भाजपा की 80 सदस्यीय नई राष्ट्रीय कार्यसमिति घोषित, मेनका और वरुण गांधी को नहीं मिली जगह

पिछले कुछ समय से वरुण गांधी तीन केंद्रीय कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में लगातार आवाज़ उठाते रहे हैं. हाल ही में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की निंदा करते हुए उन्होंने दोषियों के ख़िलाफ कार्रवाई की मांग की थी. पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह को कार्यसमिति में जगह नहीं दी गई है. मेनका और वीरेंद्र सिंह भी किसानों के प्रति सहानुभूति जताते रहे हैं.

वरुण गांधी. (फोटो साभार: फेसबुक)

पिछले कुछ समय से वरुण गांधी तीन केंद्रीय कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में लगातार आवाज़ उठाते रहे हैं. हाल ही में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की निंदा करते हुए उन्होंने दोषियों के ख़िलाफ कार्रवाई की मांग की थी. पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह को कार्यसमिति में जगह नहीं दी गई है. मेनका और वीरेंद्र सिंह भी किसानों के प्रति सहानुभूति जताते रहे हैं.

(फोटो साभार: वरुण गांधी/फेसबुक)

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बृहस्पतिवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की घोषणा कर दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी सहित 80 नेताओं को सदस्य मनोनीत किया गया है.

हालांकि भाजपा सांसद वरुण गांधी, उनकी मां व पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह को कार्यसमिति में जगह नहीं दी गई है.

पिछले कुछ समय से वरुण गांधी तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में लगातार आवाज उठाते रहे हैं. हाल ही में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की निंदा करते हुए उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.

मेनका गांधी और वीरेंद्र सिंह भी किसानों के प्रति सहानुभूति जताते रहे हैं.

भाजपा महासचिव अरुण सिंह की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक, कार्यसमिति में 50 विशेष आमंत्रित सदस्य और 179 स्थायी आमंत्रित सदस्य (पदेन) भी होंगे, जिनमें मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, विधायक दल के नेता, पूर्व उपमुख्यमंत्री, राष्ट्रीय प्रवक्ता, राष्ट्रीय मोर्चा अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी, सह प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री संगठन और संगठक शामिल हैं.

इसके शीर्ष पदाकारियों जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह शामिल हैं, के अलावा इसके सदस्य के रूप में पार्टी के दिग्गज लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी भी इसमें शामिल हैं.

भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करती है और संगठन के कामकाज की रूपरेखा तय करती है. कोविड-19 महामारी के चलते लंबे समय से राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक नहीं हुई है.

कार्यसमिति के मनोनीत सदस्यों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित कई केंद्रीय मंत्री, सांसद व वरिष्ठ नेता शामिल हैं.

कार्यसमिति में पूर्व मंत्रियों हर्षवर्धन, प्रकाश जावड़ेकर और रविशंकर प्रसाद को भी जगह दी गई है.

बीते पांच अक्टूबर को वरुण गांधी ने उत्तर प्रदेश प्रशासन से लखीमपुर खीरी में किसानों को कथित तौर पर गाड़ी से कुचले जाने के मामले को संज्ञान में लेकर दोषियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की थी.

उन्होंने एक ट्वीट में कहा था, ‘लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ियों से जान-बूझकर कुचलने का यह वीडियो किसी की भी आत्मा को झकझोर देगा. पुलिस इस वीडियो का संज्ञान लेकर इन गाड़ियों के मालिकों, इनमें बैठे लोगों और इस प्रकरण में संलिप्त अन्य व्यक्तियों को चिह्नित कर तत्काल गिरफ्तार करे.’

उन्होंने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी संलग्न किया था, जिसमें एक गाड़ी किसानों को कुचलती हुई जाती दिखाई दे रही है.

गुरुवार को भी उन्होंने इस घटना से संबंधित वीडियो ट्वीट कर कहा, ‘वीडियो बिल्कुल साफ है. हत्या के जरिये प्रदर्शनकारियों को चुप नहीं कराया जा सकता. किसानों के बहाए गए निर्दोष खून के लिए जवाबदेही होनी चाहिए और अहंकार और क्रूरता का संदेश हर किसान के दिमाग में आने से पहले न्याय दिया जाना चाहिए.’

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे समय में जब भाजपा उत्तर प्रदेश में भीषण लड़ाई के लिए कमर कस रही है. पार्टी की नई टीम में योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, पूर्व सांसद विनय कटियार और दिवंगत कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह नहीं हैं.

सिद्धार्थ नाथ सिंह, जो लोधी समुदाय से थे, जो राज्य में भाजपा के ओबीसी समर्थन आधार का एक महत्वपूर्ण वर्ग है. हालांकि, समुदाय के एक अन्य नेता केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किया गया है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी के 80 सदस्यों में से 12 उत्तर प्रदेश से हैं और छह विशेष आमंत्रित सदस्य भी राज्य से हैं.

राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को भी नई कार्यकारिणी से हटा दिया गया है, जबकि नव नियुक्त केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैश्य और ज्योतिरादित्य सिंधिया को नई टीम में शामिल किया गया है.

उत्तर प्रदेश विधानसभा में भाजपा विधायक राजेश अग्रवाल कोषाध्यक्ष हैं और मध्य प्रदेश से सांसद सुधीर गुप्ता राष्ट्रीय संयुक्त कोषाध्यक्ष हैं.

राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की पहली बैठक 7 नवंबर को दिल्ली में होगी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)