पुणे पुलिस ने बताया कि भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के सोशल मीडिया सेल के समन्वयक जितेन गजारिया के ख़िलाफ़ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे, शरद पवार, अजीत पवार आदि के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक और मानहानिकारक पोस्ट करने का मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कुछ पोस्ट दो समूहों के बीच नफ़रत पैदा करने के उद्देश्य से भी किए हैं.
पुणे: पुणे पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के सोशल मीडिया सेल के समन्वयक जितेन गजारिया के खिलाफ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पत्नी और कुछ अन्य राजनीतिक नेताओं पर कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में मामला दर्ज किया है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि पुणे पुलिस के साइबर सेल का एक दल गजारिया को गिरफ्तार करने बीते छह जनवरी को
मुंबई गया था, लेकिन वह अपने आवास पर नहीं मिले.
पुणे साइबर प्रकोष्ठ के पुलिस निरीक्षक डी. हेक ने कहा, ‘हमने उनके भाई को नोटिस की एक प्रति जारी की है और उनसे जवाब देने को कहा है.’
उन्होंने कहा कि गजारिया के खिलाफ मामला ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के एक कार्यकर्ता की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है.
हेक ने कहा, ‘सोशल मीडिया मंच पर (सीएम की पत्नी) रश्मि ठाकरे, (राकांपा नेताओं) शरद पवार, अजीत पवार और (कांग्रेस अध्यक्ष) सोनिया गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक और मानहानिकारक टिप्पणी पोस्ट करने का मामला दर्ज किया गया है. राजनीतिक नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक और मानहानिकारक पोस्ट करने के अलावा कुछ पोस्ट दो समूहों के बीच नफरत पैदा करने के उद्देश्य से की गई हैं.’
शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार का हिस्सा हैं.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने बीते छह जनवरी को राज्य के गृह विभाग को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे के बारे में आपत्तिजनक पोस्ट करने को लेकर भाजपा सोशल मीडिया सेल के समन्वयक जितेन गजरिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
आयोग ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया था. चाकणकर ने कहा, ‘मैंने गृह विभाग को पत्र लिखा है. हमने जितेन गजरिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. आयोग किसी भी महिला के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट बर्दाश्त नहीं करेगा. हम मामले को तब तक आगे बढ़ाएंगे जब तक कि इस तरह के कृत्यों में लिप्त लोगों को दंडित नहीं किया जाता है.’
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है, ‘पार्टी ने अपने सभी कार्यकर्ताओं से सावधान रहने का आग्रह किया है कि उनकी टिप्पणियों से किसी को ठेस न पहुंचे.’
उन्होंने कहा, ‘गजारिया को अपना बयान दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन बुलाया गया है.’
एक अधिकारी ने बताया कि गजारिया ने लिखित रूप में स्वीकार किया कि उनके ट्वीट आपत्तिजनक थे और उन्हें हटाने के लिए सहमत हुए. उनके एक ट्वीट में कथित तौर पर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार का भी जिक्र था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)