प्रधानमंत्री मोदी की सालगिरह पर ट्विटर पर ट्रेंड हुआ ‘राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस और जुमला दिवस’

17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 71वें जन्मदिन के अवसर पर ट्विटर पर दिनभर कई ऐसे हैशटैग ट्रेंड करते रहे, जिनसे ट्विटर यूज़र्स ने देश में बढ़ती बेरोज़गारी और देश में गहराते आर्थिक संकट की तरफ ध्यान आकर्षित किया और इस बारे में प्रधानमंत्री से जवाब मांगा.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो साभार: पीआईबी)

17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 71वें जन्मदिन के अवसर पर ट्विटर पर दिनभर कई ऐसे हैशटैग ट्रेंड करते रहे, जिनसे ट्विटर यूज़र्स ने देश में बढ़ती बेरोज़गारी और देश में गहराते आर्थिक संकट की तरफ ध्यान आकर्षित किया और इस बारे में प्रधानमंत्री से जवाब मांगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो साभार: पीआईबी)

नई दिल्लीः 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 71वें जन्मदिन के अवसर पर ट्विटर पर राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस ट्रेंड कर रहा है, जिसके माध्यम से ट्विटर यूजर्स ने देश में बढ़ती बेरोजगारी और गहरे आर्थिक संकट की ओर ध्यान दिलाने की कोशिश की.

कई ट्विटर यूजर्स और राजनीतिक दलों ने एक साथ सोशल मीडिया अभियान चलाया, जिसे उन्होंने सोशल मीडिया पर आज के दिन को राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस का नाम दिया.

सुबह से ही #राष्ट्रीयबेरोजगारीदिवस, #नेशनलअनइम्पलॉएमेंटडे, #जुमलादिवस और #मोदीरोजगारदो जैसे
हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं.

ये हैशटैग रोजगार उपलब्ध करा पाने में सरकार की असफलता के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा हैं.

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर शुक्रवार को उन्हें बधाई देते हुए उनकी सरकार की विफलताओं का हवाला देते हुए कहा कि उनके जन्मदिन को ‘बेरोजगारी दिवस’, ‘किसान विरोधी दिवस’, ‘कोरोना कुप्रबंधन दिवस’ और ‘महंगाई दिवस’ के रूप में मनाना उपयुक्त रहेगा.

देश के कई शहरों में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी इस मुहिम का हिस्सा बने और देश में बढ़ती बेरोजगारी को लेकर उन्होंने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा.

उन्होंने ट्वीट कर मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और फिर एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस की जरूरत ही नहीं पड़ती, अगर भाजपा जनता के लिए काम करती, मित्रों के लिए नहीं.’

वहीं, पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा, ‘आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का जन्मदिवस है, उन्हें शुभकामनाएं, वह दीर्घायु हों.’

सुप्रिया ने कहा, ‘आज सुबह हर अख़बार के कवर पर पूरे पन्ने के विज्ञापनों में मोदी जी का मुस्कराता चेहरा देखकर यह ख़्याल आया कि मोदी जी के जन्मदिन पर उनकी कौन-सी उपलब्धि का जश्न मनाया जाए?’

 

उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘जब प्रधानमंत्री मोदी की उपलब्धियों पर नज़र डालते हैं तो बीते सात वर्षों में रोज़गार के लिए दर दर की ठोकरें खाते युवा, शोषित किसान, बंद उद्योग, ऑक्सीजन के बिना तड़प तड़प कर दम तोड़ते लोग, महंगाई से जूझती जनता, गैस छोड़ चूल्हा फूंकती महिलाएं, बड़े सरकारी उपक्रमों की बिक्री, भाजपा के सहयोगी संगठन बनी ईडी, सीबीआई एवं आयकर विभाग और कुछ ख़ास चिर-परिचित बड़े पूंजीपतियों के चेहरे ही आंखों के सामने आते हैं.’

कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी के जन्मदिन को ‘बेरोजगारी दिवस, ‘किसान विरोधी दिवस’, ‘कोरोना कुप्रबंधन दिवस’, ‘महंगाई दिवस’, ‘उद्योग मंद, ‘व्यापार बंद दिवस’, ‘पूंजीपति पूजन दिवस’ और ‘ईडी, सीबीआई, आईटी रेड दिवस’ के रूप में मनाना उपयुक्त रहेगा.

वहीं, इस संकट के दौर में भी देशभर में भाजपा और मोदी समर्थक बहुत ही उत्साह के साथ उनका जन्मदिन मनाने में लगे हैं.

केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के नेता पशुपति कुमार पारस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर उन्हें ‘भगवान का दूसरा रूप’ बताया और कहा कि स्वतंत्रता के बाद वह सरकार के सबसे सफल मुखिया हैं.

पारस ने कहा, ‘वह भगवान के दूसरे रूप हैं. किसी ने भगवान को नहीं देखा लेकिन प्रधानमंत्री मोदी हमारे बीच हैं जिन्हें भगवान माना जाता है और वह देश का भाग्य भी तय करते हैं.’

हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब मोदी की तुलना भगवान के दूसरे रूप से की गई है.

पिछले साल प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर कई जगहों पर आश्चर्यजनक रूप से पार्टी कार्यकर्ताओं ने मोदी की तुलना हिंदू देवताओं से की थी.

महाराष्ट्र में भाजपा प्रवक्ता अवधूत वाग ने मोदी की तुलना हिंदू देवता विष्णु के 11वें अवतार से कर दी थी.

वहीं, पहले भी पार्टी नेता मोदी की तुलना विष्णु के अवतार कल्कि से कर चुके हैं. चार साल पहले पार्टी के मणिपुर नेता लायश्रम जात्रा सिंह ने कल्कि अवतार एंड नरेंद्र मोदी नाम से एक किताब लॉन्च की थी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)