इससे पहले मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने चेतावनी दी थी कि अगर अभिनेत्री सनी लियोनी और संगीतकार साकिब तोशी ने उनके नए गीत ‘मधुबन में राधिका नाचे’ को लेकर माफ़ी नहीं मांगी तो उनके ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की जाएगी.
मथुराः दो दक्षिणपंथी हिंदुत्ववादी संगठनों ने अभिनेत्री सनी लियोनी के विवादित गाने को लेकर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाते हुए उनका पुतला जलाने की कोशिश की.
यह घटना शनिवार को उस समय हुई, जब हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सनी लियोनी के गाने मधुबन का विरोध करते हुए उनका पुतला जलाने की कोशिश की.
दरअसल यह गाना ‘मधुबन में राधिका नाचे’ मूल रूप से 1960 की फिल्म ‘कोहिनूर’ के लिए मोहम्मद रफी ने गाया था.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘श्रीकृष्णा सेना संगठन और युवा ब्राह्मण महासभा के कार्यकर्ताओं को मामले में एफआईआर दर्ज होने के आश्वासन के बाद रोका गया.’
इस मामले में रविवार शाम तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी. विरोध के दौरान जब कार्यकर्ता लियोनी का पुतला नहीं जला पाए तो उन्होंने उनके पुतले को पैरों के नीचे रौंद दिया.
श्रीकृष्णा सेना संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव सिंह बाबा ने कहा, ‘लियोनी और गाने के प्रोड्यूसर्स के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने पर पुतला जलाने की योजना वापस ली गई.’
बीते हफ्ते वृंदावन में कई पुजारियों ने इस वीडियो को लेकर आपत्ति जताई थी.
वृंदावन के अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा ने अपनी मांग बढ़ा दी है और म्यूजिक कंपनी सारेगामा द्वारा प्रोड्यूस इस वीडियो को तैयार करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक ने कहा, ‘इस अपराध के लिए गाने के प्रोड्यूसर, निर्देशक और फाइनेंसर के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाना चाहिए.’
बता दें कि इससे पहले मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी इस गाने को लेकर सनी लियोनी और साकिब तोशी से सार्वजनिक माफी की मांग की थी और उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी थी.
मिश्रा का आरोप था कि इस वीडियो से हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. उनकी इस धमकी के बाद सारेगामा ने बयान जारी कर कहा कि वह अगले तीन दिनों के भीतर गाने के बोल में बदलाव करेंगे.
Announcement: 🙏 pic.twitter.com/lOJotcd04p
— Saregama (@saregamaglobal) December 26, 2021
सारेगामा ने कहा, ‘अगले तीन दिनों में पुराने गाने की जगह नए गाने को सभी प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा.’
इससे पहले वृंदावन के संत नवल गिरि महाराज ने धमकी दी थी कि अगर सरकार ने मधुबन वीडियो पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो वे अदालत का रुख करेंगे.
उन्होंने कहा था, ‘जब तक वह (सनी लियोनी) इस वीडियो को वापस नहीं लेती और सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगती, उन्हें भारत में रहने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.’
बता दें कि इस गाने को 22 दिसंबर को कंपनी के यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया था.
(समाचार एजेंसी पीटीआई से इनपुट के साथ)