उत्तर प्रदेश की घोसी सीट से सांसद रह चुके भाजपा नेता हरिनारायण राजभर ने भाकियू नेता राकेश टिकैत व आंदोलनकारी किसान नेताओं को ‘उग्रवादी’ क़रार देते हुए कहा कि टिकैत किसान आंदोलन के दौरान हुई 700 किसानों की मौत के दोषी हैं और उनकी संपत्ति ज़ब्त करके मृतकों के परिवारों को मुआवज़ा दिया जाना चाहिए.
बलिया: भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद हरिनारायण राजभर ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान हुई 700 किसानों की मौत का दोषी करार देते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज कर संपत्ति जब्त करने की मांग की है.
उत्तर प्रदेश की कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह सरकार में राज्य मंत्री रह चुके राजभर ने रविवार को एक वीडियो जारी कर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत पर निशाना साधा.
राजभर ने टिकैत व आंदोलनकारी किसान नेताओं को उग्रवादी करार दिया और कहा कि भाकियू नेता टिकैत नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान हुई 700 किसानों की मौत के दोषी हैं. टिकैत के विरुद्ध मामला दर्ज कर इनकी संपत्ति को जब्त करने की मांग की.
उन्होंने कहा कि टिकैत की जब्त संपत्ति से मृतक किसानों के परिवारों को मुआवजा दिया जाना चाहिए.
प्रदेश की घोसी सीट से सांसद रह चुके राजभर ने कहा कि तीनों नए कृषि कानून वापस होने से किसानों का बहुत बड़ा नुकसान और चंद ‘खालिस्तानी गुंडों’ को लाभ हुआ है. किसान नेता सरकार के लचीले रुख का नाजायज फायदा उठा रहे हैं. आंदोलनकारी लोग किसान नहीं हैं.
राजभर ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पर आरोप लगाया कि सियासत में प्रवेश करने के पहले वह बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के शूटर थे. राजभर अपने अपराधों को छिपाने के लिए राजनेता का चोला धारण कर लिए हैं.
उन्होंने दावा किया है कि ओम प्रकाश राजभर बियार जाति के हैं न कि राजभर बिरादरी के.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, भाजपा नेता के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए, एसबीएसपी महासचिव अरुण राजभर ने कहा, ‘यह केवल एक संभावित हार का प्रतिबिंब है, जिसका भाजपा आगामी चुनावों में सामना करेगी. जिस नेता ने बयान दिया है उसे अपने दावों को साबित करने के लिए एक दस्तावेज दिखाना चाहिए.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)