यूपी: होटल में पुलिस की छापेमारी के दौरान कारोबारी की मौत, छह पुलिसकर्मी निलंबित

आरोप है कि गोरखपुर में एक होटल में देर रात हुई चेकिंग के दौरान पुलिस द्वारा पीटे जाने के चलते कानपुर निवासी एक व्यवसायी की मौत हुई है. वहीं, पुलिस का दावा है कि नशे की हालत में ज़मीन पर गिरने से पीड़ित के सिर में चोट आई थी, जिसके चलते उनकी मौत हो गई.

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मनीष गुप्ता. (फोटो साभार: फेसबुक)

आरोप है कि गोरखपुर में एक होटल में देर रात हुई चेकिंग के दौरान पुलिस द्वारा पीटे जाने के चलते कानपुर निवासी एक व्यवसायी की मौत हुई है. वहीं, पुलिस का दावा है कि नशे की हालत में ज़मीन पर गिरने से पीड़ित के सिर में चोट आई थी, जिसके चलते उनकी मौत हो गई.

मनीष गुप्ता. (फोटो साभार: ट्विटर)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कानपुर के एक 38 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर की गोरखपुर के रामगढ़ताल इलाके में एक होटल चेकिंग के दौरान कथित तौर पर पिटाई के बाद मौत हो गई. पुलिस ने इसकी जानकारी दी.

पुलिस ने बताया कि इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.

गौरतलब है कि पीड़ित मनीष गुप्ता अपने दो दोस्तों के साथ होटल में ठहरे थे और कानपुर से आईं उनकी पत्नी ने पुलिस के खिलाफ मारपीट का आरोप लगाते हुए कहा कि पिटाई से बीते सोमवार रात उनकी मौत हो गई.

हालांकि पुलिस ने इस आरोप से इनकार किया है और कहा कि नशे की हालत में जमीन पर गिरने से उनके सिर में चोट आई थी.

पुलिस ने बताया कि घटना सोमवार (27 सितंबर) आधी रात की है जब रामगढ़ताल पुलिस इलाके की नियमित जांच कर रही थी और वे जांच करने थाने से थोड़ी दूरी पर एक होटल में भी गए थे.

होटल में पुलिस ने पाया कि गोरखपुर के सीकरीगंज क्षेत्र के महादेवा बाजार के चंदन सैनी के पहचान पत्र (आईडी) पर तीन लोग ठहरे हुए थे, जब पुलिस को शक हुआ तो वह उस कमरे में जांच करने गए, जहां प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता अपने दो दोस्तों प्रदीप कुमार और गुरुग्राम के हरवीर सिंह के साथ ठहरे हुए थे.

उन्होंने बताया कि पुलिस उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज ले गई, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

इस बीच पीड़ित की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता और उनके पिता नंद किशोर गुप्ता ने पत्रकारों से बात करते हुए पुलिस पर मनीष की पिटाई का आरोप लगाया है.

मीनाक्षी ने ट्विटर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने और उन्हें निलंबित करने की भी अपील की है.

मनीष के दो दोस्त पुलिस हिरासत में हैं और उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वे रियल एस्टेट के कारोबारी हैं और वे अपने दोस्त चंदन के बुलावे पर कारोबारी काम से गोरखपुर आए थे.

गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने रामगढ़ताल के थाना प्रभारी जेएन सिंह और फलमंडी थाना प्रभारी अक्षय मिश्रा समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर नगर पुलिस अधीक्षक को मामले की जांच सौंपी है.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, गोरखपुर के एसपी विपिन टाडा ने एक बयान में कहा, ‘अपराधियों की तलाशी के दौरान रामगढ़ताल थाने की पुलिस एक होटल में गई थी. एक कमरे में अलग-अलग शहरों के तीन संदिग्ध युवक ठहरे हुए थे. पुलिस टीम जब होटल मैनेजर के साथ वहां गई तो दहशत में कमरे में मौजूद एक व्यक्ति गिरकर घायल हो गया. इसके बाद हमारे लोगों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज किया गया. बीआरडी अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. डॉक्टरों का एक पैनल पोस्टमार्टम करेगा. तीनों लोग यहां क्यों थे, इसका पता लगाने के लिए जांच की जाएगी.’

वहीं गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी ने कहा, ‘मेरे पति किसी काम से गोरखपुर गए थे. उन्होंने दो अन्य लोगों के साथ एक होटल में एक कमरा बुक किया था, जो मेरे पति से व्यापार के सिलसिले में मिल रहे थे. बाद में उन्होंने मुझे बताया कि मेरे पति को पुलिसकर्मियों ने बहुत बुरी तरह पीटा था.’

गोरखपुर में पत्रकारों से बात करते हुए हरियाणा के मेवात निवासी 31 वर्षीय हरवीर सिंह, जो गुप्ता के साथ होटल के कमरे में थे, ने कहा, ‘हम तीनों- मनीष कुमार गुप्ता, प्रदीप कुमार और मैं कृष्णा पैलेस होटल में ठहरे थे. करीब 12.30 बजे दरवाजे की घंटी बजी और वहां पांच-छह पुलिसकर्मी और एक लड़का था, जो होटल के रिसेप्शन पर काम करता था. उन्होंने हमसे हमारी आईडी मांगी और गुप्ताजी ने उनसे पूछा कि उन्हें इतनी देर रात को हमारी आईडी क्यों चाहिए. उन्होंने मेरा सामान चेक करना शुरू कर दिया और जब मैंने इसका विरोध किया तो उन्होंने मुझे गिरफ्तार करने की धमकी दी और मुझे थप्पड़ मारने लगे.’

सिंह ने आगे कहा, ‘वे मुझे बाहर खींचकर लिफ्ट के पास ले गए, मैंने उन्हें गुप्ताजी को घसीटते हुए देखा. उनके मुंह से खून बह रहा था. हमने उनसे कहा कि हम अपने दोस्त चंदन सैनी जी से मिलने आए हैं, जो पुलिसकर्मियों के आने से 20 मिनट पहले हमारे साथ थे. उन्होंने मुझसे चंदन का नंबर लिया और उनके साथ हमारे बयान की पुष्टि की. फिर वे गुप्ता जी को किसी अस्पताल में ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि वह गंभीर हैं.’

गोरखपुर रेंज के डीआईजी जे. रविंदर गौड़ ने कहा, ‘सोमवार की रात होटल, ढाबों आदि में चेकिंग के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया था. (कृष्णा पैलेस) होटल के एक कमरे में से एक व्यक्ति गिर गया और बेहोश हो गया. उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वह बच नहीं सका. इस मामले में अभी तक कोई केस दर्ज नहीं कराया गया है. होटल के केयरटेकर का प्रारंभिक बयान लिया गया है और उसने भी वही बात कही- कि वह शख्श गिर गया था.’