कांग्रेस पार्टी में कलह को लेकर पूछे गए सवाल पर अंबिका सोनी ने कहा कि कोई कलह नहीं है. अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसके जवाब में उन्होंने वही बात दोहराई कि पंजाब का मुख्यमंत्री सिख होना चाहिए. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच पिछले कई महीनों से चल रही तनातनी की पृष्ठभूमि में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अपना इस्तीफ़ा दे दिया है.
नई दिल्ली/चंडीगढ़: कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने रविवार को कहा कि उन्होंने पंजाब की मुख्यमंत्री बनने से इनकार कर दिया है, क्योंकि सिख बहुल इस राज्य का मुख्यमंत्री कोई सिख ही होना चाहिए.
उन्होंने दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत में यह भी कहा कि कांग्रेस की पंजाब इकाई में कोई टकराव नहीं है और जल्द ही सब कुछ ठीक हो जाएगा.
यह पूछे जाने पर क्या उन्हें मुख्यमंत्री पद का प्रस्ताव दिया गया है तो सोनिया गांधी की करीबी मानी जाने वाली अंबिका ने कहा, ‘मैंने इनकार कर दिया है. मेरा 50 साल से मानना है कि पंजाब का मुख्यमंत्री कोई सिख होना चाहिए, क्योंकि यह देश में एकमात्र राज्य है, जहां सिख बहुसंख्यक हैं.’
पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैंने मुख्यमंत्री बनने से मना कर दिया है. चंडीगढ़ में प्रक्रिया जारी है. महासचिव और दोनों पर्यवेक्षक वहां पर मौजूद हैं. वो एक-एक विधायक से उनकी राय के बारे में लिखित में पूछ रहे हैं. फिर आपको बताएंगे.’
पार्टी में कलह को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि कोई कलह नहीं है. अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसके जवाब में उन्होंने वही बात दोहराई कि पंजाब का मुख्यमंत्री सिख होना चाहिए.
इस बीच अंबिका सोनी ने पंजाब के घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की है.
इधर, चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पंजाब के नए मुख्यमंत्री के चुनाव से जुड़े सवाल पर कहा कि अगले दो-तीन घंटों में इस पर फैसला ले लिया जाएगा. चंडीगढ़ में ही कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने कहा कि यह सब कांग्रेस हाईकमान पर निर्भर करता है. यह आलाकमान का विशेषाधिकार है.
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष पवन गोयल ने बताया कि हरीश रावत जी और अजय माकन जी के साथ कल (शनिवार) को विधायकों की बैठक हुई था. एक प्रस्ताव पारित किया गया था कि इस मामले में सोनिया गांधी जी का निर्णय अंतिम होगा. आज (रविवार) आप उनका फैसला जानेंगे.
चंडीगढ़ में सुनील जाखड़ से मुलाकात के बाद कांग्रेस विधायक कुलदीप सिंह वैद ने कहा कि हम सोनिया गांधी के आदेश का इंतजार कर रहे हैं. इसके तुरंत बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक में फैसला लिया जाएगा. कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के पीछे एक पृष्ठभूमि और कई मुद्दे हैं.
मालूम हो कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच पिछले कई महीनों से चल रही तनातनी की पृष्ठभूमि में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बीते शनिवार को पद से इस्तीफा दे दिया था.
इस्तीफा देते वक्त अमरिंदर सिंह ने कहा था, ‘मेरा फैसला सुबह (शनिवार) हो गया था. मैंने कांग्रेस अध्यक्ष से बात की थी और मैंने उनको कह दिया था कि मैं इस्तीफा दे रहा हूं आज. बात ये है कि पिछले दो महीनों में ये तीसरी बार हो रहा है, पहले तो एमएलए को दिल्ली बुलाया, दूसरी बार बुलाया, अब तीसरी बार मीटिंग कर रहे हो. मेरे ऊपर कोई शक है कि मैं चला नहीं सका या कोई बात हुई है, पर जिस तरीके से ये बात हुई है मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं.’
पंजाब कांग्रेस विधायक दल की प्रस्तावित बैठक स्थगित हुई
कांग्रेस की पंजाब इकाई के विधायक दल की रविवार सुबह 11 बजे होने वाली बैठक स्थगित कर दी गई. पार्टी सूत्रों ने कहा कि विधायक दल के नए नेता के नाम पर अभी आम सहमति नहीं बन पाई है.
पार्टी के एक नेता ने जानकारी दी कि कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक स्थगित कर दी गई. कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि विधायक दल के नए नेता के नाम पर अभी आम सहमति नहीं बन पाई है.
अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़, मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ ही तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और सुखजिंदर सिंह रंधावा के नाम भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में माने जा रहे हैं.
पार्टी के एक नेता ने कहा, ‘पार्टी नेतृत्व जो भी निर्णय लेगा, हम उसे मानेंगे.’
कांग्रेस महासचिव एवं पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत तथा पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक अजय माकन व हरीश चौधरी इस समय चंडीगढ़ में हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)