महाराष्ट्र: युवती के अपनी मर्ज़ी से शादी करने पर नाबालिग भाई ने मां के साथ मिलकर की हत्या

यह घटना महाराष्ट्र के औरंगाबाद ज़िले की है. मामले में पुलिस ने 17 वर्षीय लड़के और उसकी मां को गिरफ़्तार कर लिया गया है. आरोप है कि मां और बेटे ने बाद में लड़की के कटे हुए सिर के साथ सेल्फी भी ली थी. 

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स )

यह घटना महाराष्ट्र के औरंगाबाद ज़िले की है. मामले में पुलिस ने 17 वर्षीय लड़के और उसकी मां को गिरफ़्तार कर लिया गया है. आरोप है कि मां और बेटे ने बाद में लड़की के कटे हुए सिर के साथ सेल्फी भी ली थी.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स )

औरंगाबाद: महाराष्ट्र के औरंगाबाद में झूठी शान के लिए की गई हत्या (Honour Killing) के एक संदिग्ध मामले में एक 17 साल के एक लड़के ने अपनी मां के साथ मिलकर अपनी बहन का सिर काट दिया और फिर कथित तौर पर कटे हुए सिर के साथ सेल्फी ली.

पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि लड़के और उसकी मां ने कटे सिर के साथ सेल्फी ली.

पुलिस ने सोमवार को बताया कि लड़की ने परिवार की इच्छा के विरुद्ध शादी की थी इसलिए उसके भाई और मां ने यह जघन्य अपराध किया. एक अधिकारी ने कहा कि घटना यहां वैजापुर तहसील के लडगांव में रविवार (पांच दिसंबर) दोपहर को हुई.

सब डिविजनल पुलिस अधिकारी कैलाश प्रजापति ने कहा, ‘कीर्ति (19 वर्ष) ने वैजापुर में अविनाश थोरे से 21 जून को विवाह किया था और गयागांव गांव में रहती थी. इससे परिवार में गुस्सा था. कीर्ति के नाबालिग भाई और उसकी मां उसके घर पहुंचे और उस वक्त उसका सिर काट दिया जब वह चाय बना रही थी.’

एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘नाबालिग लड़का और उसकी मां ने कीर्ति के सिर के साथ सेल्फी भी ली. अविनाश को उसकी पत्नी की सिर कटी लाश किचन में मिली. अपराध करने के बाद दोनों आरोपी वैजापुर पुलिस थाने पहुंचे.’

आरोपी भाई को हिरासत में लिया गया है. इस मामले में मां को गिरफ्तार कर लिया है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस अधीक्षक निमित गोयल का कहना है कि नाबालिग लड़के ने एक मराठी फिल्म से आइडिया लेकर दरांती से अपनी बहन की हत्या कर दी. घटना के समय पीड़िता घर में चाय बना रही थी.

पुलिस का कहना है कि जिस फोन से यह सेल्फी ली गई थी, उसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. हालांकि, इस सेल्फी को बाद में डिलीट कर दिया गया था.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, 19 साल की पीड़िता गर्भवती थी. अधिकारियों ने कहा कि गर्भवती बहन की हत्या करने के बाद लड़का कटे हुए सिर को बरामदे में ले गया और आत्मसमर्पण करने से पहले सभी को दिखाने के लिए उसे हवा में लहराया.

पीड़िता 20 साल के एक युवक के साथ जून महीने में अपनी मर्जी से चली गई थी और बाद में दोनों ने अदालत में शादी का पंजीकरण कराया था. वह तभी से अपने पति के साथ लाडगांव में ही रह रही थी.

वैजापुर, जहां यह घटना हुई के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कैलाश प्रजापति ने कहा, ‘एक सप्ताह पहले मां बेटी से मिलने आई थी. इसके बाद 5 दिसंबर को वह फिर अपने बेटे के साथ आईं. पीड़िता का घर खेत में है. वह अपनी सास के साथ खेत में काम कर रही थी. मां और भाई को देख वह खेत में काम छोड़कर उनका अभिवादन करने दौड़ी. उन्होंने उन दोनों को पानी दिया और रसोई में चाय बनाने चली गई. तभी उसका भाई पीछे से आया और उसका सिर काट दिया.’

उन्होंने कहा, ‘लड़की के पति बीमार थे और उस वक्त दूसरे कमरे थे, बर्तन गिरने की आवाज सुनकर वह उठे और रसोई की तरफ भागे. महिला के भाई ने उन्हें मारने की कोशिश की भी, लेकिन वह बच गए. बाद में भाई हाथ में बहन का कटा सिर लेकर घर से बाहर आया. फिर वह पुलिस स्टेशन आया और आत्मसमर्पण कर दिया.’

बता दें कि देश में कई स्थानों पर एक ही समुदाय के भीतर बड़े-बुजुर्गों द्वारा शादी कराए जाने का रिवाज है. एक अध्ययन से पता चलता है कि अधिकतर भारतीय अभी भी इन कठोर नियमों का पालन करते हैं.