चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के पहले दलित सिख मुख्यमंत्री होंगे. उन्हें सर्वसम्मति से राज्य कांग्रेस के विधायक दल का नेता चुना गया है. वह इससे पहले अमरिंदर सिंह सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच पिछले कई महीनों से चल रही तनातनी की पृष्ठभूमि में शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अपना इस्तीफ़ा दे दिया था.
चंडीगढ़: पंजाब में कांग्रेस के वरिष्ठ दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे. उन्हें रविवार को पार्टी विधायक दल का नया नेता चुना गया.
वह पंजाब के पहले दलित नेता हैं, जो राज्य का मुख्यमंत्री बनेंगे.
कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने बताया कि चन्नी को कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया.
It gives me immense pleasure to announce that Sh. #CharanjitSinghChanni has been unanimously elected as the Leader of the Congress Legislature Party of Punjab.@INCIndia @RahulGandhi @INCPunjab pic.twitter.com/iboTOvavPd
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) September 19, 2021
रावत ने ट्वीट किया, ‘यह घोषणा करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है कि चरणजीत सिंह चन्नी को सर्वसम्मति से कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया है.’
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद चन्नी (58 वर्षीय) प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया.
"We have presented our stance, unanimously supported by party MLAs, before the Governor. Oath taking ceremony to take place at 11 am tomorrow," says Punjab CM-designate Charanjit Singh Channi pic.twitter.com/Ksh9YnGYpm
— ANI (@ANI) September 19, 2021
राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद चन्नी ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमने अपना दावा पेश किया. राज्यपाल महोदय ने कल सुबह 11 बजे शपथ ग्रहण का समय दिया है.’
इससे पहले राज्य कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे चलने की चर्चा थी, हालांकि ऐन मौके पर कांग्रेस आलाकमान ने चन्नी के नाम पर मुहर लगाई.
सूत्रों का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने चन्नी के नाम की जोरदार पैरवी की और फिर राहुल गांधी ने दिल्ली में लंबी मंत्रणा के बाद चन्नी के नाम को मंजूरी दी.
चन्नी दलित सिख समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे. वह रूपनगर जिले के चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं.
चन्नी राज्य में दलित मुद्दे उठाने को लेकर मुखर रहे हैं और उन्होंने हाल ही में अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावत की थी. उन्हें राहुल गांधी का करीबी माना जाता है. वह शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन के शासनकाल के दौरान साल 2015-16 में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी थे.
विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस सामाजिक समीकरण साधने की कोशिश में है. प्रदेश में 30 प्रतिशत से अधिक दलित आबादी है.
इस बीच, दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पंजाब को लेकर लंबी बैठक की. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान ने पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी को मुख्यमंत्री बनने की पेशकश की, जिसे उन्होंने स्वीकार करने से मना कर दिया.
बाद में अंबिका सोनी ने संवाददाताओं से कहा कि पंजाब का मुख्यमंत्री कोई सिख ही होना चाहिए, क्योंकि यह देश का इकलौता राज्य है, जहां सिख बहुसंख्यक हैं.
इधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर चन्नी को नई जिम्मेदारी देने को लेकर बधाई दी.
Congratulations to Shri Charanjit Singh Channi Ji for the new responsibility.
We must continue to fulfill the promises made to the people of Punjab. Their trust is of paramount importance.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 19, 2021
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘चरणजीत सिंह चन्नी जी को नई जिम्मेदारी के लिए बधाई. हमें पंजाब के लोगों से किए गए वादों को लगातार पूरा करना जारी रखना है. उनका विश्वास ही सर्वोपरि है.’
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच पिछले कई महीनों से चल रही तनातनी की पृष्ठभूमि में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अपना इस्तीफा दे दिया था.
बता दें कि अमरिंदर सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए कहा था कि विधायकों की बार-बार बैठक बुलाए जाने से वह अपमानित महसूस कर रहे हैं, इसलिए उन्होंने यह कदम उठाया है.
इस्तीफा देते वक्त अमरिंदर सिंह ने कहा था, ‘मेरा फैसला सुबह (शनिवार) हो गया था. मैंने कांग्रेस अध्यक्ष से बात की थी और मैंने उनको कह दिया था कि मैं इस्तीफा दे रहा हूं आज. बात ये है कि पिछले दो महीनों में ये तीसरी बार हो रहा है, पहले तो एमएलए को दिल्ली बुलाया, दूसरी बार बुलाया, अब तीसरी बार मीटिंग कर रहे हो. मेरे ऊपर कोई शक है कि मैं चला नहीं सका या कोई बात हुई है, पर जिस तरीके से ये बात हुई है मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं.’
बहरहाल अमरिंदर सिंह ने पार्टी विधायक दल का नया नेता चुने जाने पर चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि वह पंजाब के लोगों की सुरक्षा कर सकेंगे.
सिंह के मीडिया सलाहकार के मुताबिक अमरिंदर ने कहा, ‘चरणजीत सिंह चन्नी को मेरी शुभकामनाएं. मैं आशा करता हूं कि वह सीमांत राज्य पंजाब को सुरक्षित और सीमा पार से बढ़ते सुरक्षा खतरे से हमारे लोगों की रक्षा कर सकेंगे.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)