भाजपा की जम्मू कश्मीर इकाई के प्रचार सचिव अरुण के. छिब्बर ने दल की प्राथमिक सदस्यता छोड़ते हुए कहा कि पार्टी बढ़ रही है, लेकिन इसके लिए खून-पसीना बहाने वाले पुराने लोगों की उपेक्षा की जा रही है, उन्हें अपमानित किया जा रहा है.
जम्मू: भारतीय जनता पार्टी की जम्मू कश्मीर इकाई के प्रचार सचिव अरुण के. छिब्बर ने उपेक्षा और अपमान का आरोप लगाते हुए शनिवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफे की घोषणा की.
छिब्बर (65) ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह ‘पार्टी के साथ 40 साल से भी ज्यादा वक्त से जुड़े रहे हैं, पूरे समर्पण और निष्ठा से काम किया है.’
छिब्बर ने कहा, ‘अप्रैल 1980 में भाजपा की स्थापना के समय से ही मैं इससे जुड़ा हुआ था और जमीनी स्तर के कार्यकर्ता के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. मैंने कभी अपने परिवार की परवाह नहीं की और देश की सेवा करने के पार्टी के एकमात्र लक्ष्य से प्रभावित रहा.’
छिब्बर ने कहा कि उन्होंने ‘सरकारी नौकरी से ज्यादा तवज्जो भाजपा को दी’ और पार्टी नेतृत्व के हिसाब से हर स्तर पर अपनी जिम्मेदारियां निभाईं.
उन्होंने दावा किया, ‘पिछले कुछ साल तक जब तक हम (जम्मू कश्मीर में) सत्ता में नहीं थे, हम शक्तिशाली हुआ करते थे और अपने स्तर पर जनता की समस्याएं सुलझाया करते थे. लेकिन सत्ता में आने के बाद से हम जनता के साथ अपना संपर्क खोने लगे.’
छिब्बर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा नए लोगों के शामिल होने से बढ़ रही है, लेकिन पार्टी के लिए खून-पसीना बहाने वाले पुराने लोगों की ‘उपेक्षा की जा रही है, उन्हें अपमानित किया जा रहा है.’
डेली एक्सेलसियर के अनुसार, उन्होंने यह भी जोड़ा कि पार्टी वर्तमान में लोकतांत्रिक मूल्यों को सम्मान नहीं करती है और उसके द्वारा लिया गए किसी भी फैसले पर बमुश्किल ही कैडर की बैठकों में चर्चा होती है.
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र की योजनाओं के कार्यान्वयन को लेकर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिसके चलते लोग बेहद निराश महसूस कर रहे हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)