गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव दिसंबर 2022 में होने हैं. 65 वर्षीय रूपाणी ने दिसंबर 2017 में दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. इस्तीफ़ा देने के बाद उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है. पार्टी कार्यकर्ता को अलग-अलग समय पर अलग-अलग ज़िम्मेदारियां मिलती हैं. अब पार्टी जो भी ज़िम्मेदारी देगी, उसे वह निभाएंगे.
अहमदाबाद: गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शनिवार को पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने राज्य में विधानसभा चुनाव से लगभग सवा साल पहले अपना त्याग-पत्र राज्यपाल को सौंपा है.
रूपाणी ने कहा है कि उन्होंने इस संबंध में भाजपा द्वारा गुजरात के व्यापक हित में निर्णय लेने के बाद स्वेच्छा से पद से इस्तीफा दिया है.
गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव दिसंबर 2022 में होने हैं. 65 वर्षीय रूपाणी ने दिसंबर 2017 में दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी.
उन्होंने शनिवार को राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मिलने और अपना इस्तीफा सौंपने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे पांच साल तक राज्य की सेवा करने का अवसर दिया गया. अब मेरी पार्टी जो काम देगी, मैं उसे करूंगा.’
इस्तीफा देने के बाद राजभवन के बाहर मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए रूपाणी ने कहा, ‘मेरे इस्तीफे से पार्टी के नए नेतृत्व को मौका मिलेगा और हम सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे.’
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अचानक इस्तीफा देने के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर रूपाणी ने कहा, ‘हमारी पार्टी में यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है. पार्टी कार्यकर्ता को अलग-अलग समय पर अलग-अलग जिम्मेदारियां मिलती हैं. हम इसे पद नहीं कहते हैं, हम इसे जिम्मेदारी कहते हैं. अब पार्टी जो भी जिम्मेदारी मुझे देगी, मैं उसे निभाऊंगा.’
रूपाणी ने आगे कहा, ‘यह एक रिले रेस है. सब दौड़ते हैं और आगे बढ़ते हैं. पांच साल तक मेरी जिम्मेदारी थी. मैं दौड़ रहा था. अब मैं झंडा किसी और को दूंगा. (अब) वह दौड़ेगा.’
अपने इस्तीफे के कारणों को लेकर एक अन्य सवाल के जवाब में रूपाणी ने कहा, ‘पार्टी ने यह फैसला गुजरात के व्यापक हित में लिया है और मैं इसकी सराहना करता हूं.’
रूपाणी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी का चेहरा हैं और अगला गुजरात विधानसभा चुनाव, जो दिसंबर 2022 तक होगा, उनके ही नेतृत्व में लड़ा जाएगा.
रूपाणी ने गांधीनगर के बाहरी इलाके में पाटीदार समुदाय के एक शैक्षणिक परिसर के शिलान्यास समारोह में भाग लेने के कुछ घंटे बाद इस्तीफा दिया. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चुअल संबोधन दिया था.
रिपोर्ट के अनुसार, पाटीदार समुदाय के खुद को भाजपा से दूर करने की चर्चा के बीच उनका इस्तीफा आया है. इस समुदाय के कुछ शीर्ष नेताओं ने सार्वजनिक तौर पर कहा है कि गुजरात का अगला मुख्यमंत्री पाटीदार होना चाहिए. अटकलें हैं कि यह इस्तीफा रूपाणी और नवनियुक्त पार्टी अध्यक्ष सीआर पाटिल के बीच नेतृत्व के कथित टकराव के बीच भी आया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)