मुंबई डॉकयार्ड में आईएनएस रणवीर में हुए विस्फोट में तीन नौसेनाकर्मियों की मौत, 11 घायल

नौसेना ने एक बयान में कहा है कि आईएनएस रणवीर नवंबर 2021 से पूर्वी नौसैन्य कमान से क्रॉस कोस्ट अभियान तैनाती पर था और जल्द ही बेस पोर्ट पर लौटने वाला था. इस घटना के कारणों की जांच के लिए एक ‘बोर्ड ऑफ इंक्वायरी’ का आदेश दिया गया है.

(फाइल फोटो: ट्विटर/@indiannavy)

नौसेना ने एक बयान में कहा है कि आईएनएस रणवीर नवंबर 2021 से पूर्वी नौसैन्य कमान से क्रॉस कोस्ट अभियान तैनाती पर था और जल्द ही बेस पोर्ट पर लौटने वाला था. इस घटना के कारणों की जांच के लिए एक ‘बोर्ड ऑफ इंक्वायरी’ का आदेश दिया गया है.

(फाइल फोटो: ट्विटर/@indiannavy)

नई दिल्ली: मुंबई में नौसेना डॉकयार्ड में भारतीय नौसेना के जहाज (आईएनएस) रणवीर में मंगलवार को हुए विस्फोट में नौसेना के तीन कर्मियों की मौत हो गई और 11 घायल हो गए. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई.

भारतीय नौसेना ने बयान में कहा, ‘मुंबई नौसैन्य डॉकयार्ड में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में आईएनएस रणवीर के एक आंतरिक कक्ष में विस्फोट के कारण नौसेना के तीन कर्मियों की मौत हो गई.’

इसमें कहा गया कि जहाज के चालक दल ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और जल्दी ही स्थिति को नियंत्रण में कर लिया. बयान में कहा गया है कि किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है.

बयान में उल्लेख किया गया, ‘आईएनएस रणवीर नवंबर 2021 से पूर्वी नौसैन्य कमान से क्रॉस कोस्ट अभियान तैनाती पर था और जल्द ही बेस पोर्ट पर लौटने वाला था.’

नौसेना ने कहा कि इस घटना के कारणों की जांच के लिए एक ‘बोर्ड ऑफ इंक्वायरी’ का आदेश दिया गया है.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, आईएनएस रणवीर, नौसेना के सबसे पुराने युद्धपोतों में से एक है और यह सोवियत काल का विध्वंसक है. इसे अप्रैल 1986 में कमीशन किया गया था.

राजपूत, वर्ग का चौथा संहारक है और यह रणवीर प्रथम वर्ग का है. अन्य रणवीर वर्ग विध्वंसक आईएनएस रणविजय है.

बयान में कहा गया है कि विस्फोट के बाद जहाज के चालक दल ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और स्थिति को जल्दी से नियंत्रण में लाया गया. कोई बड़ी सामाग्री क्षति की सूचना नहीं मिली है.

धमाका शाम 4.30 से 5 बजे के बीच हुआ जब जहाज डॉक किया गया था. नौसेना ने कहा कि आईएनएस रणवीर नवंबर 2021 से पूर्वी नौसेना कमान से क्रॉस कोस्ट ऑपरेशनल डिप्लॉयमेंट पर था और जल्द ही बेस पोर्ट पर लौटने वाला था.

सूत्रों ने कहा कि मरने वाले तीन कर्मी सभी वरिष्ठ नाविक (सेलर) थे, लेकिन अधिकारी नहीं थे. सूत्रों ने कहा कि विस्फोट का गोला-बारूद या हथियारों से कोई लेना-देना नहीं था. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विस्फोट एक एसी डिब्बे में हुआ और मरने वाले तीन लोग इसके ऊपर एक डिब्बे में थे.

जून 2019 के बाद यह पहली बड़ी घटना है. इससे पहले मझगांव डॉकयार्ड में तत्कालीन निर्माणाधीन विशाखापत्तनम विध्वंसक में आग लगने से एक श्रमिक की मौत हो गई थी.

इसी बीच, नौसेना ने दुर्घटना में मारे गए कर्मियों के नाम जारी किए हैं – जिनमें कृष्ण कुमार, सुरिंदर कुमार और एके सिंह शामिल हैं.

ट्वीट कर कहा, ‘भारतीय नौसेना के सभी कर्मियों जिन्होंने आईएनएस रणवीर पर दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जान गंवा दी. कृष्ण कुमार, सुरिंदर कुमार और एके सिंह के परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना. इस मुश्किल घड़ी में हम आपके साथ खड़े हैं.’

वहीं, इस घटना पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है.

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘आईएनएस रणवीर में विस्फोट की खबर बेहद दुखद है. विस्फोट में अपनी जान गंवाने वाले नौसेना के नाविकों के परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदनाएं. घायलों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)