बाद बीते 31 अगस्त को उत्तर प्रदेश सरकार ने फिरोजाबाद जिले में डेंगू के कारण लोगों की मौत के मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का तबादला कर दिया था.

फिरोजाबाद की मुख्य चिकित्सा अधिकारी नीता कुलश्रेष्ठ को हटाकर अलीगढ़ के मलखान सिंह जिला अस्पताल में सीनियर कंसल्ट पद पर भेजा गया था.

बुखार को रोकने, स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए उचित कदम उठाए सरकार: प्रियंका गांधी

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले और कुछ अन्य जिलों में वायरल एवं डेंगू बुखार से कई लोगों की मौत होने पर चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि लोगों को हरसंभव स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जाए और बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएं.

उन्होंने यह सवाल भी किया कि क्या उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान पैदा हुई स्थिति से कोई सबक नहीं लिया?

कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश में वायरल बुखार से 100 से अधिक लोगों की मौत की खबर पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है. क्या उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड की दूसरी लहर के दौरान अपने त्रासदीपूर्ण प्रबंधन के भयावह परिणामों से कोई सबक नहीं लिया है?’

उन्होंने कहा, ‘सभी संभव संसाधनों का उपयोग प्रभावित लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए करने का निर्देश दिया जाए और आगे इस बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएं.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)