बीते एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,59,632 नए मामले आए और 327 लोगों की मौत हुई

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,55,33,925 बढ़कर हो गई है और अब तक 4,83,790 लोगों की मौत हो चुकी है. देश में इसके नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के कुल 3,623 केस हो गए हैं. विश्व में संक्रमण के 30.51 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और यह महामारी 54.84 लाख से अधिक लोगों की मौत का कारण बन चुकी है.

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(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,55,33,925 बढ़कर हो गई है और अब तक 4,83,790 लोगों की मौत हो चुकी है. देश में इसके नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के कुल 3,623 केस हो गए हैं. विश्व में संक्रमण के 30.51 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और यह महामारी 54.84 लाख से अधिक लोगों की मौत का कारण बन चुकी है.

पश्चिम बंगाल के नादिया ​जिले के एक टीकाकरण केंद्र में कोविड-19 वैक्सीन की खुराक लेने के लिए लाइन में लगे लोग. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: भारत में ओमीक्रॉन स्वरूप से संक्रमण के 552 नए मामले सामने आने के बाद देश के 27 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना वायरस के इस स्वरूप से अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 3,623 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार को अद्यतन आंकड़ों में यह जानकारी दी गई.

मंत्रालय के सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,59,632 नए मामले सामने आए, जो पिछले 224 दिन में सामने आए सर्वाधिक दैनिक मामले हैं. इससे पहले पिछले साल 29 मई को संक्रमण के 1,65,553 मामले सामने आए थे.

यह लगातार तीसरा दिन है, जब एक दिन में संक्रमण के एक लाख से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं. इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,55,33,925 हो गई है. इसके अलावा देश में पिछले 24 घंटे में 327 लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,83,790 हो गई है.

अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बीच पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 30,51,97,712 हो गए हैं और अब तक 54,84,487 लोगों की जान जा चुकी है.

भारत में उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 5,90,611 हो गई है, जो करीब 197 दिन में सर्वाधिक है.

ओमीक्रॉन के 3,623 मामलों में से 1,409 लोग या तो देश से बाहर चले गए हैं या स्वस्थ हो गए हैं. महाराष्ट्र में ओमीक्रॉन के सर्वाधिक 1,009 मामले सामने आए. इसके बाद दिल्ली में 513, कर्नाटक में 441, राजस्थान में 373, केरल में 333 और गुजरात में 204 मामले सामने आए हैं.

मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 5,90,611 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.66 प्रतिशत है.

कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर गिरकर 96.98 प्रतिशत हो गई है. पिछले 24 घंटों में संक्रमण का इलाज करा रहे लोगों की संख्या में 1,18,442 मामलों की वृद्धि हुई है.

मंत्रालय ने बताया कि संक्रमण की दैनिक दर 10.21 प्रतिशत दर्ज की गई, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 6.77 प्रतिशत दर्ज की गई.

कोविड-19 से स्वस्थ हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 3,44,53,603 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत दर्ज की गई. देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 151.58 करोड़ से अधिक खुराकें दी गई हैं.

आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में जिन 327 और मरीजों की मौत हुई है, उनमें 242 लोगों की केरल और 19 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई.

इस महामारी से अब तक कुल 4,83,790 मरीज जान गंवा चुके हैं, जिनमें से महाराष्ट्र में 1,41,627, केरल में 49,547, कर्नाटक में 38,366, तमिलनाडु में 36,843, दिल्ली में 25,143, उत्तर प्रदेश में 22,924 और पश्चिम बंगाल में 19,883 लोगों की मौत हुई.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.

आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.

भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.

वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.

इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल 2021 को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल 2021) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई 2021 को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई 2021 के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून 2021 को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे.

वायरस के मामले और मौतें

जनवरी महीने में कोविड 19 संक्रमण की बात करें तो एक दिन या 24 घंटे में आठ जनवरी को 1,41,986, सात जनवरी को 1,17,100, छह जनवरी को 90,928, पांच जनवरी को 58,097, चार जनवरी को 37,379, तीन जनवरी को 33,750, दो जनवरी को 27,553 और एक जनवरी को 22,775 नए मामले दर्ज किए गए थे.

इस महीने में पिछले 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो आठ जनवरी को 285, सात जनवरी को 302, छह जनवरी को 325, पांच जनवरी को 534, चार जनवरी को 124, तीन जनवरी को 123, दो जनवरी को 284 और एक जनवरी को 406 लोगों की मौत हुई थी.

बीते साल का मई रहा है सबसे घातक महीना

भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.

इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं.

इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.

सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.

रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.

कोविड-19: साल 2021 में किस महीने-कितने केस दर्ज हुए जानने के लिए यहां क्लिक करें.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)