पंजाब: लुधियाना ज़िला अदालत परिसर में विस्फोट, एक व्यक्ति की मौत

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि विस्फोट की निंदा करते हुए कहा कि जैसे-जैसे चुनाव नज़दीक आ रहे हैं, कुछ राष्ट्र विरोधी तथा राज्य विरोधी ताकतें इस तरह के घिनौने कृत्यों को अंजाम देने की कोशिश कर रही हैं. 

लुधियाना जिला अदालत परिसर में विस्फोट के बाद घटनास्थल का जांच-पड़ताल करते सुरक्षाकर्मी. (फोटो: पीटीआई)

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि विस्फोट की निंदा करते हुए कहा कि जैसे-जैसे चुनाव नज़दीक आ रहे हैं, कुछ राष्ट्र विरोधी तथा राज्य विरोधी ताकतें इस तरह के घिनौने कृत्यों को अंजाम देने की कोशिश कर रही हैं.

लुधियाना जिला अदालत परिसर में विस्फोट के बाद घटनास्थल का जांच-पड़ताल करते सुरक्षाकर्मी. (फोटो: पीटीआई)

लुधियाना/नई दिल्ली: पंजाब के लुधियाना में बृहस्पतिवार को जिला अदालत परिसर में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए. पुलिस ने यह जानकारी दी.

पुलिस ने बताया कि अदालत परिसर की दूसरी मंजिल पर बने शौचालय में विस्फोट हुआ. उस समय जिला अदालत की कार्यवाही चल रही थी.

विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि परिसर की एक दीवार क्षतिग्रस्त हो गई और परिसर में खड़े कुछ वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है.

इससे पहले पुलिस ने विस्फोट में दो लोगों की मौत होने का दावा किया था, लेकिन बाद में बताया गया कि एक व्यक्ति की मौत हुई है.

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जिला अदालत परिसर में हुए विस्फोट पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. मंत्रालय ने एक पत्र में पंजाब सरकार से घटना का ब्योरा देते हुए रिपोर्ट जल्द से जल्द भेजने को कहा.

अधिकारियों के मुताबिक, मंत्रालय ने राज्य सरकार से प्रारंभिक जांच के निष्कर्षों के बारे में सूचित करने और यह भी बताने को कहा कि विस्फोट में संभवत: कौन शामिल हो सकता है.

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि विस्फोट की निंदा करते हुए कहा कि वह स्थिति का जायजा लेने लुधियाना जाएंगे.

चन्नी ने चंडीगढ़ में पत्रकारों से कहा, ‘लुधियाना में विस्फोट हुआ है. मैं सीधे लुधियाना ही जा रहा हूं.’

उन्होंने कहा, ‘जैसे-जैसे (विधानसभा) चुनाव नजदीक आ रहे हैं, कुछ राष्ट्र विरोधी तथा राज्य विरोधी ताकतें इस तरह के घिनौने कृत्यों को अंजाम देने की कोशिश कर रही हैं. इसको लेकर सरकार सतर्क है और लोगों को भी सतर्क रहना चाहिए.’

चन्नी ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

लुधियाना के पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि इलाके को सील कर दिया गया है और फोरेंसिक टीम विस्फोट जांच के लिए स्थल से नमूने एकत्र करेगी.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, प्रारंभिक जांच से जुड़े एक सवाल के जवाब में भुल्लर ने कहा, ‘विस्फोट का स्रोत अभी स्पष्ट नहीं है. एक शव बरामद किया गया है. वह व्यक्ति या तो विस्फोटक ले जा रहा था या उसके बहुत करीब था. हम दिल्ली से एनएसजी टीम के आने का इंतजार कर रहे हैं. हादसे में घायल पांच लोग खतरे से बाहर हैं.’

घटना के बाद लुधियाना के जिला प्रशासनिक परिसर और आसपास के जिला कमिश्नर कार्यालय परिसर (मिनी सचिवालय) में स्थित सरकारी कार्यालयों को एहतियात के तौर पर खाली करा लिया गया है.

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्हें इस घटना के हताहतों के बारे में जानकर दुख हुआ.

सिंह ने एक ट्वीट में कहा, ‘लुधियाना अदालत परिसर में विस्फोट की विचलित करने वाली खबर. हताहत हुए लोगों के बारे में जानकर दुख हुआ. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. पंजाब पुलिस को इसकी तह तक जाना चाहिए.’

शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने भी इस घटना पर दुख जताया.

उन्होंने कहा, ‘लुधियाना की जिला अदालत में विस्फोट की खबर से स्तब्ध हूं, जिसमें कुछ लोग हताहत हुए हैं. गुरु साहिब दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें. पंजाब सरकार को राज्य में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक प्रतिशोध के बजाय कानून और व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए.’

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोग पंजाब में शांति भंग करना चाहते हैं.

केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, ‘पहले बेअदबी, अब विस्फोट. कुछ लोग पंजाब की शांति भंग करना चाहते हैं. पंजाब के तीन करोड़ लोग उनकी साजिशों को सफल नहीं होने देंगे.’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विस्फोट की निंदा की और कहा कि दोषियों के खिलाफ जल्द कठोर कार्रवाई होनी चाहिए.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘लुधियाना में विस्फोट बहुत ही निंदनीय है. इसमें मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले लुधियाना में आखिरी बम धमाका 14 अक्टूबर 2007 को शिंगार सिनेमा हॉल में हुआ था, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी और 37 लोग घायल हो गए थे. बब्बर खालसा इंटरनेशनल के चार कथित उग्रवादियों पर विस्फोटों को अंजाम देने का आरोप है.

इस मामले में 16 दिसंबर 2014 को लुधियाना की एक अदालत ने गुरप्रीत सिंह खालसा, हरमिंदर सिंह और रविंदर सिंह उर्फ रिंकू को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया. चौथा आरोपी संदीप सिंह उर्फ हैरी अप्रैल 2011 में नाभा जेल में मृत पाया गया था. आरोपियों को बरी किए जाने के खिलाफ सरकार की अपील अभी अदालत में लंबित है.

2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले 31 जनवरी को मौर (बठिंडा) में एक बम विस्फोट में सात लोगों की मौत हो गई थी और 25 घायल हो गए थे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)