भारत में कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन वैरिएंट के कुल मामले तीन हज़ार के पार हो गए हैं और कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,52,26,386 हो गई है. देश में इस महामारी की चपेट में आकर अब तक 4,83,178 लोग जान गंवा चुके हैं, वहीं विश्व में मौत का आंकड़ा 54.72 लाख से अधिक हो गया है.
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के एक दिन में आने वाले मामले 214 दिनों बाद एक लाख से अधिक दर्ज किए गए, जिससे संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,52,26,386 हो गई है. इनमें 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से ओमीक्रॉन स्वरूप के 3,007 मामले भी शामिल हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार को सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, अभी तक आए ओमीक्रॉन के कुल मामलों में से 1,199 लोग स्वस्थ हो गए या देश छोड़कर चले गए हैं. महाराष्ट्र में सबसे अधिक 876 मामले आए. इसके बाद दिल्ली में 465, कर्नाटक में 333, राजस्थान में 291, केरल में 284 और गुजरात में 204 मामले आए.
देश में एक दिन में इस महामारी के 1,17,100 नए मामले आए, जबकि उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3,71,363 हो गई, जो करीब 120 दिनों में सबसे अधिक है.
इसके अलावा बीते 24 घंटे या एक दिन में 302 मरीजों के जान गंवाने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,83,178 हो गई है. देश में पिछले साल सात जून को एक लाख से अधिक मामले आए थे और तब कुल 1,00,636 मामले दर्ज किए गए.
मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 1.05 प्रतिशत है, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले मरीजों की राष्ट्रीय दर 97.57 प्रतिशत है.
24 घंटों में कोरोना वायरस का उपचार करा रहे मरीजों की संख्या में 85,962 की वृद्धि हुई है. संक्रमण की दैनिक दर 7.74 प्रतिशत दर्ज की गई, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 4.54 प्रतिशत दर्ज की गई.
इस बीमारी से उबरने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 3,43,71,845 हो गई है जबकि मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत है. देशव्यापी कोविड-19 रोधी अभियान के तहत अभी तक 149.66 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी है.
आंकड़ों के अनुसार, देश में बीते 24 घंटे में जिन 302 मरीजों की मौत हुई है, उनमें से 221 की केरल में और 19 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बीच पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 30,02,98,124 हो गए हैं और अब तक 54,72,629 लोगों की जान जा चुकी है.
भारत में इस महामारी से अभी तक 4,83,178 लोग जान गंवा चुके हैं, जिनमें से 1,41,594 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 49,116 की केरल में, 38,358 की कर्नाटक में, 36,825 की तमिलनाडु में, 25,127 की दिल्ली में, 22,917 की उत्तर प्रदेश में और 19,846 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल 2021 को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल 2021) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई 2021 को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई 2021 के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून 2021 को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे.
वायरस के मामले और मौतें
जनवरी महीने में कोविड 19 संक्रमण की बात करें तो एक दिन या 24 घंटे में छह जनवरी को 90,928, पांच जनवरी को 58,097, चार जनवरी को 37,379, तीन जनवरी को 33,750, दो जनवरी को 27,553 और एक जनवरी को 22,775 नए मामले दर्ज किए गए थे.
इस महीने में पिछले 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो छह जनवरी को 325, पांच जनवरी को 534, चार जनवरी को 124, तीन जनवरी को 123, दो जनवरी को 284 और एक जनवरी को 406 लोगों की मौत हुई थी.
बीते साल का मई रहा है सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.
इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं.
इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
कोविड-19: साल 2021 में किस महीने-कितने केस दर्ज हुए जानने के लिए यहां क्लिक करें.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)